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“कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम श्री थावरचंद गेहलोत से बेंगलुरु प्रवास के दौरान आष्टा हैडलाइन प्रमुख सुशील संचेती ने राजभवन पहुच कर की भेंट

कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम श्री थावरचंद जी गेहलोत से सीहोर जिला भाजपा के मीडिया प्रभारी,आष्टा हैडलाइन प्रमुख सुशील संचेती ने बेंगलुरु प्रवास के दौरान राजभवन पहुच कर भेंट कर उनका सम्मान किया। सीहोर जिला भाजपा के मीडिया प्रभारी प्रवास के दौरान बेंगलुरु पहुचे।

बेंगलुरु में कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम श्री थावरचंद जी गेहलोत से राजभवन पहुच कर उनसे भेंट कर उनका स्वागत सम्मान किया। राजभवन में महामहिम से भेंट के दौरान वैभव जैन,अनु जैन,अस्मिता संचेती, बेबी रक्षिता जैन भी उपस्तिथ थे। मुलाकात के दौरान महामहिम के स्वभाव के अनुरूप आत्मीयता भरा स्नेह भरा आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

“जल नहीं तो कल नहीं के तहत शुरू हुआ जल संरक्षण पखवाडे का आज हुआ समापन”

शहीद भगत सिंह शासकीय स्नातक महाविद्यालय, आष्टा में जल संरक्षण पखवाड़ा दिनांक 05 जून से 20 जून तक मनाया गया। आज पखवाडें के समापन के अवसर पर महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं एवं स्टाॅफ के द्वारा एक जागरूकता रैली निकाली गई जिसके माध्यम से जल संरक्षण के लिए जागरूक करने का प्रयास किया गया।

महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. पुष्पलता मिश्रा ने इस अवसर पर सभी को यह बताया कि हम अधिक से अधिक अपने स्तर पर जल संरक्षण करें जल हमारी निजी संपत्ति नहीं है वह सार्वजनिक सम्पत्ति है जिस पर सभी का समान हक है। समाज के कुछ लोग जल को अपनी व्यक्तिगत सम्पत्ति मान कर अत्याधिक दोहन कर जल का दुरूपयोग करते हैं, हमें ऐसा नहीं करना है भविष्य के लिये जल अति आवश्यक है।

जो जल बचायेगा वो समझदार कहलायेंगा, जल नहीं तो कल नहीं, पानी है गुणों की खान पानी है धरती की शान, पानी बचाओ जीवन बचाओ, पानी की रक्षा भविष्य की सुरक्षा आदि नारों के साथ जागरूकता रैली का समापन किया गया। कार्यक्रम प्रभारी श्री कृपाल विश्वकर्मा एवं डाॅ. ललिता राय श्रीवास्तव ने कहा कि उक्त जल संरक्षण पखवाड़े के अंतर्गत हमने जो विभिन्न कार्यक्रम किये वह केवल कार्यक्रम ही नहीं थे उसके माध्यम से हमने विद्यार्थियों को जागरूक किया अब ये उनकी जिम्मेदारी है कि वे अपने आसपास के, समाज के लोगों को भी जागरूक करें जिससे की हमारे द्वारा मनाया गया जल संरक्षण पखवाड़ा सार्थक हो सके।

“कलेक्टर से तिपहिया ई-बाईक लिए सहायता राशि पाकर सरजू की आंखों से छलक आए खुशी के आंसू”

भैरूंदा में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में भैरूंदा जनपद के सर्वाधिक मतदान कराने वाले बूथ लेवल अवेयरनेस ग्रुप के सदस्यों और मास्टर ट्रेनर तथा पत्रकारों को सम्मानित करने के लिए कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह के निर्देश पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमे कलेक्टर श्री सिंह ने सभी को सम्मानित किया।

इस कार्यक्रम में ग्राम पलासी कला की आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती सरजू भल्लावी भी आई थीं। सरजू भाई ने सर्वाधिक मतदान के लिए बूथ लेवल ग्रुप के साथ पाठक प्रयास किया था । सरजू एक पैर से दिव्यांग हैं।

उन्होंने कलेक्टर श्री सिंह को अपनी परेशानी बताकर उनसे निवेदन करते हुए तिपहिया ई-बाईक लेने की इच्छा व्यक्त की। आंगनबाडी कार्यकर्ता की आंखों मे उस समय खुशी के आंसू छलक आए जब कलेक्टर ने तिपहिया ई-बाईक लेने के धनराशी देने की बात कही।

“दस दिवसीय मुनिश्री भूतबलि सागर शिक्षण एवं संस्कार शिविर
धर्म आराधना करने से पापों का क्षय होता –बाल ब्रह्मचारी संजय भैय्या”

सभी लोगों को चाहिए कि वे भक्ति भाव सहित धर्म आराधना करें, जिससे उनके पापों का क्षय होगा और पुण्य अर्जित होगा। संसार के सुखों की चाहत नहीं रखें जितना अधिक हो सके धर्म – ध्यान करें। आत्मा कर्मों से मुक्त होकर ही सुखी हो सकती है। योग के माध्यम से रोग दूर किए जा सकते हैं। शुक्रवार 21 जून को सुबह 7 बजे से 8 बजे तक एक घंटे मंदिर परिसर में योग सिखाया जाएगा।

उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर 14 जून से शुरू हुए मुनिश्री भूतबलि सागर शिक्षण एवं संस्कार शिविर को संबोधित करते हुए बाल ब्रह्मचारी संजय भैय्या पठारी ने कहीं।आपके पावन सनिध्य में सैकड़ों श्रावक-श्राविकाओं द्वारा इस धार्मिक शिविर के माध्यम से धर्म लाभ लिया जा रहा हैं ।

शिविर की जानकारी समाज के नरेन्द्र गंगवाल ने देते हुए बताया कि बाल ब्रह्मचारी संजय भैय्या पठारी वाले ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति व्यवस्थित काम करेगा तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। धर्म करने से पापों का क्षय हो जाता है। शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं के दम पर अपनी छवि बनाई। प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटाया, लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव में कड़ी मेहनत प्रदेश के साथ अन्य प्रांतों में की, इसलिए नरेंद्र मोदी ने उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया।

देश में आज व्यापारियों के धंधे आधे रह गए हैं, केंद्र सरकार की कुछ नीतियों के कारण। धर्म पुरुषार्थ करें, संसार के सुखों की चाहत न रखें। हम आत्मा है,शरीर नहीं।

संजय भैय्या ने कहा हम आत्मा के लिए पुरुषार्थ व पुण्य अर्जन करते हैं। आत्मा छोटी बड़ी नहीं होती है। आत्मा अविनाशी है इसका कभी भी अस्तित्व समाप्त नहीं होता है। आत्मा कर्मों से मुक्त होकर सुखी हो सकती है। शरीर प्रमाण है,

हमारे पास शक्ति है।हम ज्ञान बढ़ाना चाहें तो बहुत ज्ञान बढ़ा सकते हैं। कुछ लोग ज्ञान के बल पर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं,जो ठीक नहीं है। ज्ञान का सही उपयोग करना चाहिए।चिंता मणि की प्राप्ति कर सकते हैं, आत्मा से परमात्मा बन सकतें हैं। सभी मोक्ष जाना चाहते हैं, लेकिन कर्म ऐसे नहीं कर रहे हैं। आत्मा को परमात्मा बनाने का लक्ष्य रखें।

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