आष्टा। सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल के निर्देशानुसार एवं जुवेनली जस्टिस कम्युनिटी हाई कोर्ट मध्यप्रदेश के परिपालन में प्रदेश के 1 से लेकर 18 वर्ष आयु के सभी दिव्यांग बच्चों का परीक्षण शिविर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के मुख्य आतिथ्य में स्थानीय जनपद पंचायत भवन में आयोजित हुआ।

इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार असहाय, गरीब व अल्प आय में अपना पालन-पोषण करने वाले नागरिकों की सेवा के लिए कृत संकल्पित है। सरकार द्वारा ऐसे नागरिकों के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कर लाभान्वित किया जा रहा है।

दिव्यांगजनों के लिए यह शिविर वास्तविकता में संजीवनी की तरह कारगर साबित होगा, क्योंकि दिव्यांग बच्चों को परीक्षण के लिए जिला अस्पताल तक ले जाना एक गरीब परिवार के लिए कठिन कार्य होता है। शिविर में जितने भी दिव्यांगजनों ने अपना परीक्षण करवाया है उन सभी को 30 नवंबर तक चिन्हांकित बच्चों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र तथा यूडीआईडी नंबर दिया जाएगा, ताकि उन्हें शासन की पेंशन व अन्य योजनाओं का लाभ दिलाया जा सकें।

समग्र अधिकारी दीपाली सोलंकी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस शिविर को सफल बनाने में महिला बाल विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आयूष विभाग तथा लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग सम्मलित है जो अपने-अपने स्तर से शिविर का आयोजन कर नागरिकों को जागरूक करने का कार्य करते हुए ऐसे बच्चे जो 1 से 18 वर्ष तक की आयु प्राप्त कर चुके है और दिव्यांग है उन्हें लाभान्वित करने का काम कर रहे है।

शिविर में अनेक लोगों ने भाग लेकर अपना दिव्यांगता का परीक्षण करवाया। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, पार्षद कमलेश जैन, रवि शर्मा, डॉ.सलीम खान, समग्र अधिकारी दीपाली सोलंकी, धर्मेन्द्र दिसावरी, सुरेश सेन, सर्वेश भट्नागर, कुलदीप सोनी आदि उपस्थित थे।























