“नरक असहनीय दुखो का भंडार – मुनि श्री विनंद सागर”घर की सफाई के साथ आत्मा की सफाई भी अवश्य करें — मुनिश्री निष्प्रह सागर महाराज”
श्री चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर अरिहंतपुरम में विराजमान विनंद सागर महाराज ने कहा जो जीव पापो से भयभीत होते है वे आत्महित का पुरुषार्थ करते है । मुनिश्री ने…