आष्टा । आष्टा नगर पालिका के पुराने फिल्टर प्लांट में खड़ी विगत 40 से 50 साल पुरानी पानी की टंकी जो लगभग जर्जर हो चुकी थी । जिसे गिराने का विधिवत नगर पालिका आष्टा द्वारा ठेका दिया गया था । ठेकेदार द्वारा लगभग एक माह से उक्त टंकी को डिसमेंटल करने के कार्य में जुटा हुआ था ।

कल रात्रि में लगभग 7:00 बजे से 8:00 बजे के बीच उक्त जर्जर पानी की टंकी के पिलर को कमजोर किया जा रहा था,ताकि टंकी ऐसी कैसी नीचे बैठ सके लेकिन इसी दौरान उक्त पुरी पानी की टंकी धड़ाम से नीचे आ गई ।

उक्त कार्यवाही के दौरान यूतो कोई जनहानि नही हुई लेकिन पानी की उक्त टंकी का एक हिस्सा पास ही बने पीएचई विभाग की लैब पर गिरवे से पूरी लैब क्षतिग्रस्त हो गई एवं उक्त भवन में ही पीएचई के एसडीओ का कार्यालय भी है वो हिस्सा भी दरारें पढ़ने से कमजोर हो गया है ।

क्षतिग्रस्त हुई लैब में जो यंत्र व पानी टेस्टिंग की जो मशीन,स्टूमेंट व अन्य जो भी सामान रखा था,वह सब क्षतिग्रस्त हो गया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आष्टा नगर पालिका के पुराने फिल्टर प्लांट में बनी उक्त पानी की टंकी जिसे 40 से 50 वर्ष पुरानी बताई जा रही है ।

उक्त टंकी से पानी टपकने, उम्र दराज होने के कारण उक्त पानी की टंकी जो की अपनी उम्र पूरी कर चुकी थी के पोपडे भी गिरने लगे थे तथा वह जर्जर जैसी हो चुकी थी ।

उक्त पानी की टंकी को गिराने के लिए नगर पालिका आष्टा द्वारा विधिवत ठेका दिया गया था । बताया गया है कि ठेकेदार द्वारा उक्त पानी की टंकी को गिराने का कार्य विगत एक माह से किया जा रहा था ।

धीरे-धीरे उक्त पानी की टंकी को डिस्मेंटल किया जा रहा था लेकिन कल रात्रि में लगभग 7 से 8 बजे के मध्य उक्त पानी की टंकी के पिलर अचानक बैठ गए और पुरी पानी की टंकी धड़ाम से नीचे आ गई ।

जिस वक्त यह घटना घटी पानी की पूरी टंकी का कुछ हिस्सा पास में ही बने पीएचई विभाग के भवन जिसमें लैब और एसडीओ का कार्यालय था के ऊपर गिर जाने के कारण लैब का पूरा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया । जिसमें काफी नुकसान आंका जा रहा है ।

आज प्रातः इस प्रतिनिधि ने उक्त स्थल का जब भ्रमण किया तब
ठेकेदार द्वारा पानी की उक्त टंकी के गिरे अवशेष को हटाने का कार्य शुरू कर दिया था । कल रात्रि में जिस वक्त पानी की टंकी गिरी उस वक्त ठेकेदार के मजदूर जरूर कार्य कर रहे थे लेकिन किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई और टंकी का जो हिस्सा पीएचई के भवन पर गिरा उसमें धन हानि जरूर हुई है ।

वैसे इस पूरे मामले में स्थानीय नगर पालिका व प्रशासन को जांच जरुर करना चाहिए कि जिस ठेकेदार को नगर पालिका द्वारा उक्त पानी की टंकी डिस्मेंटल किये जाने का ठेका दिया था उससे कहीं कोई बड़ी लापरवाही या चूक तो नही हुई है.?
इनका कहना है…

वर्षो पुरानी उम्र दराज हो चुकी उक्त टंकी को डिस्मेंटल किये जाने का नपा द्वारा विधिवत ठेका दिया गया था । ठेकेदार द्वारा सेफली उक्त टंकी को गिराने का कार्य किया गया । टंकी के डिस्मेंटल के दौरान पास ही बने पीएचई के भवन का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है,जिसे ठेकेदार द्वारा रिपेयर किया जायेगा-विनोद कुमार प्रजापति सीएमओ नपा आष्टा
























