धर्मात्मा के बिना धर्म नहीं हो सकता है।आठ कर्मों का क्षय करें।घाति और अघाति आठ कर्म होते हैं। जैन धर्म बाल की भी खाल निकाल देता है। तर्क करने वाले को सम्यकत्व की प्राप्ति नहीं होती है। कुछ करें या न करें लेकिन आलोचना पाठ नित्य सुबह – शाम सभी अवश्य पढ़ें।हम सम्यकत्व मार्ग पर चलने वाले के आगे ही मस्तिष्क झुकाते हैं।

सच्चे देव, शास्त्र और गुरु के आगे ही नमन करें। जैन धर्म की तपस्या सुनकर सभी आश्चर्यचकित रह जाते हैं।साधना विवेक पूर्वक करें। शिक्षक पहले स्वयं पढ़ते हैं फिर बच्चों को पढ़ाते हैं। मिथ्यात्व में नहीं जिना चाहिए ।गलत बात की अनुमोदना करी वहीं से मिथ्यात्व शुरू हो जाता है। जैन धर्म में चमत्कार को नहीं नमस्कार को स्थान है।

उक्त बातें श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर गणाचार्य श्री विराग सागर जी महाराज की सुयोग्य शिष्या आर्यिका रत्न 105 श्री विदिता श्री माता जी ने आशीष वचन देते हुए कहीं।आपने कहां कि आचार्य समंतभद्र स्वामी न्याय के बहुत बड़े ज्ञाता थे। अपनी लकीर बड़ी करना है तो दूसरे की लकीरें न मिटाएं बल्कि उससे बड़ी लकीर खींचें। बनारस में चंद्र प्रभु भगवान की प्रतिमा है ।समंतभद्र मुनिश्री द्वारा स्वयंभू स्तोत्र को लिखते हुए आठवें भगवान चंद्र प्रभु का लिखने लगे और चंद्र प्रभु भगवान की प्रतिमा प्रकट हुई।

आर्यिका विदिता श्रीजी ने आगे कहा आज धर्म पर श्रद्धान कम है।एक समय था जब साधु -संतों के दर्शन करने के लिए समाज जन तरसते थे और आज पुण्योदय से बार -बार मुनियों के दर्शन हो रहे हैं। अपने श्रद्धान को जगाएं।मैना सुंदरी ने अपने श्रद्धान से पति के कोढ़ को ठीक कर दिया।आत्मा को परमात्मा बना सकते हैं। आठ कर्मों को नष्ट नहीं करते जब तक इस संसार में भटकना पड़ता है। मोहिनी कर्म संसार में परिभ्रमण करा रहा है।आज लोगों को मोह ही आत्म कल्याण नहीं करने दे रहा है।

विदिता श्रीजी ने कहा घर से बाहर निकलने पर मोह छुटता है।संयम के मार्ग पर चलकर आराम से कष्ट सह लिए ,वह निश्चित मोक्ष प्राप्त कर लेते हैं।आयु को किसी ने नहीं देखा। सभी अपने- अपने पुण्य से जन्म लेते हैं। हम बच्चों को संस्कार नहीं दे पा रहे हैं, पहले स्वयं मजबूत हो। कार्य कठिन है उसे हर कोई नहीं कर सकते हैं।जिसे जन्म मरण से मुक्ति चाहिए वह त्याग, संयम के मार्ग पर अग्रसर हो।आपने अहमदाबाद में एयर इंडिया प्लेन क्रेश होने की घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए मृतकों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।
“नवागत एसडीएम नितिन कुमार टाले ने किया पदभार ग्रहण, श्रीमती स्वाति उपाध्याय मिश्रा हुई रिलीज,टाले ने सिविल अस्पताल पहुंचकर किया निरीक्षण व्यवस्थाओं के लिए जानकारी दिये निर्देश”

कलेक्टर बालागुरु के ने कल आष्टा एसडीएम श्रीमती स्वाति उपाध्याय मिश्रा को सीहोर एवं उनके स्थान पर सीहोर से नितिन कुमार टाले को आष्टा एसडीएम के रूप में नियुक्त किये जाने के आदेश जारी किये । आज प्रातः नवागत एसडीएम नितिन कुमार टाले आष्टा तहसील कार्यालय पहुंचे तथा पदभार ग्रहण किया । पदभार ग्रहण करने के पश्चात अधीनस्थों से परिचय प्राप्त कर वे सीधे सिविल अस्पताल आष्टा पहुंचे ।


सिविल अस्पताल आष्टा पहुंचने पर बीएमओ डॉक्टर अमित माथुर ने उनका पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया । सिविल अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे एसडीम नितिन कुमार टाले ने ओपीडी, डायलिसिस यूनिट, लेबर रूम, मेल एवं फीमेल वार्ड सहित अन्य यूनिटों का निरीक्षण किया तथा व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए उचित निर्देश दिये । इस अवसर पर नायब तहसीलदार मुकेश सांवले,अस्पताल स्टॉफ आदि साथ थे ।

“डीएपी खाद एवं उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी कर रहे दुकानों का औचक निरीक्षण”
कलेक्टर बालागुरू के. के निर्देशानुसार जिले में आगामी खरीफ सीजन के लिए डीएपी, यूरिया सहित अन्य उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों का निरीक्षण किया जा रहा है। डीडीए अशोक कुमार उपाध्याय ने बताया कि सभी इस संबंध में कृषि विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

संबंधित अधिकारी उर्वरकों की दुकानों पर जाकर निरीक्षण कर रहे हैं और डीएपी, यूरिया सहित अन्य उर्वरकों की मात्रा का भौतिक सत्यापन कर रहे हैं। इसी क्रम में कृषि विभाग सहायक संचालक अनिल जाट एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कमलसिंह ठाकुर एवं क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी लाड़सिंह बकोदिया द्वारा उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों का ओचक निरीक्षण किया गया।

विभिन्न दुकानों के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सीहोर स्थित इफको किसान बाजार के पास 64 टन, अग्रसेन ट्रेडिंग कंपनी के पास 07 टन, बालाजी कृषि सेवा केंद्र 29 टन, धानवी सीडस एंड पेस्टiसाइड झागरिया (बिलकिसगंज) 11टन, दिवाकर ट्रेडिंग कंपनी अहमदपुर 11टन, मेवाड़ा कृषि सेवा केंद्र सीहोर 50 टन, सीहोर फ़र्टिलाइज़र 16 टन, श्री हरी कृषि सेवा केंद्र सीहोर के पास 76 टन डीएपी खाद उपलब्ध है। अधिकारियों ने विक्रेताओं को निर्देश दिए कि वे अपनी दुकानों पर रेट लिस्ट लगाकर रखे और किसानो को पीओएस मशीन के माध्यम से ही खाद उपलब्ध कराये।

“राज्यपाल के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में कलेक्टर एसपी ने किया कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण,कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में दिए आवश्यक दिशा निर्देश”
कलेक्टर बालागुरू के. तथा एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने रेहटी तहसील के ग्राम झोलियापुर में राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

इस संबंध में कलेक्टर बालागुरू के. ने बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां समय से पहले ही पूर्ण कर ली जाएं तथा सभी विभाग एक दूसरे से समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर आगमन, निर्गमन, पेयजल, बैरिकेडिंग, पार्किंग, फायर ब्रिगेड, यातायात, बैठक व्यवस्था एवं साफ सफाई सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।


एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने सभी पुलिस अधिकारियों को कार्यक्रमों में सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम डीएस तोमर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
“जिला पंचायत सीईओ ने किया इकार्डा का निरीक्षण, इकार्डा द्वारा संचालित गतिविधियों की ली विस्तार से जानकारी”


जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन सीहोर जिले के अमलाहा स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर एग्रीकल्चर रिसर्च इन दा ड्राई एरियास (इकार्डा) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने इकार्डा द्वारा किये जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने जल संरक्षण संवर्धन कार्य, आधुनिक खेती की तकनिकों, मनरेगा के तहत निर्मित किये जा रहे खेत

तालाब,अमृत सरोवर, एकीकृत कृषि तकनीकी पद्धति आदि का अवलोकन किया और विस्तार से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जानकारी दी गई कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत संस्था के वैज्ञानिक मनरेगा अंतर्गत निर्मित किये जा रहे खेत तालाब, अमृत सरोवर पर अध्ययन कर एकीकृत कृषि तकनीकी पद्धति पर जिला प्रशासन को सुझाव देंगे।


इस कार्य मे संस्थान के वैज्ञानिक, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एवं मनरेगा का जनपद स्तरीय अमला मिलकर कार्य करेंगे। इससे खेत तालाब के हितग्राहियों को लाभ होगा और आधुनिक कृषि मछली पालन, उन्नत किस्म के फलदार पौधों, शहद उत्पादन जैसे कार्यों से उनकी आजीविका में भी सुधार होगा।
























