“बिना साधन के साध्य की प्राप्ति नहीं,चातुर्मास से लोगों के जीवन में परिवर्तन आना चाहिए –मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज
आष्टा में 5 नये प्रतिमाधारी हुए,यह हमारे चातुर्मास की सफलता है”
वस्तु का स्वभाव धर्म है। उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव भी दस धर्म है। चातुर्मास से लोगों के जीवन में परिवर्तन आना चाहिए। उच्च भाव आना चाहिए। भगवान की विशालता के अनुसार भक्ति होती है। जैसे भगवान वैसे भक्त होंगे। कोई व्यसनी और पापी पाप जिसकी शरण में जाने के बाद छोड़ दें वही धर्म है।साधन में अटके नहीं साध्य करें। रत्नात्रय साधन है मोक्ष में पहुंचने का।
महावीर भगवान का जीव सिंह अर्थात शेर पर्याय से मुनि की वाणी को सुनकर आत्म कल्याण के मार्ग पर अग्रसर हुआ। बिना साधन के साध्य की प्राप्ति नहीं। मानव में तीन लोक के नाथ बनने की सामर्थ्यता है ,लेकिन तीन लोक के चक्कर में भटक रहे हैं। सम्यकदृष्टि साधन में उलझता नहीं है। उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर प्रख्यात प्रवचनकार मधुर वाणी के धनी मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने आशीष वचन देते हुए कहीं। आपने कहा कि पहले के जमाने में आधुनिक साधन नहीं थे तो बैलगाड़ी से यात्रा करते थे,
इस लिए समय भी अधिक लगता था और भरोसा नहीं रहता था कि सम्मेद शिखरजी की यात्रा कर वापस लोटेंगे या नहीं। सभी से मिलकर जाते थे।साकुशल वापस आने पर स्वागत – सम्मान करते थे।आज साधनों के कारण व्यक्ति सम्मेद शिखरजी की यात्रा करके वापस आ जाता है। सम्मेद शिखरजी की यात्रा के बाद पाप नहीं करता था और प्रतिमा धारण कर लेता था तथा त्याग – तपस्या के मार्ग पर अग्रसर हो जातें थे। पाक जगह अर्थात धार्मिक स्थल पर होकर आने वाले पाप नहीं करते हैं।
मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने कहा कि सम्मेद शिखरजी की तीन परिक्रमा करके पापों को छोड़ दें। सम्यकदृष्टि और मिथ्या दृष्टि पर प्रकाश डालते हुए कहा सम्यकदृष्टि शरीर को साधन समझते हुए धर्म – ध्यान व आराधना करता है। अभिप्राय क्या है यह ध्यान रखें।शरीर घोड़े के समान है। संसारी प्राणी घोड़े को सजाने की तरह शरीर को सजाने में लगा हुआ है। सम्यकदृष्टि जीव शरीर से धर्म कर पुण्य अर्जित करते हैं। हमने पुरानी पिच्छी आगे बढ़ने के लिए दी है तथा नई पिच्छी ली है।पुण्यवान व्यक्ति को पिच्छी लेने और देने का अवसर मिलता है, इसलिए अपना पुण्य और अधिक गाढ़ा करें, धर्म की जिम्मेदारी है,इन पुण्यवान लोगों के हर क्रिया में वैराग्य झलकना चाहिए।गलत काम नहीं करें।
आष्टा चातुर्मास में चार से पांच प्रतिमा धारी हो गए, ग्यारह साल की दीक्षा अवधि में पहली बार इतने प्रतिमा धारी हमने बनाएं है। भगवान की प्रतिमा पर किया गया अभिषेक,शांति धारा का गंधोदक आप भाव सहित अपने मस्तिष्क पर लगाते है तो फल प्रदान करेगा। अपने पति व पुत्र से कहें कि हमें रोज चार बूंद गंधोदक की देवें। इसका परिणाम यह रहेगा कि अगले भव में आप सीता और आपके पति रामजी बनेंगे तथा मैना सुंदरी एवं राजा श्रीपाल बनेंगे।भगवान का अभिषेक बहुत ही पुण्य अर्जन कराता है। मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने कहा कि जैन समाज कमजोर नहीं बहुत शक्तिशाली है।आवश्यकता है हम अपनी ताकत एकता के साथ दिखाएं ।जैसा कि संथारा के दौरान श्वेतांबर और दिगंबर जैन समाज ने अपना विरोध पूरे देश में किया तो सरकार को झुकना पड़ा। समाज के आव्हान पर सभी को एकजुट होकर आगे आना चाहिए। मतभेद हो लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए। जैन धर्म क्षत्रियों और वीरों का धर्म है। धर्म प्रभावना अवश्य करें। संसार में हर व्यक्ति स्वार्थी हैं।
“राजस्व मंत्री श्री वर्मा का आज सीहोर जिले में दौरा कार्यक्रम”
राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा 28 नवंबर को प्रात: 10:30 बजे भोपाल से प्रस्थान कर दोपहर 12 बजे इछावर के ग्राम गाजीखेड़ी में आयोजित स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके पश्चात राजस्व मंत्री श्री वर्मा दोपहर 01 बजे भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।
“विधायक कार्यालय में हुई जनसुनवाई,42 आये आवेदन”
आष्टा विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर जनता की समस्याओं एवं उनकी शिकवा शिकायतों को सुनने के लिए प्रत्येक बुधवार को अपने कार्यालय में जनसुनवाई के लिये उपस्तिथ रहते है। आज बुधवार को जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत प्रातः आष्टा विधानसभा क्षेत्र के अनेकों ग्रामो के एवं नगर के नागरिक अपनी समस्याओं एवं शिकायतों को लेकर विधायक कार्यालय पहुंचे ।
विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर ने कार्यालय में सभी आये क्षेत्र के नागरिकों से उनकी समस्याएं सुनी एवं आवेदन लिए । आज जनसुनवाई में लगभग 40 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए । इन आवेदनों में से जो समस्याएं तत्काल निराकरण हो सकती थी उन्हें संबंधित विभाग के अधिकारियों को फोन लगाकर तत्काल आवेदकों की समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए । वही जो समस्याएं अन्य विभागों से संबंधित थी उन्हें विभागों को भेज कर आवेदकों की समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिये ।
“मॉडर्न पब्लिक स्कूल में हैंड राइटिंग प्रतियोगिता की गई आयोजित”
नगर के सेमनरी रोड स्थित मॉडर्न पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल आष्टा में हैंडराइटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें कक्षा तीसरी, चौथी व पांचवी के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। हैंडराइटिंग प्रतियोगिता में कक्षा तीसरी से राधिका ने प्रथम, अग्रिमा ने द्वितीय एवं अक्षिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इसी प्रकार कक्षा चौथी में योगिता ने प्रथम वेदिका ने द्वितीय एवं मनस्वी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं कक्षा पांचवी से अर्पिता ने प्रथम, शिवम ने द्वितीय, अपेक्षा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। आयोजित हैंडराइटिंग प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।
संचालक मंडल व शाला परिवार के मार्गदर्शक शंकर लाल परमार, कुंवर लाल परमार,भीम सिंह ठाकुर एवं समिति अध्यक्ष अभिषेक परमार, प्राचार्य शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, उपप्राचार्य विकास चौरसिया, बी.एल. मालवीय, रवि पाठक, संदीप जोशी, राजेश बड़ोदिया, रजत धारवां, पंकज ठाकुर, जितेन्द्र पोरवाल, अनीता परमार, निमर्ला सारसिया, करिश्मा चौपड़ा, अंजली चौरसिया, अंजु नावड़े, रचना ठाकुर, नीता सक्सेना, इशा जैन, इतिका चौहान, प्रियंका सारसिया, पायल ठाकुर, अवनि जैन, पूजा ठाकुर आदि ने बच्चो की सराहना की व उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।