आष्टा। नेवज नदी के उद्गम स्थल व पुरातात्विक धरोहर देवांचल धाम देवबड़ला बिलपान में खुदाई के दौरान छिन्न-भिन्न स्थिति में निकले हुए मंदिरो को पुनः स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है।
खुदाई में निकले पहले शिव मंदिर का काम पूर्ण होने के बाद अब दूसरे मंदिर को मूर्त रूप देने का टेंडर हो चुका है।
आज ठेकेदार हरेंद्रसिंह ठाकुर देवांचल धाम देवबड़ला पहुंचे मंदिर समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह भगतजी व कुँ.विजेंद्रसिंह भाटी ने उन्हें मेहतवाडा से ले जा कर मंदिर प्रांगण का निरीक्षण करवाया।
ठेकेदार ठाकुर ने बताया जनवरी माह में दूसरे मंदिर का काम शुरू किया जाएगा।
पुरातत्व अधिकारी गीरेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया खुदाई में मिले अवशेषों के अनुरूप दूसरा मंदिर भगवान विष्णु जी का लगता है।
इसी के साथ यहा खुदाई का काम भी सतत चल रहा है।
जिसमें तीसरे मंदिर के एक चौथाई भाग को निकाल लिया गया है।
इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह भगत जी, जनपद सदस्य भीष्मसिंह ठाकुर,कुँ.विजेंद्रसिंह भाटी,फतेह सिंह जी चौबारा, पं.गजानन आचार्य,संतोष गिरी, मिस्त्री भूरा जाट,जुगल मेवाड़ा आदि उपस्थित थे।