

आष्टा । क्षमा ही वीरो का सच्चा आभूषण हैं क्योंकि जो वास्तव में शक्तिशाली और पराक्रमी होता है, वही क्षमा करने की क्षमता रखता है तथा तप ही धर्म का मूल है।

तपस्या से व्यक्ति की संयम शक्ति, मनोबल, संकल्प शक्ति बढ़ती है और आत्मा का शुद्धिकरण होता है जिससे मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। जैन धर्म में क्षमा का विशेष महत्व है और क्षमावाणी पर्व बड़ी ही आस्था के साथ मनाया जाता है।


जब भी जैनबंधु इस पर्व में आपस में मिलते हैं ‘‘मिच्छामि दुक्कड़म’’ वाक्यांश का उपयोग करते है, जिसका अर्थ होता है मेरे द्वारा जाने अनजाने में की गई गलती मिथ्या हो जाये।

उक्त बाते मानस भवन में आयोजित श्वेताम्बर जैन समाज के क्षमावाणी पर्व एवं तपस्वियों के बहुमान समारोह के अंतर्गत परम पूज्य साध्वीवर्या नम्रव्रता श्रीजी म.सा. द्वारा कही गई जिनके साथ प.पू. साध्वीवर्या मग्नव्रता श्रीजी म.सा. और मीतव्रता श्रीजी म.सा. भी विराजित थी।


पिछले 45 दिनो से श्वेताम्बर जैन समाज के नूरांश श्रीश्रीमाल, पराग धाड़ीवाल, यश मेहता, उमेश श्रीश्रीमाल, कु. नेहल सुराणा, कु. कृति वोहरा, श्रीमती प्रमिला श्रीश्रीमाल, शेफाली देशलहरा, संगीता सुराणा, सोनम देशलहरा, साधना वेदमुथा, हीरा ललवानी, सुनीता कटारिया तथा अरूणा कोचर का कठिन सिद्धितप जारी था जिसका आज समापन हुआ ।


जैन श्वेताम्बर श्रीसंघ, महावीर स्वामी गंज मंदिर समिति तथा आगमोद्धारक चातुर्मास समिति के सौजन्य से सभी तपस्वियों की बग्गी में शोभायात्रा श्री मालव गिरनार तीर्थ किला मंदिर से प्रारंभ हुई जो प्रमुख मार्गों से होते हुये मानस भवन पहुंची । स्थान स्थान पर विभिन्न संगठनो द्वारा इस भव्य शोभायात्रा का स्वागत किया गया।


मानस भवन में शोभायात्रा के समापन के पश्चात् प.पू. साध्वीवर्या की पावन निश्रा सिद्धितप के सभी तपस्वियों को बहुमान समारोह आयोजित किया गया जिसके लाभार्थी चांदमल सुरेश कुमार धाड़ीवाल परिवार रहे।

बहुमान समारोह में शॉल, श्रीफल, मोतियो की माला तथा सोने की गिन्नी के साथ सभी तपस्वियों का बहुमान किया गया साथ ही उनके पारणे का लाभार्थी परिवार स्व. प्रकाशचंद सिरेमल वोहरा परिवार रहा।


आयोजन में भगवान महावीर के जयघोष के पश्चात् शाश्वत् बहू मण्डल, अमन गांग, इन्दौर से पधारे संगीतकार विवेक भंडारी, श्रीमती स्मिता वोहरा द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया। नगीन वोहरा नें स्वागत भाषण दिया,

पराग धाड़ीवाल नें भी उद्बोधन दिया इसके पश्चात् विराजित साध्वीवर्या द्वारा सभी को संबोधित कर तप का महत्व बताया गया। इस अवसर पर जैन श्वेताम्बर समाज के अध्यक्ष पवन सुराणा द्वारा सभी सामाजिक संगठनो के अध्यक्षो के साथ क्षमायाचना की गई।


जिसमें प्रमुख रूप से सभी नगीन वोहरा एडवोकेट, रवीन्द्र रांका,भरत देशलहरा नगीन सिंगी तथा देशचंद वोहरा उपस्थित रहे। आयोजन में जनप्रतिनिधि विधायक गोपालसिंह इंजीनियर सहित राय सिंह मेवाड़ा,

विशाल चौरसिया, कैलाश परमार, डॉ. मीना सिंगी, सोनू गुणवान, रूपेश राठौर, कालू भट्ट, धनरूपमल जैन,अनिल श्रीवास्तव, मोहित सोनी, रवि शर्मा, तेजसिंह राठौर आदि की भी उपस्थिति रही।


आयोजन का सफल संचालन अतुल जैन सुराणा द्वारा किया गया। तपस्वियों के निकले जुलूस का सकल समाज के अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव,हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष कालू भट्ट,किराना व्यापारी संघ के अध्यक्ष शेलू मेहता के नेतृत्व में सभी सदस्यो ने तपस्वियों का स्वागत सम्मान किया


“चार्तुमास पर्व में सभी तपस्वियों का पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार मित्र मंडल ने किया सम्मान”
आष्टा अति धर्मं अनुरागी नगर हैं। साधु संतो की निश्रा अथवा सान्निध्य का सही लाभ उठाने में जैन श्रावक श्राविकाएं हमेशा आगे रहते हैं। पूज्य साध्वी नम्र व्रता श्रीजी, मग्नव्रता श्रीजी, मीत व्रता श्रीजी के पावन शुभनिश्रा में तप-व्रत अनवरत् हुए।

जैन साधु साध्वियां स्वंय कठोर तप के धारक होते है। चार्तुमास और पर्युषण में अभूतपूर्व ढंग से जैन समाज के युवक युवतियां, बच्चे बुजुर्ग कठोर व्रत उपवास किये। प्रभु कृपा से इन तपस्वियों का सम्मान और अनुमोदन करना हम सभी के लिए पुण्यवर्धंक हैं।


उक्त आशय के उद्गार पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने नगर के श्वेताम्बर जैन श्रावक श्राविक तपस्वियों के विशाल वरघोडे के सम्मान में व्यक्त किए। सम्पन्न पर्यषण पर्व एवं चार्तुमास पर्व में नगर के तपस्वी नुरांश श्रीमाल, यश मेहता, पराग धाडीवाल, उमेशश्री श्रीमाल, नेहल सुराणा,

कृतिका वोहरा, सोनम देशलहरा, शैफाली देशलहरा, प्रमिला श्री श्रीमाल, हीरा ललवानी, साधना वेदमुथा, संगीता सुराणा, सुनिता कटारिया, अरूण कोचर ने अढाई तप व अन्य तप के लाभार्थिंयो का विशाल वरघोडा नगर के विभिन्न मार्गों से निकाला गया। कैलाश परमार मित्र मंडल ने अदालत चौराहा पर तपस्वियों का बहुमान किया।


इस अवसर पर मोहन सिंह अजनोदिया, प्रदीप प्रगति, बिहारीलाल परमार, देवबगश मेवाडा, कोक सिंह ठाकुर, नरेंद्र कुशवाह, सुभाष नामदेव, दिलीप शर्मा, सुनिल प्रगति, सुरेन्द्र परमार, वीरेन्द्र परमार, राजकुमार साहू, जितेन्द्र साहू,

शुभम शर्मा, श्रीमति निक्की साहू एडवोकेट, मनमोहन परमार, रवि विश्वकर्मा, रमेश चंद शर्मा, अनंत साहू, सुमित कलमोदिया, शंकर बोडाना, संतोष मालवीय, नरेंद्र सिंह ठाकुर, नरेंद्र ठाकुर ,महेश मेवाडा,अमित सेन, महेश चिरौंजिया आदि ने भी तपलाभार्थिंयों का अभिनंदन किया। संचालन गोविंद शर्मा ने किया।


“नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाडा ने किया स्वागत-सम्मान”
श्री जैन श्वेतांबर समाज द्वारा पर्यूषण महापर्व के समापन अवसर पर सिद्धीतप के तपस्वियों का भव्य वरघोड़ा जुलूस निकाला गया, जिसका कॉलोनी चौराहे पर नपा अध्यक्ष

प्रतिनिधि रायसिंह मेवाडा के नेतृत्व में रवि शर्मा,सोनू गुणवान,रूपेश राठौर,चेतन छाजेड़ ने सभी तपस्वियों का,समाज प्रमुखों का स्वागत कर तपस्वियों का बहुमान किया गया।

























