Spread the love

आष्टा । जैन धर्म में नवाणु यात्रा का बहुत अधिक धार्मिक महत्व है।अत्यंत कठिन इस यात्रा में संयम एवं अत्यंत कठिन नियमों का पालन कर शशांक डागलिया ने धर्म की प्रभाव ना का विस्तार किया।


नगर के स्वर्गीय मानकचंद जी स्वर्गीय कमलाबाई के सुपुत्र एवं अमृतलाल जी सौ. डाली के सुपुत्र शशांक डागलिया द्वारा तीर्थराज पालीताना गुजरात में प्रभु आदिनाथ भगवान के तीर्थ स्थल में नवाणु यात्रा का पुण्योदय अर्जित किया।

33 दिन में पूर्ण होने वाली इस यात्रा में प्रतिदिन में दो या तीन यात्रा पूर्ण कर शशांक डागलिया ने नगर का नाम रोशन किया है। इस कठिन यात्रा में 5000 सीढ़ी चढ़ना और 5000 सीढ़ी उतरना, एकासना, व्यासना एवम उपवास की तपस्या के साथ-साथ प्रतिक्रमण एवं प्रवचन के साथ संपन्न होने वाली

इस कठिन यात्रा शशांक डागलिया के लिए पुण्यअर्जक होगी। नगर के विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक एवं धार्मिक संगठनों ने लाभार्थी शशांक डागलिया का बहुमान किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव एवं

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश परमार ने श्रीमालव गिरनार तीर्थ किला मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम में तपस्वी शशांक डागलिया का बहुमान करते हुए उक्त बाते कही। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र गंगवाल,सुशील संचेती,आष्टा श्रीसंघ अध्यक्ष पवन सुराणा, पूर्व पार्षद शैलेष राठौर, नरेन्द्र कुशवाह,

श्री महावीर मंदिर गंज मंदिर अध्यक्ष नगीनचंद जैन एडवोकेट,नंदकिशोर बोहरा, हुकुम बोहरा, दिलीप संचेती, कैलाश वोहरा, शेखर बोहरा, नवनीत संचेती, रमेश बोहरा, प्रदीप धारीवाल, भूरामल सिंगी, निर्मल रांका, निर्मल देशलहरा, पारसमल जैन कन्नौद मिर्जी, दिनेश सुराणा, ललित सुराणा, निर्मल सुराणा, सी.के.जैन एडवोकेट, संजय सुराणा, रिलेश बोथरा, पवन बोथरा, नितिन सिंगी,पवन श्रीश्री माल,पंकज नाकोडा, सहित समाज के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। संचालन गुलाबचंद सुराणा ने किया।

You missed

error: Content is protected !!