नगर के खेड़ापति कमल तालाब एवं पुराना इंदौर-भोपाल राजमार्ग स्थित प्राचीन शनि मंदिर में शनि जयंती के अवसर पर प्रातः से ही भक्तों का तांता लगा रहा। पूजा-पाठ, हवन, यज्ञ के साथ ही दोनों मंदिरों में भंडारे का आयोजन हुआ । जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर प्रसादी ग्रहण की। शनि जयंती के अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा अपने साथियों के साथ दोनों ही मंदिरों में दर्शनार्थ पहुंचे ।

जहां उन्होंने भगवान शनि की पूजा-अर्चना की,वहीं हवन में आहूतियां छोड़ी। साथ ही भंडारे के दौरान प्रसादी ग्रहण करने पहुंची नन्हीं कन्याओं को तिलक लगाकर व पूजा कर प्रसादी परोसी। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री मेवाड़ा ने समिति द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले विशाल भंडारे के लिए बधाई दी, वहीं भगवान शनि से प्रार्थना की कि समिति सदस्यों सहित श्रद्धालुओं के भंडार भगवान शनि देव हमेशा भरते रहे, उनकी पीड़ा, तकलीफ को हरते रहे।

श्री मेवाड़ा ने आगे कहा कि ज्योतिष में भगवान शनि को न्यायाधिकारी माना गया है, अच्छे-बुरे कर्म के आधार पर व्यक्ति को फल प्रदान करते हैं। यह भी मान्यता है कि शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या से कोई नहीं बच सकता है, लेकिन शनि जयंती पर शनि देव की विशेष पूजा, दान पुण्य करने से शनि देव की महादशा के दुष्प्रभाव कम किए जा सकते हैं। भगवान शनि एक देवता के रूप में पूजनीय हैं जो शनि ग्रह पर शासन करते हैं और माना जाता है कि वे अपनी अनूठी ऊर्जा के माध्यम से लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं। जबकि वह अक्सर कठिनाइयों और चुनौतियों से जुड़े होते है।

भगवान शनि को न्याय के निर्माता और अनुशासन एवं आत्म-अनुशासन का अग्रदूत भी माना जाता है। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के साथ पार्षद रवि शर्मा, तेजसिंह राठौर, सुभाष नामदेव, रामचरण बैरागी, पुजारी मनीष गिरी, महेश गिरी, गौरव सोनी, मनोहर बैरागी, संजय प्रजापति, विजय मेवाड़ा सहित बड़ी संख्या में भक्तगण, श्रद्धालुजन मौजूद थे।
“लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन के संबंध कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश”
कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने 31 मई को भोपाल में आयोजित होने वाले लोकमाता अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन के संबंध में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने 31 मई को भोपाल में आयोजित वाले महासम्मेलन में जिले की लाड़ली बहनों, स्व सहायता समूह की दीदियों के में शामिल होने के संबंध मे महिला बाल विकास एवं एनआरएल के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने परिवहन अधिकारी को कार्यक्रम के लिए पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने अनुविभागीय अधिकारी, डीपीसी, जिला शिक्षा केन्द्र एवं जनपद सीईओ, सीएमओ को भोजन, पेयजल सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यक्रम के लिए संबंधित अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि 31 मई 2025 को भोपाल स्थित जम्बूरी मैदान में लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस महासम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शामिल होंगे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने भी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री आनंद सिंह राजावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
“याचिका एवं अभ्यावेदन समिति की बैठक में शामिल हुए विधायक”

आष्टा विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर आज मप्र विधानसभा भवन के कक्ष क्र 6 में आयोजित याचिका एवं अभ्यावेदन समिति की बैठक में शामिल हुए । बैठक में अध्यक्ष एवं सभी सदस्यो के सामने रखे गये प्रस्तावों,आवेदनों का सभी ने बारीकी से परीक्षण कर चर्चा की एवं सम्बंधित विभाग प्रमुख से उसको लेकर किये कार्य एवं लिये निर्णयों की जानकारी ली एवं समीक्षा कर निर्देश दिये ।

“शनिदेव न्याय के देवता
कर्मानुसार फल प्रदाता-कैलाश परमार”
शनिदेव न्याय के देवता हैं उनके प्रति श्रद्धा हमे खुद ही अपने अच्छे बुरे कर्मो का आकलन करने की शक्ति देती है । हमारी सनातन मान्यताओं में कर्म के अनुसार ही फल मिलता है । आज शनि जयन्ति के अवसर पर हम सभी को सद्कर्म करते रहने और बुराइयों से बचने का संकल्प लेना चाहिए । यह उद्गार पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने भक्तों के साथ प्राचीन खेड़ापति स्थित शनि मंदिर एवम पपनाश नदी किनारे स्थित शनि मंदिर में पूजा अर्चना के बाद व्यक्त किये । उनके साथ पार्षद प्रतिनिधि सुभाष नामदेव , मां पार्वती गौशाला के अध्यक्ष नरेंद्र कुशवाह लोकेंद्र धारवां , मोंटी कोरी, जितेंद्र चौहान आदि ने भी पूजन की ।

आज शनि जयंती के पावन अवसर पर नगर के खेड़ापति स्थित शनि मंदिर पपनाश नदी किनारे स्थित प्राचीन शनि मंदिर ,बड़ा बाजार आदि मन्दिरो में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने विधि विधान से शनि देव का पूजन किया और भंडारे में भाग लेकर पुण्य लाभ कमाया। पूरे दिन मंदिर परिसरों में शनि चालीसा, आरती एवं भजन की गूंज से वातावरण भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालुओं ने तेल अर्पण, दीप दान व नीले फूल चढ़ाकर न्याय के देवता शनि महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। मान्यता है कि शनि देव कर्म के अनुसार फल देने वाले देवता हैं। वे न केवल दंड देने वाले हैं, बल्कि न्यायप्रिय और दयालु भी हैं। व्यक्ति यदि सत्य और धर्म के मार्ग पर चले तो शनि देव कृपा अवश्य करते हैं। शनि जयंती पर की गई पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है और इससे शनि दोषों का निवारण होता है।

इस मौके पर स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों ने भी भंडारों में सेवा दी। आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन हर वर्ष शनि जयंती पर किया जाता है ताकि समाज में सेवा, श्रद्धा और अनुशासन का संदेश फैले। मन्दिर परिसर में पुजारी मनीष गौस्वामी एवम सतीश जोशी का पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार , सुभाष नामदेव , नरेंद्र कुशवाह ने साफा बांध कर सम्मान किया । साथ ही श्रद्धालुओं का भी दुपट्टों से स्वागत किया ।
“वट सावित्री व्रत पर जल गंगा संवर्धन अभियान संगोष्ठी एवं
प्राचीन बावड़ी की सफाई कर लिया जल संरक्षण का संकल्प”
अखंड सौभाग्य के प्रतीक वट सावित्री पूजा के पावन अवसर पर ग्राम पंचायत लसुड़िया विजय सिंह में जल गंगा संरक्षण अभियान के अंतर्गत एक विशेष संगोष्ठी एवं स्वच्छता अभियान का आयोजन म.प्र. जन अभियान परिषद आष्टा के तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में माताओं और बहनों ने भाग लेकर वट वृक्ष की पूजा अर्चना की तथा जल संरक्षण के महत्व को समझा।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्राचीन बावड़ी की सफाई की गई,जो कि 320 वर्ष पुरानी हे जिसके पश्चात उपस्थित सभी लोगों ने जल संरक्षण की शपथ ली। संगोष्ठी में वट वृक्ष के वैज्ञानिक, पर्यावरणीय एवं सांस्कृतिक महत्व पर चर्चा की गई। विकासखंड समन्वयक श्री भगवत शरण लोधी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत समाज को संस्कृतिक एवं वैज्ञानिक रूप से जोड़ने के उद्देश्य से आज वट सावित्री के दिन प्राचीन बावडी पर किया गया।

वक्ताओं ने बताया कि वट वृक्ष दिन में लगभग 20 घंटे तक ऑक्सीजन प्रदान करता है। इसके पत्तों से निकला दूध आयुर्वेदिक औषधियों में उपयोगी है। यह वृक्ष जल संरक्षण, तापमान नियंत्रण, पारिस्थितिकी संतुलन एवं जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। धार्मिक दृष्टिकोण से भी यह वृक्ष पूजनीय है। कार्यक्रम में मप्र जन अभियान परिषद आष्टा द्वारा संचालित योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों, परामर्शदाताओ नवांकुर संस्था, विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं ग्रामीण जनों की सक्रिय सहभागिता रही
“सीहोर विधायक सुदेश राय ने मुख्यमंत्री से की सौजन्य भेंट”

सीहोर विधायक सुदेश राय ने आज भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सौजन्य भेंट कर सीहोर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों एवं भावी योजनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की। विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन एवं सहयोग से क्षेत्र में विकास की गति को और तीव्र किया जाएगा।
























