सीहोर । जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने आज कोलार बांध का निरीक्षण किया । उन्होंने बांध के एक छोर से दूसरे छोर तक बारीकी से निरीक्षण किया तथा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को बेहतर रखरखाव एवं मरम्मत के दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने अधिकारियों से कहा कि लगभग 55 वर्ष पुराना बांध है इसलिए नियमित निरीक्षण के साथ ही जहॉं भी मरम्मत की आवश्यकता हो तो मरम्मत तुरंत कराएं।
जल संसाधन श्री सिलावट ने भोपाल को पेयजल के लिए प्रदाय किए जाने वाले स्थान, पम्प, पाल तथा नहरों एवं वर्षा के दौरान बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने वाले सभी आठ गेटों की स्थिति का गहन निरीक्षण किया।
उन्होंने बांस से जल निकासी के लिए गेट खोलने की पूरी प्रक्रिया तथा इस दौरान मॉनिटरिंग के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने पाल के गड्डों को भरने, खराब रेलिंग तथा सुरक्षा की दृष्टि से बनाई गई पेराफिट वॉल की मरम्मत कराने के निर्देश दिए।
मंत्री श्री सिलावट ने कोलार बांध के गेट और पाल के बीच के खाली स्थान को सुरक्षा के दृष्टिगत लोहे की जाली से कवर करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बांध में पर्यटन एवं पिकनिक के लिए आने वाले पर्यटकों/नागरिकों को जोखिम भरे स्थानों पर जाने से रोकें। निरीक्षण के दौरान कोलार परियोजना की कार्यपालन यंत्री श्रीमती हर्षा जैनवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
“बांध स्थल पर कार्यरत कर्मचारियों का जल संसाधन मंत्री ने किया सम्मान”
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने बांध स्थल पर कार्यरत जल संसाधन विभाग की कर्मचारी श्रीमती करोटी बाई, श्रीमती बाबली बाई तथा सेवा निवृत होने वाले श्री भगवतसिंह मेवाड़ा को गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया।
उन्होंन इन कर्मचारियों के साथ भुटटे खाए और चाय पी। जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि हमारे मैदानी कर्मचारी विभाग की रीड़ हैं। ये कर्मचारी पूरे समय बांध की देखरेख करते हैं।