
आष्टा । जब से आष्टा कृषि उपज मंडी में नए सीजन में गेहूं चने की भरपूर आवक प्रारंभ हुई है तभी से लेकर आष्टा मंडी में किसी ना किसी दिन किसी ना किसी कारण से मंडी में वाद,विवाद,नाराजी की खबरे आ रही है । आज फिर आष्टा कृषि उपज मंडी में सुबह व्यवस्थित रूप से नीलामी शुरू हुई ।

सुबह गेहूं 2200 से लगभग 2400 सो 2500 सो प्रति कुंटल के अंदर बिका । लेकिन दोपहर में दिसावर में भाव कम बोले जाने पर यहा भी गेहूं का भाव नीलामी में 200 से ₹300 रुपये टूटा उसको लेकर किसान भड़क गए तथा उन्होंने अपना गेहूं बेचने से इनकार कर दिया ओर जम के हंगामा करना शुरू कर दिया ।


हंगामे के कारण नीलामी कार्य रुक गया । आक्रोशित किसान मंडी कार्यालय पहुंचे तथा जमकर मंडी सचिव पर आक्रोश व्यक्त करते हुए किसान बबलू पटेल निवासी पारदीखेड़ी व अन्य किसानों ने मंडी सचिव मोहन मालवीय को समस्या से अवगत कराया कि सुबह जब मंडी में गेहूं 2200 से 2400 से 2500 तक बिका, तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि कुछ घंटे बाद ही गेहूं की नीलामी में 200 से ₹300 की कमी आ गई ।


किसानों ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया । मंडी सचिव किसानों की समस्याओं को सुनकर मंडी कार्यालय से बाहर आए तथा नीलामी स्थल पर भी पहुंचे । वहां पर भी किसानों ने मंडी सचिव को घेर लिया तथा अपना आक्रोश व्यक्त किया ।

मंडी सचिव ने पहले तो किसानों को अवगत कराया की मंडी के व्यापारी दिन में तीन बार भाव दिसावर से लेते हैं भाव में तेजी मंदी आने के कारण ही नीलामी में घट बढ़ होती है । लेकिन किसान इस बात को मानने को तैयार नही थे ।

बाद में मंडी सचिव ने जब यह कहा कि जिसे बेचना है वह बेचे जिसे नहीं बेचना हो अपना गेहूं ले जा सकता है । यह शब्द सुनकर किसान और भड़क गए तथा जम के नारेबाजी करने लगे । बाद में तहसीलदार पंकज पवैया पुलिस बल पहुचा । चर्चाओं का दौर चालू हुआ तथा चर्चाओं के बाद फिर पुनः मंडी में नीलामी प्रारंभ हुई ।

लगातार नए सीजन में भारी आवक बनी हुई है, और ऐसे समय में मंडी सचिव, मंडी का प्रशासन एवं वरिष्ठ प्रशासन को मंडी पर ध्यान रखना होगा ।
मंडी के अनुसार आज करीब 23 हजार कुंटल की नीलामी हुई है ।

इनका कहना है…
मंडी में किसानों की नाराजी,नीलामी रुकने की सूचना पर पहुचा,किसानों से चर्चा की उन्होंने बताया सुबाह गेंहू जिस भाव बिका,दोपहर बाद नीलामी में भाव कम कर खरीदा जा रहा था । मंडी सचिव को निर्देश दिये कि ऐसा ना हो,नीलामी,भाव आदि पर पूरा ध्यान रखा जाये, सभी से चर्चा के बाद नीलामी शुरू हो गई थी–पंकज पवैया तहसीलदार आष्टा
