
सीहोर / आष्टा । प्रशासन लगातार बड़े बड़े दावे कई दिनों से कर रहा था की आगामी 15 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू होगी,सभी खरीदी केंद्र प्रमुखों की बैठकें भी आष्टा एसडीएम ने ली,उन्हें निर्देश भी दिये कि समय से पूर्व सभी केंद्रों पर सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ले,लेकिन इन निर्देशों को खरीदी केंद्रों के प्रमुखों ने हवा में उड़ा दिया,किसी भी केंद्र ने गम्भीरता से नही लिया ।


यही कारण रहा कि आज 15 मार्च को आष्टा में बनाये गये 27 खरीदी केंद्रों में से एक दो को छोड़ अन्य किसी भी केंद्र पर खरीदी नही हो सकी । सूत्र बताते है जब किसानों के स्लाट ही बुक नही हुए तो वे अपना गेंहू बेचने केंद्र पर कैसे ले जाते.? किसानों के स्लाट ऑनलाइन बुक होते है

बताया गया कि साइड पर स्लाट ही बुक नही होने के कारण,स्लाट बुक नही हुए । आज कुछ केंद्रों की जानकारी ली गई तो बताया कि आज तोल कांटे की पूजन की गई,एक दो केंद्रों पर गेंहू खरीदी भी हुई लेकिन इसकी कोई जानकारी अधिकृत रूप से जारी नही हुई ।


जिले से भी आज जो प्रेस विज्ञप्ति जारी हुई उसमे आज केवल श्यामपुर तहसील के झरखेड़ा स्थित उपार्जन केंद्र में किसान श्री धर्मेंद्र विश्वकर्मा से गेहूं की खरीदी कर उपार्जन कार्य का शुभारंभ होना बताया गया । यह किसान धर्मेंद्र विश्वकर्मा मध्य प्रदेश के पहले किसान बने है जिन से इस उपार्जन सीजन में गेहूं खरीदी का शुभारंभ हुआ।

किसान श्री विश्वकर्मा ने 30 क्विंटल गेहूं का विक्रय किया है तथा उन्हें 78,000 का भुगतान उनके खाते में कर दिया गया है। खरीदी का नगद भुगतान का क्या यह मतलब निकाला जाये कि इस बार खरीदी का तत्काल खाते में भुगतान भी हो जायेगा या ये केवल आज के लिये ही था..?


मतलब साफ है श्यामपुर को छोड़ जिले में कही भी गेंहू का आज उपार्जन नही हुआ है । अब बड़ा प्रश्न यह है की जब कई दिनों से इसको लेकर बैठकों का दौर चला, कलेक्टर ने सभी को सभी व्यवस्थाए सुनिश्चित करने के निर्देश दिये तो

फिर ऐसा कैसा हुआ कि आज जिले में गेहूं खरीदी जैसे बड़े कार्य की हवा कैसे निकली,इसका दोषी,जिम्मेदार आखिर कौन.? क्या इस सरकारी बड़े अभियान,कार्य की हवा निकालने की जिम्मेदारी तय होगी.? ।

अब आज तो जो होना था वो हो गया,लेकिन अब आगे व्यवस्थाए सुनिश्चित हो,व्यवस्थाए ना बिगड़े,खरीदी व्यवस्तिथ हो,किसान परेशान ना हो इसको लेकर सब कुछ ठीक ठाक हो जिला प्रशासन को अब इसकी चिंता ज्यादा करना होगी
