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सीहोर । पिछड़ा वर्ग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने जिला पंचायत सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर जल गंगा संवर्धन अभियान प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा प्रदेश में शुरू किया गया जल गंगा संवर्धन अभियान सर्वोच्च प्राथमिकता वाला अभियान है।

उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में चलाया जा रहा यह अभियान आने वाली पीढ़ी को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने का अभियान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के साथ ही सीहोर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान जिस तरह से चलाया जा रहा है वह निश्चित ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों की भागीदारी से इस अभियान का उद्देश्य सार्थक और सफल होगा। बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरु के. तथा जिला पंचायत सीईओ

डॉ नेहा जैन ने जिले में संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जो भी कार्य किए जा रहे हैं, उन्हें समय-सीमा में पूरा किया जाए। हमें जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत शासन द्वारा किए जा रहे कार्यों में सहयोग करके भूजल स्तर को ठीक करना है, ताकि भविष्य में निर्बाध रूप से पानी मिलता रहे। उन्होंने कहा कि हम सभी आज यह तय करें कि हम जमीन से पानी लेने के साथ ही जमीन को पानी देने का कार्य भी करेंगे।

उन्होंने कहा कि इस अभियान से पुराने जल स्रोतों को पुनर्जीवित कर उनका संरक्षण करने का कार्य किया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान में पुराने जल स्रोतों को पुनर्जीवित कर जल स्रोतों को पीने योग्य बनाएं। इससे सभी जल स्रोत पुनर्जीवित होंगे और हमें पर्याप्त पानी मिल सकेगा। बैठक में सीहोर विधायक श्री सुदेश राय, आष्टा विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री नरेश मेवाडा, नगर पालिका अध्यक्ष श्री प्रिंस राठौर सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने जल संरक्षण के प्रभावी संचालन के संबंध में अनेक सुझाव भी दिए। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रचना सुरेंद्र मेवाड़ा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री जीवन सिंह मंडलोई, सीहोर जनपद अध्यक्ष श्रीमती नावडी बाई, अष्टा जनपद अध्यक्ष श्रीमती दीक्षा सोनू गुणवान, एसपी श्री दीपक कुमार शुक्ला, डीएफओ श्री मगन सिंह डावर, अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित है।


मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने सभी नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों से जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने एवं जल स्त्रोतों के जीर्णोद्धार के उद्देश्य से चलाए जा रहे इस जल गंगा संवर्धन अभियान में सक्रिय भागीदारी और सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्रयासों से जल का संरक्षण कर भविष्य में उत्पन्न होने वाले जल संकट को रोका जा सकता है। जल की एक-एक बूंद बहुत कीमती है, प्रकृति की इस अमूल्य धरोहर को सहेजना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। यदि आज हम जल का संरक्षण करते हैं तो हम हमारी आने वाली पीढ़ी को एक सुरक्षित कल दे सकते हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले को प्राप्त लक्ष्य की शत प्रतिशत पूर्ति के लिए जनप्रतिनिधियों एवं जिले में कार्यरत एनजीओ तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से नवीन खेत तालाब, डगवेल रिचार्ज एवं पुरानी जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार के चयन के लिए सहयोग लिया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा के तहत जिले को मिले 1626 नवीन खेत तालाब के लक्ष्य में से 1164 कार्य स्वीकृत किये गये है तथा 959 कार्यों के मस्टररोल जारी करते हुए कार्य प्रारंभ भी किये गये है।

इसी प्रकार मनरेगा अंतर्गत 2600 नवीन डगवेल रिचार्ज के लक्ष्य में से 2345 कार्य स्वीकृत किये गए है तथा 1756 कार्यों को प्रारंभ भी कर दिया गया है। सिपरी सॉफ्टवेयर के माध्यम से जिले में विगत 5 वर्षों में बने 245 खेत तालाबों की तुलना में इस वर्ष लगभग 1000 खेत तालाब के निर्माण कार्य प्रारंभ कराए गए हैं।
बैठक में बताया गया कि माय भारत पोर्टल पर प्राप्त 3000 के लक्ष्य के तहत 5825 जलदूत पंजीयन का कार्य पूर्ण किया गया है।

अमृत सरोवर 2.0 के 15 लक्ष्यों में से 14 कार्यो का चयन कर लिया गया है जिनकी एंट्री बाईजेक पोर्टल पर की गई है। इसी प्रकार 01 अमृत सरोवर कार्य जस्सुपुरा, जनपद पंचायत आष्टा का वर्क कोड भी मनरेगा पोर्टल पर जारी किया गया है तथा 10 अमृत सरोवर वन भूमि विभाग से अनुमति अपेक्षित है। अमृत सरोवर में 02 अमृत सरोवर आईटीसी के सीएसआर मद एवं 01 अमृत सरोवर वाटरशेड परियोजना से कराया जा रहा है।

इन कार्यों को भी जिले की प्रगति में सम्मिलित किया गया है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में 05 मई से जल चौपाल का कार्य प्रारंभ किया गया है। अभियान के दौरान जिले में समस्त विभागों के समन्वय से निरन्तर ग्राम पंचायतों में पानी चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। इसी प्रकार जिले में नवाचार के रूप में ऐतिहासिक बावडियो के जीर्णोद्धार अंतर्गत 09 बावड़ियों के जीर्णोद्धार के कार्य लिये गये है, जिनके जीर्णोद्धार की कार्यवाही प्रगतिरत है तथा उद्योग विभाग के सहयोग से इन बावडियो का जीर्णोद्धार कार्य सीएसआर मद से कराया जा रहा है। इसी प्रकार अन्य सभी विभागों द्वारा भी प्राप्त लक्ष्यों पर कार्य किया गया है एवं लक्ष्यों की शत प्रतिशत पूर्ति के लिए कार्य निरंतर किया जा रहा है।

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