आष्टा। राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार आज आष्टा न्यायालय में राष्ट्रीय नेशनल लोक अदालत का (आफलाईन/ऑनलाईन) आयोजन किया गया।
उक्त नेशनल लोक अदालत मे तहसील न्यायालय आष्टा मे 6 खण्डपीठ का गठन किया गया था।
जिसमे न्यायालय मे लंबित ऐसे प्रकरण, जिनमे आपराधिक, सिविलए, मोटर दुर्घटना, क्षतिपूर्ति दावा, धारा 138, एनआईएक्ट, वैवाहिक प्रकरण, बैंक रिकवरी, सर्विस मेटर, भूमि अधिग्रहण, श्रम मामलो आदि का निराकरण आपसी सुलह समझौते के आधार पर कई मामलों में निराकरण हुए । आष्टा न्यायालय में आज लगी
नेशनल लोक अदालत की सबसे बड़ी सफलता यह रही की आज विद्वान न्यायाधीश श्री प्रदीप राठौर द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश की खंडपीठ के समक्ष लम्बे समय से तीन पति पत्नि शिवा-किरण कुशवाह,विमला-अनोखीलाल, शमीम-आफसा बी, विभिन्न कारणों,पारिवारिक विवाद या अन्य कारण से अलग अलग रह रहे थे,आज आष्टा न्यायालय में लगी नेशनल लोक अदालत में इन तीनो के चल रहे मामले रखे गये, विद्वान न्यायाधीश श्री राठौर द्वारा इन तीनो को समझाइस दी एवं उन्हें अलग अलग नही साथ साथ रहने में ही जीवन का सार है समझाया गया।
विद्वान न्यायाधीश की समझाइस का इन तीनो अलग अलग रह रहे जोड़ो पर बड़ा असर हुआ,तीनो को एक दुसरो से चर्चा कराई,आपसी मन मुटाउ को भूल कर तीनो जोड़ो ने फिर आज से एक होकर साथ साथ जीवन जीने का निर्णय लिया।
आज न्याय के मंदिर में इन तीनो जोड़ो ने एक दुसरो को(पति-पत्नि) वर माला पहनाई,इस अवसर पर विद्वान न्यायाधीश श्री प्रदीप राठौर,एसडीएम श्री विजय मंडलोई, एसडीओपी श्री मोहन सारवान,अभिभाषक गण कांतिलाल जोशी,ताज मोहम्मद ताज,एन के सारसिया,धीरज धारवा,न्यायालय के मुकेश आचार्य,यू एन तिवारी,राजेश मंडावी,श्रीमति पुष्पा हांडेकर ने इन तीनो जोड़ो को आज से पुनः नया सांसारिक जीवन शुरू करने पर आशीर्वाद,बधाई,शुभकामनाएं दी।