ये घुंघरू जो बजते नही…हंडी में चावल पका की नही इसका अंदाजा केवल एक चावल को मस्कने से लग सकता है,तो एक पंचायत में जब शौचालय के हितग्राही को पात्र करने के 500 की रिश्वत ली जाती हो तो अन्य पंचायतों में क्या बिना पैसे के हितग्राही पात्र हो गये होंगे..? क्या अब सभी 144 पंचायतों में इस योजना की जांच नही होना चाहिये..?ये है एक यक्ष प्रश्न,इसका उत्तर कौन देगा
दोस्तो मित्रों एवं आष्टा हैडलाइन के लाखों पाठकों आज आपको एक ऐसे घुंघरू की आवाज से रूबरू कराता हु,जिसकी गूंज आष्टा जनपद से लेकर दिल्ली तक गूंजी है । मामला…