ये घुंघरू जो बजते नही….कांग्रेस में खो-खो का खेल कोई नया नही है.! सह प्रभारी आरती भगोरिया को खो..दे कर नूरी खान-सुनील नाहर को बनाया सह प्रभारी,ये नियुक्ति कुछ तो कहती है.!
आष्टा। कांग्रेस में गुटबाजी,बड़े नेताओं द्वारा अपने समर्थकों को एडजेस्ट करने की परम्परा, अपने चहेतों को तब्बजो देना आदि कोई नई बात नही है। मप्र में सत्ता से विमुख हुई…