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आष्टा । हिन्दू संगठनों के सदस्य,गो सेवक,गो प्रेमी निस्वार्थ भाव से दुखी,पीड़ित,घायल,बीमार गौमाता की सेवा में हमेशा तटपर रहते है। और अगर वो अधिकारी जिसे इनकी रक्षा,ईलाज के लिये सरकार से मोटी तनखा लेते है और जब इनको इनकी भूमिका निभाने,कार्य करने का सेवा का समय आता है तब ये गुर्राते हो तो ऐसे अधिकारियों का क्या इलाज होना चाहिये ये तय होना ही चाहिये।

ऐसा ही एक मामला आज सामने आया है,इसकी जांच होना चाहिये ओर अगर सेवा देने वाले अधिकारी ने वो व्यवहार किया है,जिसकी शिकायत राष्ट्रीय बजरंग दल कर रहा है तो उस पशु चिकित्सक पर कार्यवाही तो बनती ही है।

मामला है एक गौ माता को नगर में यत्र तत्र सर्वत्र आवारा,काटने,भोकने वाले कुत्तो ने काट लिया था । जिसको लेकर ईलाज के लिये राष्ट्रीय बजरंग दल की टीम पशु चिकित्सालय लेकर पहुचे तब पशु चिकित्सालय में डा. शुभ करण उपस्तिथ थे।

जब घायल गाय जिसके आवारा कुत्तों ने थन काट दिये थे उसका इलाज करने का हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने निवेदन किया तो इलाज करना तो दूर उक्त चिकित्सक ने हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं से बेहूदी हरकत कर कहा इसका इलाज मेरा काम नही है,में इसका इलाज नही करूंगा,तुम्हें इसको जहां ले जाना हो ले जाओ।

और इस तरह की घटिया स्तर की बात करने के बाद डॉ शुभकरण अपनी उस कुर्सी पर बैठ गये जो कुर्सी उन्हें बैठने के लिये नही,उस कुर्सी पर बैठ कर मूक पशुओं की सेवा के लिये मिली है,जिसके बदले उन्हें सरकार मोटी तनखा भी देती है।

लेकिन आज जो शिकायत सामने उक्त डॉक्टर की उनके बड़े अधिकारी श्री भदौरिया जी को,एसडीएम आष्टा को की उन पर कार्यवाही तो बनती ही है।

राष्ट्रीय बजरंग दल के कालू सोनी ने कहा है कि अगर दोनों जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में अगर जिम्मेदार डॉ शुभकरण पर कार्यवाही नही करते है तो इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को की जायेगी।


इस मामले में आज जब हमने पशु चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ महेश्वरी से संपर्क कर उनसे चर्चा कर मामले की जानकारी लेना चाही लेकिन उनसे संपर्क नही हुआ।

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