
आष्टा। सनातन धर्म का आधार वेद है।महान विद्वान मनुजी महाराज ने कहा है कि वेद ही धर्म का मूल है। जिसका आधार ईश्वरीय ज्ञान है।इसी सत्य सनातन वैदिक धर्म के संदेश से ओतप्रोत सामाजिक, आध्यात्मिक व राष्ट्रीय चेतना प्रदान करने वाले संगीतमय वैदिक सत्संग एवं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम,

योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण की संस्कृति का दिग्दर्शन कराने ऋषि संस्कृति के रक्षक एवं पोषक स्वामी दयानंद सरस्वती के मिशन को आगे बढ़ाने, दिग्भ्रमित समाज को सही दिशा देने के उद्देश्य से मानस भवन आष्टा में 29 जुलाई से 3 अगस्त तक विदुषी अंजलि आर्या करनाल के मुखारविंद से संगीतमय वैदिक सत्संग आयोजित किया है।


अंजलि आर्या श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराएगी। इस आयोजन को भव्य रूप देने के लिए वेद प्रचार मंडल, समस्त आर्य समाज, श्रीराम मानस संस्कृति एवं समाज कल्याण समिति तथा शीतला माता मंदिर समिति ने रविवार 20 जुलाई को दोपहर ढाई बजे मानस भवन में एक बैठक आयोजित की है।

धर्ममय नगरी आष्टा में चातुर्मास के दौरान दिगंबर जैन संत एक तरफ जहां किला मंदिर में मुनिश्री सजग सागर जी एवं सानंद सागर मुनिराज तथा अलीपुर मंदिर में प्रवर सागर मुनिराज एवं गंज श्वेतांबर जैन मंदिर में

साध्वी नम्रव्रता श्रीजी,मग्नव्रता श्रीजी एवं मीतव्रता श्रीजी के दर्शन व आशीष वचन हो रहें हैं। वहीं मंगलवार 29 जुलाई से विदुषी अंजलि आर्या के मुखारविंद से शाम साढ़े सात बजे से रात्रि 10 बजे तक संगीतमय वैदिक सत्संग श्रद्धालुओं द्वारा श्रवण किया जाएगा।


2 अगस्त शनिवार को सुबह 10 से 12 बजे तक कक्षा पांचवीं से ऊपर कक्षा वाले छात्र – छात्राओं को अच्छी शिक्षा के लिए अंजलि आर्या प्रेरित करेंगी। सभी छात्र -छात्राओं को आयोजक स्वल्पाहार कराएंगे।

इस धार्मिक कार्यक्रम के दौरान 3 अगस्त रविवार को शाम 7 से 8 बजे तक राष्ट्रीयता से ओतप्रोत आष्टा विकास खंड क्षेत्र के सैनिकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया है। जिसमें शहीद हुए सैनिकों के माता-पिता व परिजन का सम्मान किया जाएगा।

इस संगीतमय वैदिक सत्संग में 29 जुलाई से 3 अगस्त तक सुबह आठ से दस बजे तक निःशुल्क यज्ञ अंजलि आर्या के परम सानिध्य में होगा। प्रत्येक दंपत्ति इसमें शामिल होने के लिए मनोज सोनी काका के मोबाइल नंबर 98932 83540 पर सूचना देकर अपना पंजीयन कराएं।
