तप कल्याणक दीक्षा पर हुई धर्मसभा, संस्कारों का प्रभाव व्यक्ति के अंत तक काम आता है- मुनि अजीत सागर महाराज, भगवान राम सभी के अटूट आस्था के केंद्र हैं -सांसद सोलंकी
आष्टा।दुख से मुक्त होना है, तो कर्तव्य से मुक्त हो जाओ। कर्तव्य से मुक्त हो जाओगे, तो दुख स्वयं ही चले जाएंगे। बच्चों को अच्छे संस्कार मिलेंगे तो माता-पिता एवं…