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भोपाल । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर ली गई वीडियो कॉन्फ्रेन्स में हुए प्रस्तुतिकरण में मध्यप्रदेश में कोविड टीकाकरण के लिए जारी गतिविधियों और इस दिशा में हुई प्रगति की सराहना की गई।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश को दवाई भी और कड़ाई भी का मंत्र देते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग, स्वच्छता का कड़ाई से पालन करना आवश्यक है। इस बारे में जागरूकता के लिए लगातार गतिविधियाँ संचालित की जाएँ। उन्होंने कोरोना संक्रमण से पुन: प्रभावित हो रहे राज्यों में आवश्यकतानुसार टेस्टिंग और टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व, राज्यों के प्रबंधन और जनता के सहयोग से कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण प्राप्त किया गया है। देश में 16 जनवरी से आरंभ हुए विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में 3 करोड़ 50 लाख लोगों का टीकाकरण पूर्ण हो चुका है। जिन जिलों में कोरोना के प्रकरण बढ़ रहे हैं वहाँ टीकाकरण के लिए सघन गतिविधियाँ चलाने की आवश्यकता है।
“बिना आर्थिक गतिविधियों को बंद किए कोरोना को नियंत्रित किया जाएगा”


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी दी कि कोरोना के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए बिना आर्थिक गतिविधियों को बंद किए इंदौर और भोपाल में आज से नाईट कर्फ्यू लगाया गया है। ग्वालियर और जबलपुर में रात्रि 10 से प्रात: 6 बजे तक व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। बैतूल, बुरहानपुर, रतलाम, सागर और उज्जैन में कोरोना के प्रकरण मिले हैं। इनमें भी मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, जैसे बचाव के उपायों का सख्ती से पालन कराने और जागरूकता अभियान के लिए गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। प्रदेश के अन्य 42 जिलों में न्यूनतम प्रकरण हैं। किसी भी जिले में प्रकरण की संख्या दस से अधिक नहीं है।
“टीकाकरण को अभियान के रूप में चलाया जा रहा है”
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण को अभियान के रूप में चलाया जा रहा है। स्वयं-सेवी संस्थाओं के सहयोग से टीकाकरण केन्द्रों पर उत्सव का माहौल निर्मित कर जन-सामान्य को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अब तक 7 लाख 24 हजार फ्रंट लाइन तथा हेल्थ वर्कर्स को टीके की प्रथम डोज तथा 3 लाख 55 हजार वर्कर्स को द्वितीय डोज लगाई जा चुकी है।
“मेलों, होली के आयोजनों, भगोरिया, गेर आदि पर रहेगा प्रतिबंध”


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में यू.के. वैरियंट के 335 सैम्पल लिए गए, जिनमें 8 पॉजिटिव आए हैं। फरवरी 2021 के बाद कोरोना से प्रभावित व्यक्तियों का इलाज होम आयसोलेशन में टेली कंसल्टेशन द्वारा किया जा रहा है। प्रदेश के चिकित्सालयों में पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन तथा अन्य आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था है। कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए मेलों, होली के आयोजन, भगोरिया, गेर आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है। सामाजिक आयोजनों में भी क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक लोगों के समागम को प्रतिबंधित किया गया है। प्रदेश के जिन 10 जिलों में कोरोना के प्रकरण तुलनात्मक रूप से अधिक हैं, उनमें मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा और जन-जागरण के लिए विशेष अभियान संचालित किया जाएगा।
“टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन से होगा कोरोना पर नियंत्रण”


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 19 सितम्बर को कोरोना प्रकरणों की एक दिन में सबसे अधिक संख्या 2607 दर्ज की गई। इसके बाद अक्टूबर में यह संख्या 514 तक आ गई। पुन: 27 नवम्बर को 1798 प्रकरण दर्ज किए गए, जो 14 फरवरी को एक दिन में 141 की न्यूनतम स्थिति में आए। प्रकरणों की संख्या में इस गिरावट से जन-जीवन सामान्य होने लगा। व्यावसायिक, सामाजिक, धार्मिक आयोजनों में जन-सामान्य की सहजता से भागीदारी बढ़ी।


“अब प्रदेश के 10 जिलों में पुन: प्रकरणों में वृद्धि दिखाई दे रही है” मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और उनके द्वारा दिए गए मंत्र दवाई भी और कड़ाई भी तथा टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन से कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रहेगी। आवश्यकता होने पर माइक्रो स्तर पर कंटेनमेंट जोन भी निर्मित किए जाएंगे।
मंत्रालय से आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान भी उपस्थित रहे।

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