आष्टा। राष्ट्रसंत ,शांतिदूत की उपाधि से विभूषित, कवि हृदय जिनशरणाम तीर्थ के रचयिता आचार्य पुलक सागर महाराज के 52 वें अवतरण दिवस पर पुलक मंच मेन एवं महिला जागृति मंच मेन ने अपने घरों पर रहकर ही उनके दीर्घायु होने की कामना की। परम पूज्य आचार्य प्रवर 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद एवं आर्यिका गणिनि मां 105 विशाश्री माता जी की मंगल प्रेरणा से विश्व प्रसिद्ध भक्तामर महाकाव्य के रचियता मुनि मानतुंग आचार्य की तप एवं मोक्ष स्थली 1008 श्री शांति नाथ जिनालय दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र शांतिनगर भोजपुर में विधान एवं शांति धारा कराकर आचार्य पुलक सागर महाराज के दीर्घायु होने की कामना की गई। विदित रहे कि चैत्र वदी एकम गुढ़ी पढ़वा 13 अप्रैल 2021 दिन मंगलवार प्रात: 8 बजे से कोरोना महामारी निवारण एवं घर – परिवार में सुख शांति समृद्धि हेतु वृहद शांति धारा एवं 108 दिवसीय विश्व शांति विधान चल रहा है, जो निरन्तर जारी है।
महिला जागृति मंच की पूर्व राष्ट्रीय संयुक्त सचिव प्रीति जैन ने बताया कि 11 मई मंगलवार को पूज्य गुरुदेव पुलक सागर महाराज का 52 वां अवतरण दिवस इस वर्ष अवतरण दिवस हर वर्ष की तरह धूमधाम से तो नही मनाना चाहते है पर पूज्य आचार्य श्रीपुलक सागर जी के 52 वें अवतरण दिवस के दिन इस भयंकर महामारी के प्रकोप में जहाँ कई साधर्मी परिवार और पेसेंट राशन ओर इलाज से परेशान हो रहे है, दुःखी हो रहे है। ऐसे संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु पुलक मंच मैन के परम संरक्षक नरेंद्र गंगवाल नित्य ही मरीज के परिजनों एवं चिकित्सकों से संपर्क कर उन्हें उपचार एवं हिम्मत बंधवाते हैं। इस दिन पेसेंट ओर परिवारों का दुःख कम करने का संकल्प लिया और उनके दुःख में भागीदार बनें। नित्य चंद प्रभु गंज मंदिर में अभिषेक और शांति धारा कराई जाती है।