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आष्टा । 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इस साल योग दिवस का विषय “स्वयं के लिए और समाज के लिए योग” है। ऐसे में खुद के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के साथ ही अपने परिवार, दोस्तों और आस पड़ोसियों को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने तथा योग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए देहली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल आष्टा में बड़े हर्ष तथा उल्लास के साथ योग दिवस मनाया|

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, योग के अनेक लाभों के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। यह उस प्राचीन भारतीय प्रथा को मान्यता देने का दिन है, जो मानसिक और शारीरिक कल्याण पर केंद्रित है| योग हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है।

यह वैदिक काल से जारी है और इस आधुनिक तकनीकी युग तथा व्यस्तता भरे जीवन में भी काफी उपयोगी और प्रभावी साबित हुआ है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में योग दिवस के अवसर पर योग शिक्षक अमजद सर के द्वारा सूर्यनमस्कार तथा योगासन कराते हुए उससे होने वाले लाभों से भी अवगत कराया गया |

जैसे योग करने से हमारा मन तथा मस्तिष्क शांत रहता है आत्मा मजबूत बनती है| योग में परिवर्तनकारी सकारात्मक शक्ति होती है| इसलिए शारीरिक कल्याण, मानसिक शांति और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने के लिए योग की शक्ति को अपनाए।


‘संगीत आत्मा की कविता है’ संगीत की कोई भाषा नहीं होती, फिर भी उसे सुनते ही वह हमारी आत्मा तक पहुँच जाता है और मन को एक तरह का सुकून प्राप्त होता है|

इसी सुकून को और अधिक बढ़ाने के लिए विश्व संगीत दिवस पर मन को आनंद से भर देने वाली धुन विजय चौधरी के द्वारा सुनाई गई तथा संगीत सुनने से होने वाले लाभों की ओर प्रकाश डाला गया|


इस अवसर पर विद्यालय परिवार की ओर से प्राचार्या डॉ. संगीता सिन्हा ने अपने प्रेरक शब्दों से योग को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रोत्साहित किया व स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएँ दी ।

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