“वरिष्ठ साहित्यकार स्व. गोपीलाल अवलेशिया की स्मृति में साहित्य शिल्पी की होली विशेष सरस काव्य निशा हुई आयोजित”
स्व. गोपीलालजी अवलेशिया नगर के मूर्धन्य कवि साहित्यकार थे। वे नगर के एकमात्र कवि थे जिन्होंने ‘‘मंथरा मंथन’’ नाम से एक विस्तृत खण्डकाव्य की रचना की थी। विगत कुछ माह पहले ही वे पंचतत्व में विलीन हुये।
उनकी पुण्य स्मृति में शांतिनगर स्थित उनके परिवार नें नगर के कवियों एवं साहित्यकारो की संस्था साहित्य शिल्पी के माध्यम से सरस काव्य निशा का आयोजन किया।
सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं दिवंगत साहित्यकार के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ आयोजन का आरंभ हुआ ।
तथा मां सरस्वती का सस्वर आव्हान संरक्षक श्रीराम श्रीवादी द्वारा किया गया। उक्त आयोजन में अवलेशिया परिवार की ओर से उनकी सुपुत्री सुश्री सुशीला अवलेशिया द्वारा कवि के रूप में उपस्थित संगीतज्ञ श्रीराम श्रीवादी, सबरंग कवि दिलीप संचेती, हास्य बम गोविन्द शर्मा, संचालक कवि अतुल जैन सुराणा, अध्यक्ष डाॅ. कैलाश शर्मा, ओज कवि डाॅ. प्रशांत जामलिया, वक्ता जुगल किशोर पवार एवं पैरोडीकार मूलचंद धारवां का मोतियो की माला,
अंगवस्त्र एवं स्व. गोपीलाल जी की प्रकाशित पुस्तकें भेंट कर स्वागत अभिनंदन किया। इसके पश्चात् कवि अतुल जैन सुराणा के संचालन में सभी कवियों नें अपनी उत्कृष्ट रचनाओ का पाठ कर समां बांध दिया। रचनाओं में स्व. गोपीलाल जी की स्मृति को ताजा करते हुये उन्हें काव्यांजलि अर्पित करते हुये कई रचनायें पढ़ी गई साथ ही फागुन गीत, होली उत्सव गीत तथा शहीद दिवस के अवसर पर राष्ट्रभक्ति की रचनायें भी पढ़ी गई।
बीच-बीच में गोपीलाल जी प्रकाशित पुस्तको में भी रचनाओं का पाठ होता रहा। उनकी सुपुत्री श्रीमती पुष्पा अवलेशिया एवं नाती हर्षित विश्वकर्मा नें बाबूजी को याद करते हुये उनकी कुछ विशेष यादगार रचनायें पढ़ी। अंत में आभार सुशीला अवलेशिया द्वारा व्यक्त किया गया। इस अवसर पर ओमप्रकाश अवलेशिया, महेश अवलेशिया, डाॅ. दिनेश शर्मा, आशा शर्मा, रंजना, विनोद कारपेन्टर, ममता, मनोज विश्वकर्मा आदि की उपस्थिति रही।
“10 साल से फरार वारंटी होली में पुलिस के हत्थे चढ़ा,थाने में मनी होली”
करीब 10 साल से आष्टा पुलिस को चकमा दे कर फरार चल रहे एक स्थाई वारंटी आखिरकार इस बार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया।
आज 26/03/2024 को जिस फरार वारंटी को पुलिस की तलाश थी आज 10 साल के बाद उक्त फरार स्थाई वारंटी जगदीश मेवाड़ा पिता शंकरलाल मेवाडा उम्र 45 साल निवासी दलपतपुरा
आष्टा पुलिस के हत्थे चढ़ गयाऔर उसे गिरफ्तार कर थाने लाया गया। इस वारंटी को पकड़ने में थाना प्रभारी आष्टा रविन्द्र यादव, प्रधान आरक्षक अशोक यादव , आर. शैलेंद्र चंद्रवंशी, आर. चेतन चौहान, चालक हरिओम, सैनिक रामसिंह की बड़ी ही महत्वपूर्ण भूमिका रही।
“लक्ष्मी ठाकुर का किया भव्य स्वागत”
ग्राम खेरी की होनहार बालिका लक्ष्मी ठाकुर जिसने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर सीआईएसएफ में स्थान पाया और आज अपने कर्तव्य स्थल पर रवाना होने से पूर्व कालोनी चौराहे पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि राय सिंह मेवाड़ा और पार्षद रवि शर्मा द्वारा किया गया और उनको अपने अग्रिम सुनहरे भविष्य की शुभ कामनाएं भी प्रदान की अध्यक्ष प्रतिनधि श्री मेवाड़ा ने बालिका को अपनी शुभ कामनाएं देते हुए कहा कि तुम्हारा चयन सभी को प्रेरणा देगा तुम्हारी मेहनत सब को बताएगी की इंसान यदि मन मे ठान ले तो कोई भी लक्ष्य उससे बच नही सकता तुमने जिस तरह से मेहनत कर के अपना अपने परिवार का नाम रोशन किया है
उससे अन्य माता पिता को भी ये प्रेरणा मिलेगी की वो अपनी बच्ची को लक्ष्य तक पहुचने में मदद करे और ये दिमाग से निकाल दे कि एक लड़का ही माता पिता का नाम रोशन कर सकता है लड़की नही आज लड़का लड़की सब बराबर है बल्कि में तो ये मानता हूं कि आज लडकिया लड़को से हर फील्ड में आगे जा रही है उन्नति कर रही है में अपनी और अपने परिवार और नगर आष्टा का प्रतिनिधि होने के नाते में सम्पूर्ण नगर की और से तुम्हे शुभकामनाए देता हूं खूब उन्नति करो आगे बढ़ो देश का नाम रोशन करो इस अवसर पर पार्षद रवि शर्मा डॉ कैलाश शर्मा ,आनद गोस्वामी ,दिनेश पाटीदार,भूरा यादव ,राहुल जाट ,हेमंत कुशवाहा आदि उपस्तिथ थे ।
“15 साल से फरार चल रहा वारंटी पकड़ा”
थाना आष्टा के अप क्र 481/09 में माननीय न्यायालय आष्टा से प्राप्त स्थाई वारंट में 15 साल से फरार स्थाई वारंटी अखिलेश सेन पिता रमेश सेन उम्र 36 साल ग्राम भगवंतपुर मुग़ली इच्छावर ज़िला सीहोर को आज दिनाक 26.03.24 को गिरफ्तार किया गया जिसे न्यायालय पेश किया जावेगा
ये खबर जरा हट के है….
“सीहोर के चैम्पियन पाडे के निधन पर, शोक में क्षेत्रवासी
बादाम का दूध पीकर कुश्ती के मैदान में उतरने वाले पाडे का निधन, अब तक 26 की उम्र में 16 कुश्ती जीती”
आमतौर पर लोग पाड़ों को कटने के लिए बाजार में बेंच देते है, लेकिन शहर में कई पशुपालक ऐसे है जो वंशवृद्धि के साथ कुश्ती के शौक के लिए पाडों की परवरिश करते है, ऐसे ही शहर के बड़ी ग्वालटोली स्थित किशन पहलवान है। जिनका 26 वर्षीय पाड़े का नाम सीहोर में चैम्पियन के रूप में पहचाना जाता है, जिसका मंगलवार की सुबह निधन हो गया, जिससे क्षेत्रवासियों ने उसका पूर्ण विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार
शहर में हुई पाड़ो की कुश्तियों में अपनी ताकत का लोहा मनवाने पाड़ा कालू किसी पहचान का मोहताज नहीं था, वह 26 साल की उम्र में करीब 16 कुश्ती में लडऩे वाले विरोधियों को धूल चटा चुका है। पाड़े के मालिक का कहना है कि बादाम का दूध पीकर कुश्ती के मैदान में उतरता था, उन्होंने भैंस के बछड़े याने के पाड़े को बच्चों की तरह पाल-पोसकर तैयार किया था, जोकि करीब 26 साल का हो चुका था, उसकी खुराक का इंतजाम किया जाता था। हर रोज काजू, बादम और घी का सेवन करने वाला पाड़ा क्षेत्रवासियों की आंख का तारा था।
मंगलवार को क्षेत्रवासियों ने नम आंखों से पाड़े का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान यादव समाज की ओर से अनेक समाजजनों के अलावा जिला संस्कार मंच की ओर से मनोज दीक्षित मामा, राजेन्द्र शर्मा बब्बल गुरु, जितेन्द्र तिवारी आदि ने शोक व्यक्त किया। ग्वालटोली में अनेक पशुपालक ऐसे है जो भैस के बछड़ों को कटने से बचने के लिए इनकी देख भाल करते है और पहलवानों की तरह इनकी परवरिश करते है।