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सीहोर/आष्टा। लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर लुटेरों ने सीहोर जिले की सीमा में लगने वाले इंदौर भोपाल हाईवे पर लूट की वारदातों को अंजाम देना शुरू किया है। 3 दिन पूर्व 31 अगस्त की रात मे आष्टा से सीहोर जा रहे लहसुन प्याज के एक व्यापारी मुकेश मीणा के साथ हुई पांच लाख की लूट के आरोपी 3 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। वही 1 सप्ताह पूर्व भी नगर के एक पत्रकार के साथ तीन अज्ञात लुटेरों ने उनकी कार का पीछा कर उनके साथ लूट के असफल प्रयास किए थे, लेकिन पत्रकार की जागरूकता के कारण लूट की घटना घटने से तो बच गई लेकिन इस घटना ने पुलिस की निष्क्रियता व लुटेरों की हाईवे पर तेजी से बढ़ती सक्रियता के प्रश्न जरूर खड़े कर दिये है।

इन दोनों प्रश्नों को जिले के अतिसक्रिय एवं लोकप्रिय एसपी श्री एस एस चोहान एवं एडिशनल एसपी श्री समीर यादव को गम्भीरता से संज्ञान में लेने की बड़ी आवश्यकता है। जिला पुलिस अधीक्षक को चाहिए कि एक बार पुनः लुटेरों ने हाईवे को जो अपना टारगेट बनाना शुरू किया है इस मामले को लेकर हाईवे की सीमा के सभी थाना क्षेत्रों कोतवाली,मंडी,इछावर,अमलाहा, आष्टा,पार्वती,जावर के सभी थाना प्रभारियों को सचेत सक्रिय करने, रात्रि में हाईवे पर गश्त बढ़ाने तथा पुलिस को ओर अधिक सक्रिय करने की बड़ी जरूरत है। 31 अगस्त की रात्रि में आष्टा सीहोर मार्ग पर अमला टोल के आगे अज्ञात दो बाइक सवार लुटेरों ने एक लहसुन प्याज व्यापारी के साथ पांच लाख की लूट की घटना के लगभग 72 घंटे बाद भी पुलिस के पास इस मामले में कहने को कुछ भी नहीं है।

ये चित्र 13 माह पूर्व हुई 9.72 लाख की लूट की जांच वक्त का

अब खबर आई है की इसके पूर्व 27 अगस्त की रात्रि में भी एक बड़ी लूट की वारदात होते-होते बचने की खबर है। इसमें कोई घटना घटित नहीं होने के कारण मामला पुलिस के रोजनामचे तक तो नहीं पहुंचा लेकिन पुलिस के संज्ञान में जरूर उसे दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के एक युवा पत्रकार अपने परिवार सहित किसी बीमार परिचित को देख कर जब आष्टा लौट रहे थे तभी भोपाल सीहोर के बीच उनकी कार का तीन अज्ञात लोगों ने पीछा किया तथा झागरिया जोड़ के पास उनकी कार पर गंदगी फेंक कर कार को अनियंत्रित करने के प्रयास किए लेकिन पत्रकार की जागरूकता के कारण वह इस घटना को समझ चुके थे

उन्होंने कार को ना रोकते हुए कार को लगातार तेजी से बढ़ाकर क्रीसेंट चौराहे तक लाये ओर कार को रोका। लुटेरे पीछा करते हुए क्रिसेंट चौराहे तक भी पहुंचे तथा उसके बाद उन्होंने लूट के भी प्रयास किए थे लेकिन सफल नहीं हो पाए यहां भी पत्रकार ने अपनी जागरूकता का परिचय दिया और गाड़ी को आष्टा की और वापस आगे बढ़ाया तथा सोडा में एक ढाबे पर रोका लुटेरे यहां तक भी पीछा करते हुए आ गए थे लेकिन उसके बाद लुटेरों ने पत्रकार की गाड़ी को छोड़ किसी दूसरी गाड़ी को अपना निशाना बनाने के प्रयास किए इसी दौरान नगर के पत्रकार ने अपनी गाड़ी को आगे बढ़ा दी और अमलाह चौकी तक आ पहुंचे।

आखिर हाईवे क्यो है लुटेरों के निशाने पर..?

जब लुटेरों का दाव नही लगा तो लुटेरे जो एक बाइक पर 3 की संख्या में सवार थे अमलाहा चौकी के पास से यह तीनों लुटेरे रानायल मार्ग की ओर भाग गए और पत्रकार का परिवार आष्टा पहुंच गया। उक्त पूरा घटनाक्रम रात 12.30 से 1.30 के बीच का बताया गया है। पत्रकार ने इस घटना की सूचना जिला पुलिस अधीक्षक सीहोर को मौखिक रूप से जरूर दे दी है। इस मामले को लेकर कोतवाली टीआई नलिन बुधौलिया,आष्टा टीआई सिद्धार्थ प्रियदर्शन ने भी उक्त पत्रकार से चर्चा कर पूरे मामले की जानकारी भी ली है।

वैसे उक्त घटना घट तो नहीं सकी लेकिन इस घटना ने यह जरूर सिद्ध कर दिया है कि अब हाईवे रात्रि में चलने वालों के लिए सुरक्षित नहीं है। इस को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक सीहोर को कठोर ठोस कदम उठाने होंगे। सीहोर जिले की सीमा में लगने वाले हाईवे को सुरक्षित करने की बड़ी आवश्यकता महसूस हो रही है। स्मरण रहे लगभग 13 महीने पूर्व भी इस मार्ग पर दिनदहाड़े 9 लाख 72 हजार की लूट हुई थी जिसके आरोपी 13 महीने बाद भी पुलिस के पकड़ से दूर है। उक्त लूट पुलिस के लिए आज भी अबूझ पहेली बनी है।

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