
आष्टा । शुक्रवार 11 जुलाई से , श्रावण मास के उपलक्ष में श्री शिव कथा एवं पार्थेश्वर शिवलिंग निर्माण, पूजन व महा अभिषेक का भव्य आयोजन माखन लाल,दिनेश कुमार, धर्मेन्द्र कुमार सोनी द्वारा प्रारंभ किया । जो मंगलवार 15 जुलाई 2025 तक चलेगा, इस आयोजन के प्रथम दिवस पंडित अशोक शर्मा शास्त्री खजुरिया वाले, के मुखारविंद से भव्य श्री शिव कथा का वाचन किया गया,जिसमें उन्होंने श्री गणेश एवं रिद्धि सिद्धि के बीच हुए एक संवाद का वर्णन किया ।

गणेश जी रिद्धि सिद्धि को कहते हैं कि इस ब्रह्माण्ड में मेरी माता से सुंदर अन्य कुछ भी नहीं है,जिस पर प्रतिक्रिया में रिद्धि सिद्धि उन्हें कहती हैं कि आपकी माता से सुंदर आपके पिता शिव है, इस बात को लेकर भगवान श्री गणेश एवं रिद्धि सिद्धि के बीच वार्तालाप मैं कोई सहमति नहीं बनती है, लेकिन जब भगवान श्री गणेश अपने माता -पिता शिव पार्वती को तीर्थ दर्शन करते हुए,हर की पौड़ी पर पहुंचे और पौड़ी पर शिव जी को स्नान करते देखा तो हर समय भस्म से रमे शिव को मूल स्वरूप में देख कर अचंभित रह गए,क्यों कि शिव जी का मूल स्वरूप कपूर जैसा सफेद एवं सुंदर प्रदर्शित हो रहा था,इस दृश्य को लेकर आज तक आरती के पश्चात श्लोक का वाचन किया गया है, करपुर गौरम करुणावताराम संसार सागर भुजगेंद्रहारम्,एवं इस वृतांत से यह भी स्पष्ट होता है कि

ब्रह्मांड में अपने माता-पिता को सबसे पहले तीर्थ दर्शन भगवान श्री गणेश ने कराया था जब से ही माता-पिता को तीर्थ दर्शन करने का महत्व संसार को ज्ञात हुआ। कथा से पहले पार्थेश्वर शिवलिंग निर्माण किया गया जिसमें उपस्थित भक्तों ने शिवलिंग निर्माण कर अभिषेक किया, कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गण एवं मातृशक्ति उपस्थित रहे,कथा के पश्चात प्रसादी वितरण किया गया ।
