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भोपाल । आयुष्मान योजना के अन्तर्गत राज्य में सभी पात्र परिवार के आयुष्मान कार्ड बनाने और योजना के क्रियान्वयन पर  सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ  काम करने  के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिए निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग तेजी से अमल कर रहा है ।  एक दिन में 22 दिसम्बर 2020 को एक लाख 20 हजार परिवारों के आयुष्मान कार्ड जनरेट किये गये। 
  आयुष्मान योजना में अप्रैल 2020 के बाद से लगातार उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की गई है। अप्रैल 2020 के पहले कुल एक करोड़ 41 लाख 36 हजार 700 कार्ड बनाये गये थे। अप्रैल के बाद कोरोना काल की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद अप्रैल 2020 से अब तक 17 लाख 84 हजार 757 कार्ड बनाये गये हैं।

डॉ प्रभुराम चौधरी स्वास्थ मंत्री मप्र


  लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभराम चौधरी ने आयुष्मान योजना में कार्ड बनाने और लोगों को उपचार उपलब्ध कराने के लिये योजना के क्रियान्वयन में लायी गई तेजी पर विभाग के फील्ड कार्यकर्ता  एएनएम , स्वास्थ्य कार्यकर्ता  से लेकर वरिष्ठ आधिकारियों की सराहना की है। 
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि पिछले 9  माह में हम कोरोना की महामारी से जूझ रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मचारी ,अधिकारी  फ्रन्टलाइन वर्कर के रूप में कोरोना महामारी के उपचार और रोकथाम में लगे  हुए  है। इसके बावजूद गरीब और कमजोर वर्गों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त अस्पतालों में उपचार कराने के लिये लागू आयुष्मान योजना को प्रभावी ढंग से लोगों को लाभ दिलाने में विभाग पीछे नहीं रहा।

फाइल चित्र

उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा पर्ची धारक और संबल योजना के पात्र हितग्राही आदि  शामिल किये जाते हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को मिले और सभी के कार्ड बन जाये। जिससे की उनको अस्पताल पहुँचने पर तुरंत ईलाज शुरू हो जाये। इसके लिये राज्य में संचालित लोकसेवा केन्द्रों को भी कार्ड बनाने का दायित्व सौंपा गया। सभी संबद्ध चिकित्सालयों में  इमरजेंसी पर आयुष्मान मित्र के माध्यम से  कार्ड बनाने के लिये सुविधा दी गई है। 
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि राज्य में आयुष्मान भारत ‘निरामय’ योजना में 761 अस्पताल संबद्ध (इम्पैनल्ड) हैं। इनमें 321 निजी चिकित्सालय और 440 शासकीय चिकित्सालय हैं। अप्रैल 2020 तक इनकी संख्या कुल 551 थी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि सरकार द्वारा सभी पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ समय पर और अपने नजदीक के अस्पताल में मिले। इसके लिये पिछले 6 माह में 200 से अधिक अस्पतालों को इस योजना से जोड़ा  है। इसका प्रभाव भी सकारात्मक हुआ है। आयुष्मान योजना में इलाज कराने वालों की संख्या हर माह बढ़ रही है। 5 लाख 48 हजार 693 हितग्राहियों ने आयुष्मान योजना में नि:शुल्का इलाज कराया है।

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स्वास्थ्य मंत्री डॉ.चौधरी ने बताया कि आयुष्मान योजना में 23 सर्जिकल और मेडिकल विषय विशेषज्ञाताओं के अन्तर्गत विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिये 1578 पैकेज शामिल हैं। इनमें गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, कीमोथेरेपी, गर्दा प्रत्यारोपण, हृदयघात, हृदयबाल प्रत्यारोपण, घुटना एवं कुल्हा प्रत्यारोपण, जच्चा बच्चा संबंधी रोग, नि:संतानता (आईवहींएफ), डॉयलेसिस इत्यादि का उपचार उपलब्ध है। 
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि आयुष्मान योजना में एसइसीसी-2011 जनगणना के   अन्तर्गत आने वाले पात्र हितग्राही के साथ ही राज्य शासन द्वारा योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा पर्ची धारक, और संबल योजना के पात्र हितग्राहियों के शत-प्रतिशत कार्ड बनाने के लिये विभाग लगातार प्रयास कर रहा है और हाल ही में योजना में आई कार्ड बनाने में तेजी दर्शाती है कि शत-प्रतिशत पात्र  परिवारों का बनाकर उन्हें योजनान्तर्गत उपचार की सुविधा देने वाला  राज्य होगा मध्यप्रदेश।


जिलेवार 22 दिसम्बर को जारी आयुष्मान कार्ड 
 योजना अंतर्गत प्राप्त जानकारी अनुसार  22 दिसम्बर को आगर-मालवा में 1276, अलीराजपुर में 4890, अनूपपुर में 813, अशोकनगर में 1507, बालाघाट में 2289, बड़वानी में 3894, बैतूल में 1834, भिण्ड में 140, भोपल में 4198, बुरहानपुर में 2930, छतरपुर में 5127, छिन्दवाड़ामें 10 हजार 855, दमोह में 2097, दतिया में 1710, देवास में 2117, धार में 429, डिंडौरी में 6769, पूर्वी निमाड़ में 2970, गुना में 3595, ग्वालियर में 112, हरदा में 303, होशंगाबाद में 2831, इंदौर में 3230, जबलपुर में 2669, झाबुआ में 1869, कटनी में 344, खरगौन में 3347, मंडला में 3511, मंदसौर में 3262, मुरैना में 3030, नरसिंहपुर में 1341,

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नीमच में 2571, पन्ना में 1888, रायसेन में 959, राजगढ़ में 1908, रतलाम में 2044, रीवा में 1678, सागर में 1936, सतना में 1373, सीहोर में 1463, सिवनी में 3424, शहडोल में 267, शाजापुर में 1260, श्योपुर में 720, शिवपुरी में 2085, सीधी में 3383, सिंगरौली में 3446, टीमकमगढ़ में 2204, उज्जैन में 1090, उमरिया में 124, विदिशा में 1827 कार्ड बनाये गये। इस प्रकार 22 दिसम्बर को एक दिन में एक लाख 20 हजार 989 कार्ड बनाने का विभाग द्वारा रिकार्ड बनाया गया जो अब तक किसी भी दिन जारी किये गये कार्डों की संख्या में सर्वाधिक है।

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