आष्टा । कोठरी कस्बे में आज फिर स्वास्थ विभाग की पहुची जांच टीम ने एक फर्जी तरीके से बिना परमिशन के एक रहवासी मकान में चल रहे अस्पताल पर छापा मारा। बीएमओ डॉ जीडी सोनी के मार्गदर्शन में जब स्वास्थ विभाग की टीम प्रमुख
डॉ गम्भीर पटेल,मोहन श्रीवास्तव,प्रमोद परमार मौके पर पहुचे तो दंग रह गये। रहवासी मकान को बिना डिग्री के अपने को डॉक्टर बता कर भोले भाले ग्रामीणों का इलाज करने वाले डॉक्टर अशोक मालेकर मौके पर उपस्तिथ मिले।
जांच टीम के प्रमुख डॉ गम्भीर पटेल ने उनसे उनकी डिग्री कौन सी है,किस पैथी से इलाज कर सकते है,किस पैथी से इलाज किया जा रहा है,घर मे जो अस्पताल खोल रखा है उसकी परमिशन कहा से मिली,कब मिली,किसने दी सहित
अन्य दस्तावेज जब मांगे तब डॉक्टर साहब के पास ना कोई डिग्री,ना कोई दस्तावेज मिले ना ही उन्होंने कुछ भी दस्तावेज बताये,कोई डिप्लोमा है ये जरूर बताया । जब घर अस्पताल को देखा तो करीब 5/6 मरीजों का इलाज चल रहा था,उनेह ग्लूकोज की बॉटल चढ़ाई जा रही थी।
कुछ मरीज इलाज के लिये बैठे थे। चित्र देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है की इस अवैध रूप से एक फर्जी डॉक्टर द्वारा संचालित अस्पताल में क्या चल रहा था।
जब जांच टीम उक्त घर अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर पहुची तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई ऊपर मंजिल पर बोरो में अंग्रेजी दवाये,ग्लूकोज़ की बोतलें, बड़ी मात्रा में भरे पड़े मिले। मिली दवाये,बोतल एक्सपायरी थे या नही ये जांच का बिंदु है।
बताया जाता है कि जब भी कोठरी में स्वास्थ विभाग की टीम जांच हेतु पहुचती थी तब ये डॉक्टर अशोक मालेकर अपना उक्त उक्त क्लिनिक रूपी अस्पताल बन्द कर रफूचक्कर हो जाता था।
कुछ दिन कामकाज बन्द कर तफरी करने निकल जाता जब लगता कि अब सब ठीक है तब फिर अपनी दुकान शुरू कर लेता था। कुछ दिनों पूर्व जब अवैध क्लीनिकों,अस्पतालों,फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चला था तब भी ये भाग गया था।
जैसे ही ये फिर शुरू हुआ तब मिली सूचना पर आज इसे दबोचा गया। फर्जी तरीके से चल रहा अस्पताल सील कर कार्यवाही की गई है। आखिर इस फर्जी डॉक्टर,अवैध अस्पताल को किसका आशीर्वाद मिला हुआ है
जो ये इतनी दबंगता से ये सब कार्य धड़ल्ले से करता है..? सीएमएचओ साहब जरा एक निगाह आष्टा जावर में जो अस्पताल चल रहे है उधर भी निगाह घुमा दीजिए,क्या ये अस्पताल सभी शर्तो के ,नियमो के तहत चल रहे है या…?
इनका कहना है..
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद आज कोठरी में उक्त अवैध अस्पताल चलने की सूचना मिलने पर छापामारा था,यहा डॉक्टर के पास कोई डिग्री नही मिली,चल रहे अस्पताल के भी कोई दस्तावेज नही बताये,जब टीम पहुची तब कई मरीजों का इलाज हो रहा था,ऊपर एक कमरे मे बहुत सारी दवाये अंग्रेजी भी मिली अस्पताल सील कर दिया है। प्रतिवेदन बना कर कार्यवाही हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जायेगा-डॉ गम्भीर पटेल जांच टीम प्रमुख सिविल अस्पताल आष्टा