आष्टा। भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव आज आष्टा नगर में दिगम्बर एवं श्वेतांबर जैन समाज ने उत्साह उमंग के साथ मनाया । प्रातः श्री दिगंबर जैन समाज द्वारा जहां उपाध्याय विनिश्चल सागर महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में एवं जैन धर्म के ध्वजों के साथ विशाल शोभायात्रा किला मन्दिर से नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली गई। जुलूस मार्ग पर समाजजनों द्वारा भगवान की आरती एवं मुनि राजों के पाग प्रक्षालन किये गये ।


दोनों जैन समाज के सभी
सभी जिनालयों में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम हुए वही महावीर भवन स्थानक में
महावीर भवन स्थानक में जाप के पश्चात वरघोड़ा निकाला
महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक एवं जिनशासन गौरव

गुरुदेव उमेश मुनिजी के दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर श्वेतांबर जैन समाज द्वारा 10 अप्रैल को प्रातः 8:15 बजे महावीर भवन स्थानक में जाप, अणु चालीसा,गुणानुवाद सभा के पश्चात श्री महावीर स्वामी गंज मंदिर से वरघोड़ा निकाला गया ।


जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए श्री सीमंधर जिनदत्त धाम दादाबाड़ी पहुंचा और वहां से आष्टा तीर्थ श्री नेमिनाथ मंदिर किला पहुंचा। यहा धार्मिक कार्यक्रमो के बाद समाज का स्वामीवात्सल्य सम्पन्न हुआ ।


सुबह भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा पर अभिषेक ,शांतिधारा,पूजन के कार्यक्रम सम्पन्न हुए । श्वेतांबर जैन समाज द्वारा गंज मन्दिर से वरघोड़ा निकाला गया।

दोनों जुलूस में समाज जन बड़ी संख्या में शामिल हुए। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर किला एवं श्री चंद्र प्रभु मंदिर गंज में महावीर भगवान को भक्ति भाव से पालना झुलाया गया।


प्रभावना डॉ राजेन्द्र कुमार,नयन, अंकित जैन वर्धमान परिवार द्वारा किला मंदिर पर वितरित की। विशाल शोभायात्रा किला मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए वापस किला मंदिर पर पहुंची। वहां भगवान के स्वर्ण कलशों से अभिषेक और शांतिधारा के लाभार्थी हर्षित वैदांत टोंग्या रहे।


वहीं महावीर भगवान की भव्य प्रतिमा के ऊपर छत्र चढ़ाने के लाभार्थी नरेन्द्र -हर्ष गंगवाल एवं पवन- अवि जैन रहे। ब्रह्मचारिणी मंजुला दीदी ने मंत्रोच्चार के साथ छत्र चढ़वाया ।

मुनि राजों के पाग प्रक्षालन के लाभार्थी सुनील कुमार धर्मेन्द्र कुमार जैन आदिनाथ परिवार रहा।समाज के बच्चों के दिव्य घोष ने समां बांधा और समाज की महिलाएं अपने -अपने मंडल के गणवेश में कतारबद्ध होकर चल रही थी।


इस अवसर पर उपाध्याय विनिश्चल सागर महाराज ने आशीष वचन देते हुए कहा कि वर्ष 2007 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आचार्य विराग सागर जी महाराज ने विशुद्ध सागर महाराज एवं विनिश्चय सागर महाराज को आज ही महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक महोत्सव दिवस पर आचार्य बनाया था।


आज महावीर स्वामी तो नहीं हैं लेकिन दोनों आचार्य समय सागर महाराज एवं विशुद्ध सागर महाराज जन-जन तक महावीर की वाणी पहुंचा रहे हैं। मुनिश्री प्रवर सागर महाराज ने कहा जीव जनम मरण की संस्कृति से छुटकारा लेकर अनंत सुख को प्राप्त कर सकता हैं।


आष्टा वैशाली नगरी लग रही है। महावीर भगवान का जन्म कल्याणक मना रहे हैं। अंतिम वर्तमान शासन नायक भगवान महावीर स्वामी ने जियो और जीने दो, अहिंसा का संदेश दिया। श्रावकों को अपने धर्म की सुरक्षा करना हैं।जैन धर्म दर्शन और नारे लगाने का ही नहीं अपितु आत्म कल्याण कर नर से नारायण बनने वाला धर्म है।


मुनि प्रवर सागर महाराज ने कहा यहां मंदिर का शिखर देखकर कैलाश पर्वत का स्मरण हो गया। यहां का जिनालय व समाज की भावना श्रेष्ठ है।अपने चारित्र पर ध्यान देवे। जैन संस्कृति को बचाना है तो खान-पान पर संयम व ध्यान रखना होगा।


जहां जैन संस्कृति है, वहां महावीर स्वामी के संदेश पर अमल होता है।मुनिश्री विश्राम सागर महाराज ने कहा आज आष्टा नगर में पंचकल्याणक के जन्मोत्सव का दृश्य नजर आया। अपने बच्चों को ऐसा संस्कार देवें कि वे भगवान व मुनिराजों के भक्त बने।


समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी नहीं मिल सकता है।अपने कर्मों का प्रक्षालन करों, मुनिराज का भले ही प्रक्षालन मत करना।जो शराब पीते हैं और व्यसन करते हैं वह जैन कहलाने के हकदार नहीं। बेटी को यह संस्कार देवें कि वह अपने धर्म से अलग नहीं जाएं। महावीर के नाम को बदनाम नहीं होने दे।


गुरु की महिमा से समाजजन भी दिगंबर कहलाते हैं। हमें अफसोस है कि 9 अप्रैल को पूरे विश्व में णमोकार महामंत्र का जाप हुआ और हम सात महाराज के होते हुए भी णमोकार महामंत्र का जाप नहीं कर पाए।

णमोकार महामंत्र ह्रदय में है, उसका बाल भी कोई बांका नहीं कर सकता हैं।विजय हमेशा सत्य की होती है।मृदुमन महिला मंडल ने किला मंदिर पर पालना झुलाने का कार्यक्रम आयोजित किया।

दोनों चल समारोह का कई संगठनों,संस्थाओं,समाजों द्वारा स्वागत सम्मान किया गया ।
समाज जनों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ पालना झुलाया। महावीर जन्म कल्याणक दिवस के चल समारोह में विधायक गोपालसिंह इंजीनियर,


नपाध्यक्ष हेमकुंवर रायसिंह मेवाड़ा,पूर्व नपा अध्यक्ष कैलाश परमार,
हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष कालू भट्ट,


नगर भाजपा मंडल अध्यक्ष अंजनी विशाल चौरसिया,महासंघ अध्यक्ष रूपेश राठौर, मनोहर भोजवानी,रवि शर्मा,मनोज सोनी काका,अनिल कुशवाह आदि शामिल हुए ।
