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स्वच्छता ही सेवा-2025 अंतर्गत 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2025 तक मनाये जा रहे सेवा पखवाड़े के तहत स्वच्छता से संबंधित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन विभिन्न विभागों द्वारा राष्ट्रीय स्तर से पंचायत स्तर तक किया जा रहा है ।

इसी श्रंखला में शासन द्वारा जारी गाइडलाइन एवं कलेक्टर बालगुरु के. के नेतृत्व एवं अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नितिन टाले के निर्देशन में जनपद पंचायत -आष्टा अंतर्गत शामिल ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकाय में निवासरत सफाई कर्मियों एवं उनके परिवार के अन्य सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया । जिसमें सफाई कर्मियों का ब्लड प्रेशर लेवल,शुगर,नेत्र परीक्षण एवं पैथोलॉजी जांच की गई एवं उचित स्वास्थ्य बनाये रखने की सलाह दे कर आवश्यक दवाइयां वितरित की गई ।

यह स्वास्थ्य शिविर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र-आष्टा एवं जावर ,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-कोठरी एवं सिद्दीकगंज,स्वास्थ्य केंद्र-मैना सहित कुल 05 स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच एवं आवश्यक उपचार किया गया । शिविर में लगभग 113 से ज्यादा सफाई कर्मियों एवं उनके परिवार के अन्य सदस्यों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया ।

इस अवसर पर मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमित माथुर ने उपस्थित सफाई मित्रों को काम के दौरान ग्लोब्स पहनने ,मास्क लगाने एवं समय-समय पर अपना हेल्थ चेक अप कराने की सलाह दी । इस अवसर पर चिकत्स्कों ,स्वास्थ्य अधिकारी/कर्मचारियों एवं जनपद पंचायत-आष्टा के कर्मचारियों ने अपनी सेवायें प्रदान की ।

“पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक कुमार शुक्ल द्वारा थाना पार्वती का किया निरीक्षण एवं नवीन थाना भवन हेतु आवंटित भूमि का जायजा लिया गया”

आज पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक कुमार शुक्ला द्वारा थाना पार्वती का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाना परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा थाना प्रभारी हरि सिंह परमार को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।


पुलिस अधीक्षक शुक्ला ने विशेष रूप से महिला एवं बालिका संबंधित प्रकरणों को गंभीरता से लेकर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बुजुर्गों एवं वंचित वर्गों से जुड़े मामलों में संवेदनशीलता और प्राथमिकता के साथ कार्यवाही करने पर भी बल दिया।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि थाने में अनावश्यक रूप से कोई भी व्यक्ति न बैठे और प्रत्येक शिकायतकर्ता की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ सुनकर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक ने नवीन थाना भवन निर्माण हेतु आवंटित भूमि का भी स्थल निरीक्षण किया

और कहा कि शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ करने के प्रयास किए जाएंगे । जिससे पुलिस सेवाएं और अधिक सुदृढ़ एवं प्रभावी रूप से प्रदान की जा सकें।

“धर्म पुरुषार्थ ही हमें सही गति प्राप्त करा सकता है- मुनिश्री प्रवर सागर”

चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर अरिहंतपुरम में विराजमान मुनिश्री प्रवर सागर जी मुनिराज ने कहा
जितने भी अरिहंत हुए है, वे सब धर्म पुरुषार्थ से ही हुए है ।धर्म पुरुषार्थ जिन जीवो को समझ में आता है उनके जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन आने लगता है। लेकिन जिनको काम और अर्थ दो पुरुषार्थ समझ में आते है ,उन्हें धर्म पुरुषार्थ समझ में नहीं आता है । आचार्य वर कह रहे है वे जीव रत्नत्रय की महिमा को नहीं समझ सकते, संयम की महिमा को नहीं समझ सकते और न ही दर्शन विशुद्धि की भावना को समझ सकते है। मुनिश्री ने कहा सामान्य जीव भी दर्शन विशुद्धि भावना से जिनेंद्र भगवान के पादमूल में तीर्थंकर प्रकृति का बंध कर सकता है।बार -बार चिंतन करना जो हम पुरुषार्थ कर रहे है।

वह तीर्थंकर प्रकृति के लिए कर रहे है या अधोगति का कर रहे है।पाप प्रवृत्ति चल रही है। जैसे ही तीर्थंकरों को केवलज्ञान होता है ,यथाख्यात वृक्ष हो ,पूर्व में बोए हुए बीज सब फलित होने लगते हैं । मुनिश्री ने कहा दो प्रकार के फल होते है।एक इंद्रिय विषयों का फल होता है और दूसरा अतीन्द्रिय विषयों का फल होता है।इस पंचम काल के दुखमा काल में रत्ती भर भी सुख नहीं है ,हम इंद्रिय विषयों में ही सुख का अनुभव कर रहे है ।यह केवल सुखाभास है, सुख नहीं है ।जो दुख को देने वाला केवल दुःख ही है।उसे हम सुख मान रहे है।
वे मुनिराज जो शुद्ध उपयोगी है, आत्म का चिंतन कर रहे है उनका सुख अहमेंद्र से भी बढ़कर है। भोगी व्यक्तियों की दृष्टि पुद्गल पर होती है ,जबकि योगी व्यक्तियों की दृष्टि आत्म तत्व की और होती है।
पुद्गल में सुख- दुख नहीं है ,सुख दुख तो भावों में है। यदि समीचीन भावना है तो सुख का अनुभव होगा और यदि असमीचीन भावना है तो दुःख का अनुभव होगा ।

भैया समझ लेना यह मनुष्य पर्याय की स्वांस चल रही है ,अगर चारित्र समझ में आ गया तो संसार से विरक्ति का भाव आएगा ।संसार नहीं रुचेगा ,भरत चक्रवर्ती को चारित्र समझ में आ गया । 96 हजार रानियां ,छः खंड का वैभव भी दुखदाई लगने लगा और वैराग्य आ गया और अंतर्मुहूर्त में केवलज्ञान को प्राप्त कर लिया ।संसार में रंच मात्र भी सुख नहीं है । जिनके जीवन में स्त्री है उनका संसार बढ़ रहा है। जिनके जीवन में स्त्री नहीं है ,उनका संसार घट रहा है। भैया अपने भावों के मटके सीधे करने का पुरुषार्थ करोगे तो पर्याय सार्थक करने की दिशा में आगे बढ़ पाओगे।वास्तव में चारित्र समझ आएगा तो सार किसमे है समझ में आने लगेगा।

ओर अन्त में…….
नवरात्रि पर्व में आष्टा नगर के मानस भवन में आयोजित दो दिवसीय “ढोली थारो गरबा रास का रात्रि में समापन हुआ । आष्टा में पहली बार MP37 इवेंट्स के बैनर तले श्रीमति प्रीति टोंग्या एवं पार्षद श्रीमति अनिता भट्ट के नेतृत्व में एक सुव्यवस्तिथ,शानदार आयोजन देखने को मिला ।

गरबा रास में पुरुषों का प्रवेश नही होने के निर्णय के परिणाम स्वरूप सैकड़ो की संख्या में उपस्तिथ हुई मातृशक्ति ने खुले मन से गरबा कर मातारानी की भक्ति की । कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पहुचे सभी अतिथियों,जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों,विशेष सहयोगियों के संस्था की ओर से स्वागत सम्मान किया गया ।

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