आष्टा । आष्टा एसडीएम की सुरक्षा में तैनात एसडीएम के सुरक्षा गार्ड देवकरण वर्मा ने आज रात्रि में अज्ञात कारणों के चलते अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुरक्षा गार्ड देवकरण वर्मा अमलाह चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्राम मानाखेड़ी के रहने वाले थे।
आत्महत्या का कारण पुलिस अभी अज्ञात बता रही है । सूचना मिलने पर आष्टा थाने एवं अमलाह चौकी से पुलिस मौके पर पहुची तथा शव का पंचनामा बनाकर पीएम के लिए सिविल अस्पताल आष्टा भेजा गया ।
पीएम के बाद शव को परिजनों को सौपा गया। परिजन मृतक देवकरण वर्मा के शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिये गृह ग्राम मानाखेड़ी रवाना हो गये है ।
अमलाह चौकी प्रभारी राजेंद्र पंथी में बताया कि आज प्रातः सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव का पंचनामा बनाकर उसे पीएम के लिए सिविल हॉस्पिटल आष्टा भेजा गया । फांसी लगाने का कारण अभी अज्ञात है । मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
श्री पंथी ने बताया कि सूचना पर मौके पर पहुचने पर परिजनों ने बताया कि रात्रि में लगभग 9:00 बजे हमेशा की तरह पिता देवकरण वर्मा ड्यूटी से घर पहुंचे तथा रात्रि में घर में गाय जनने के कारण परिवार के सभी सदस्य उसकी सेवा में पूरा परिवार सुबह तीन से चार बजे तक लगा रहा था।
सुबह जब उनके कमरे का फाटक नहीं खुला तब उनके पुत्र ने ऊपर से जाकर देखा तो वह फांसी के फंदे पर लटके हुए थे । फाटक खोला पुलिस को सूचना दी गई ।
वही परिवार के सदस्यों ने हमे बताया कि परिवार में ऐसा कोई कारण नहीं था जिससे वह इतना बड़ा कदम उठाए । अब पुलिस एसडीएम के सुरक्षा गार्ड देवकरण वर्मा द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने के कारणों की खोज में जुटी है ।
आष्टा टीआई श्री रविन्द्र यादव ने चर्चा में बताया कि घटना की सूचना के बाद वे मृतक सैनिक देवकरण वर्मा के घर पहुचे परिजनों से,उनकी पत्नि से चर्चा की किसी ने भी ऐसी कोई बात नही बताई है।
सैनिक देवकरण वर्मा जो की पिछले लंबे समय से आष्टा थाने में पदस्थ थे। जो भी एसडीएम आए उनकी सुरक्षा गार्ड में हमेशा वे तैनात रहे ।
मृतक सैनिक देवकरण वर्मा बड़े ही हंसमुख एवं मिलनसार व्यक्ति के रूप में उनकी पहचान पूरी तहसील में बनी हुई थी,लेकिन कोई इतना बड़ा कदम उठाये इसके पीछे कोई तो बात या कारण होगा,जो पीएम रिपोर्ट आने पर एवं पुलिस जांच में ही सामने आ सकता है…?