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आष्टा। 10 सितम्बर को गणेश स्थापना के साथ ही आगामी दीपावली तक त्योहार ही त्योहार है। 10 सितम्बर को गणेश स्थापना के साथ ही 10 दिवसीय गणेशोत्सव का पर्व,श्वेताम्बर समाज के 8 दिवसीय पर्युषण पर्व चल ही रहे है,3 दिन बाद संवत्सरी का बड़ा दिन आ रहा है,गणेशोत्सव के बाद डोल ग्यारस,दिगम्बर जैन समाज के पर्युषण पर्व,अनन्त चतुर्दशी,एकम को श्रीजी की जलयात्रा,अलीपुर में जलयात्रा,16 श्राद्ध, नवरात्रि,दशहरा,दीपावली जैसे बड़े त्यौहार को लेकर वर्षो पूर्व प्रशासन पुलिस कम से कम 15 दिन पूर्व शांति समिति की बैठक करता था,तहसील में इसका रिकार्ड देखा जा सकता है।

वैसे अब पहले जैसी स्तिथि परिस्तिथियां नही है,क्योकि कोरोना की दोनो लहर से अभी हम पूरी तरह से मुक्त नही हुए है। जानकारों ने तीसरी लहर की भी संभावना जताई है। वही सरकार ने वर्तमान स्तिथि को देखते हुए धीरे धीरे जो सब कुछ लॉक था वो लगभग सब कुछ अनलॉक हो गया है। इसी के तहत अब लम्बे अर्से के बाद श्रद्धालु अपने त्यौहार मनाना चाहते है। त्योहारों को लेकर सरकार ने भी गाइडलाइन जारी की है। प्रशासन पुलिस त्योहारों को लेकर जो बैठक कल कर रहा है,उसे सभी सम्भावनाओ को देखते हुए पहले जागना था और शांति समिति की बैठक करना था। दो दिन बाद गणेश स्थापना की तैयारियां जोर शोर से जारी है,पांडाल निर्माण की सभी प्राथमिक तैयारियां पूरी हो चुकी है। सभी मंडलों ने गणेश प्रतिमाओं का आर्डर बुक कर दिया है।

नगर में बड़े स्तर पर गणेशोत्सव मनाया जाता है,भव्य अनन्त चतुर्दशी का चल समारोह निकलता है। अब अगर कल पुलिस प्रशासन ने कोई नियम कायदे बताये,मंडलों से उसका पालन करने को कहा तो कैसे होगा क्योंकि तैयारियां लगभग अंतिम दौर में आ चुकी है। अब अगर कोई बात सामने कल बैठक में आई तो उसको लेकर पुलिस प्रशासन कैसे सामंजस स्थापित करेगा। प्रशासन पुलिस को चाहिये था की उसे पहले जागना था,वो जागा नही। अब देखते है कल बैठक में क्या होता है। वैसे नगर में गणेशोत्सव को लेकर जो तैयारियां नजर आ रही है उससे लग रहा है की उत्साह,उमंग,श्रध्दा भक्ति के साथ ये त्यौहार मनाने की सभी मंडलों की भव्य तैयारियां है।

कल निर्णय कुछ भी हो लेकिन आष्टा हैडलाइन सभी से अपील करता है की सभी त्योहार धूमधाम से मनाये साथ ही कोरोना गाइड लाइन का सभी पूरी तरह से पालन करे,मास्क लगाये, भक्तों को भी प्रेरित करे,पांडालों के बहार भीड़ ना हो,दो गज की दूरी का पालन करे और कराये,पंडालों के बहार सेनेटाइजर की व्यवस्था भी हो तो उत्तम,त्योहार भी मनाये ओर शासन प्रशासन की गाइडलाइन का पालन कर सहयोग भी करे। सभी गणेश मंडल एक ओर बड़ा सहयोग वेक्सिनेशन को लेकर कर सकते है,वे अपने अपने पांडालों के मुख्य स्थल पर नागरिको से अपील करे की कोरोना से बचने के लिये दोनों टीका जरूर लगवाये।

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