आष्टा। पर्यावरण संतुलन एवं कॉलोनी के मुख्य मार्ग के प्रवेश स्थल को सुसज्जित करने के उद्देश्य से वस्त्र व्यापारी संघ के नेतृत्व में पौधारोपण कार्यक्रम संपन्न कराया गया।
कार्यक्रम में नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, नगर निरीक्षक रविन्द्र यादव, व्यापार महासंघ अध्यक्ष रूपेश राठौर, वार्ड पार्षद तेजसिंह राठौर, पर्यावरण प्रेमी धीरज धारवां, वीरेन्द्र देशलहरा, तारा कटारिया, वरिष्ठ पत्रकारगण नरेन्द्र गंगवाल, सुशील संचेती अतिथि के रूप में मौजूद थे।
संघ अध्यक्ष धीरजसिंह ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि इंदिरा कॉलोनी वार्ड क्रमांक 15 के प्रवेश द्वार पर लगभग 600 फिट लंबाई की शासकीय जगह पर 80 पौधों का रोपण आज संघ के सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया है। उक्त स्थल को सुंदर वाटिका के समान विकसित किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि जिस प्रकार जिने के लिए अन्न, जल की आवश्यकता है उसी प्रकार पेड़-पौधों का होना भी प्रत्येक व्यक्ति, जीव-जंतु के लिए महत्वपूर्ण है। आपको ज्ञात होगा कि विगत वर्षो में संपूर्ण विश्व में कोरोना जैसी महामारी ने दस्तक देकर जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था।
उस समय पूरा विश्व ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा था, जिस प्रकार से शासन-प्रशासन व विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पौधारोपण की पहल चलाई जा रही है, उसी प्रकार पहले हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ नही करते तो कोरोना जैसी महामारी में आक्सीजन की मार से हम कोसो दूर रहते।
वस्त्र व्यापारी संघ ने इतनी बड़ी संख्या में पौधों का रोपण किया, उसके लिए संघ के सभी सम्मानित सदस्यों को बधाई। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री मेवाड़ा ने कहा कि आपके द्वारा विकसित की जा रही सुंदर वाटिका के संरक्षण के उद्देश्य से नपा द्वारा छोटी पाईप लाईन की पृथक से व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर वस्त्र व्यापारी संघ के संरक्षक रविन्द्र रांका, अनिल विश्वास, लाभमल महेश्वरी, प्रदीप वोहरा, आनंद रांका, नरेन्द्र उमंग, त्रिलोक वोहरा, बसंत सुराणा, संदीप श्रीमोड़, बाबूलाल ताम्रकार, मनोज भाटी, राजू उत्साह, नयन जैन,
चंचू ताम्रकार, धर्मेन्द्र श्रीमोड़, मनोज पाठक, दीपक जैन, रजत श्रीमोड़, राहुल बनवट, मनोज नायक, यतेन्द्र श्रीमोड़, पुलकित श्रीमोड़, विकास जैन, श्याम परमार, भविष्य ताम्रकार, सुयश श्रीमोड़, विजेन्द्रसिंह ठाकुर आदि उपस्थित थे। उपस्थितजनों का आभार संघ अध्यक्ष धीरजसिंह ठाकुर ने व्यक्त किया।