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आष्टा । आष्टा के सुभाष नगर में बिना भवन के चल रहे महादेव नर्सिंग कॉलेज को लेकर जो आंदोलन विभिन्न मांगों को लेकर इस कॉलेज के विद्यार्थियों ने दो छात्र संगठनों एनएसयूआई एवं एबीवीपी के सहयोग से शुरू किया था।

इस पूरे मामले को समझने के लिये पहले इस खबर को देखे

30 जनवरी को थाने में हुई थी शिकायत….

जिसको लेकर 31 जनवरी को सीहोर कलेक्टर श्री प्रवीणसिंह ने इस कॉलेज की शिकायतों के आये आवेदन,ज्ञापनों में उठाये सभी मुद्दों की जांच हेतु संयुक्त कलेक्टर श्री सतीश राय के नेतृत्व में जो 4 सदस्यो की एक कमेटी बनाई थी।

कलेक्टर द्वारा गठित की गई जांच कमेटी आष्टा में..

कमेटी के गठन के बाद हुई जांच का 20 दिन बाद भी कोई खुलासा नही होना एक बार फिर पीड़ित विद्यार्थियों में नाराजी का कारण बनता जा रहा है,अगर जल्द ही जांच रिपोर्ट का खुलासा एवं

महादेव नर्सिंग कॉलेज की मनमानी,ज्यादती,फीस,ड्रेस,ट्रेंनिग के नाम पर लूट के खिलाफ कार्यवाही नही हुई तो हो सकता है नाराज विद्यार्थी,छात्र संगठन फिर सड़को पर आ जाये।

31 जनवरी को कलेक्टर सीहोर ने इस कॉलेज की शिकायतों की जांच हेतु जो 4 सदस्यो की जांच समिति गठित की थी वो 2 फरवरी को आष्टा पहुची थी। पीड़ित छात्रों के बयान दर्ज किये,

मोके पर नर्सिंग कॉलेज किस भंवन में चल रहा है,अस्पताल कहा चल रहा है जब इसके संचालक हर्षवर्धन श्रृंगी के साथ पहुचे तो उसने जहाँ कालेज बताया वहा कालेज नही चल रहा है ये पाया क्योकि जिस भवन को बताया वहा पहले कालेज चलता था।

उसके मालिक ने कई महीनों पहले वो भवन खाली करा लिया था। इसी प्रकार अलीपुर,बायपास पर इसने जहाँ अस्पताल चलना बताया वहा कही भी किसी भी भंवन में कोई अस्पताल नही चलता पाया गया। अभी तो आयुष्मान कार्ड मुख्यमंत्री सहायता निधि से ईलाज के नाम पर एक बडे भ्रष्टाचार की उठी शिकायत की जांच तो बाकी है।

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार महादेव नर्सिंग कॉलेज की शिकायतों की जांच के लिये गठित जांच समिति ने सभी बिंदुओं की बिंदुवार जांच पूर्ण कर जांच रिपोर्ट कलेक्टर सीहोर के समझ प्रस्तुत भी कर दी है,अब केवल उक्त जांच के निष्कर्ष का खुलासा होना है,जिसका सभी को इंतजार है.! देखना है इंतजार की घड़ियां कब खत्म होती है,क्या निष्कर्ष सामने आता है। वैसे पीड़ितों को पूरा विश्वास है की हमे न्याय और दोषी को सजा मिलेगी.! सही भी है उम्मीद,विश्वास पर दुनिया कायम है।

सभी पीड़ितों को कलेक्टर सीहोर से है न्याय की उम्मीद

“इस मामले में कब क्या क्या हुआ,एक नजर में”

  • 30 जनवरी को एनएसयूआई के नेतृत्व में पीड़ित छात्र छात्राएं सुभाष नगर से पैदल मार्च कर थाने पहुचे,नारेबाजी कर महादेव नसिंग कॉलेज की एवं उसके संचालक हर्षवर्धन श्रृंगी के खिलाफ पुलिस को पूरी जानकारी दी,टीआई पुष्पेन्द्रसिंह राठौर को पीड़ितों ने लिखित में शिकायत कर कार्यवाही की मांग की
  • 31 जनवरी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में पीड़ित जुलूस के रूप में तहसील पहुचे,धरना प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन सौपा ओर महादेव नर्सिंग कालेज के खिलाफ ज्ञापन सौपा
  • 31 जनवरी को इस मामले की जांच हेतु कलेक्टर श्री प्रवीणसिंह ने संयुक्त कलेक्टर श्री सतीश राय की अध्यक्षता में एक 4 सदस्यीय जांच दल गठित कर जांच के आदेश दिये
  • 2 फरवरी को जांच दल आष्टा पहुचा,दल ने कॉलेज भंवन अस्पताल कहा चलता है,देखने पहुचे पर दोनों ही नही मिले, पीड़ितों के बयान दर्ज किये एवं संचालक हर्षवर्धन को सभी मांगे गये दस्तावेज देने को कहा
  • 5 फरवरी को फिर एनएसयूआई के नेतृत्व में विभिन्न मांगों को लेकर एसडीएम कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया
  • पुलिस के कहने पर कालेज ने छात्रों के जो ओरिजनल दस्तावेज रखे थे देना शुरू किये
  • दूसरे दिन यही कार्य थाने में शुरू किया यहा संचालक एवं स्टॉफ द्वारा विद्यार्थियों से अभद्रता करने पर फिर नारेबाजी हुई तो पुलिस ने यहा से सभी को बाहर का रास्ता दिखा कर रवाना कर दिया
  • यहा से सभी दस्तावेज लेने सुभाष नगर पहुचे,फिर यहा से हर्षवर्धन एक कार में गुपचुप बैठ कर रफूचक्कर हो गया,परेशान छात्र घर लौट गये
  • इस कॉलेज की शिकायत कर पोल खोलने वालो को धमकियां देने का सिलसिला शुरू हो गया,जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और पोल खुल गई
  • महादेव नर्सिंग कालेज के खिलाफ हुए सभी आंदोलन मीडिया में कवरेज हुए तो नादान कॉलेज संचालक ने कलम ओर कैमरों को दबाने के उद्देश्य से मीडिया के कुछ लोगो के खिलाफ झूठे आरोप लगा कर फेसबुक पर पोस्ट डाली,जब संचालक का गला फसता नजर आया तो झूठी पोस्ट को डिलीट कर दिया

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