आष्टा। विगत दिनों नगर की जीवन दायिनी मां पार्वती नदी में रामपुरा जलाशय से आष्टा नगर के नागरिकों के लिए पेयजल हेतु पानी छुड़वाया गया था जो अब पार्वती नदी में समाहित होकर नदी एक बार पुनः जलमग्न हो गई है।
संग्रहित जल का निरीक्षण करने एवं नदी के समीप स्थित चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण करने नपाध्यक्ष प्रतिनिधि अपने पार्षद साथियों एवं नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना को साथ लेकर पहुंचे।
जहां श्री मेवाड़ा ने अलीपुर क्षैत्र का गंदा पानी जो कि पार्वती नदी में आकर समाहित होता था जिसके कारण नदी का पानी दूषित होता था। यह समस्या वर्षो पुरानी थी जिसे नवनिर्मित व्यवस्थित नाला बनाकर दूर किया है।
नाला निर्माण का कार्य पूर्ण हुआ पूर्ण कार्य को नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा देखा गया और नपा के तकनीकी अधिकारियों से सूक्ष्मता से जानकारी भी ली। श्री मेवाड़ा ने नपा अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि नदी में भंडारित जल की चोरी होने से बचाया जाए, ग्रीष्म ऋतु तक नदी में जल पर्याप्त मात्रा में संग्रहित हो इसका ध्यान रखें।
साथ ही श्री मेवाड़ा ने नागरिकों से भी आव्हान किया है कि अपने घर एवं प्रतिष्ठानों से निकलने वाली पूजन सामग्री इत्यादि नदी में नही डाले और न ही कपड़े धोएं नदी में संग्रहित जल आप सभी के लिए सुरक्षित है जिसका उपयोग आप पेयजल के रूप में करते है, यदि सामग्री आदि डाली जाएगी पानी दूषित होगा ।
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इसी दूषित पानी का उपयोग आप लोगों को करना होगा, जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां आप लोगों के शरीर में बीमारी का घर बना लेगी। इसलिए पानी को दूषित होने से बचाने में नगरपालिका का सहयोग करें। निरीक्षण के दौरान मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना, नपाउपाध्यक्ष प्रतिनिधि भूरू खां, पार्षद रवि सोनी, तेजपाल मुकाती, पूर्व पार्षद पंकज यादव, हेमंत सोनी, वैभव मेवाड़ा आदि मौजूद थे।