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आष्टा । नगर के श्री दिव्योदय जैन तीर्थ पर विराजमान आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य पूज्य मुनि श्री निष्पक्ष सागर जी महाराज ससंघ का चातुर्मास कलश स्थापना का भव्य आयोजन रिमझिम बारिश के बीच पूरे जोश के साथ उत्साह और उमंग के साथ भव्य रूप से सम्पन्न हुआ ।

जिसमे देश भर से पधारे गुरु भक्तो ने भाग लिया साथ ही नगर के जन प्रतिनधिगणो में क्षेत्रीय विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनधि रायसिंह मेवाड़ा, नगर भाजपा अध्यक्ष अतुल शर्मा, नगर पालिका पूर्व अध्यक्ष

डॉ मीना सिंघी,विनीत सिंघी,जिला भाजपा के मीडिया प्रभारी सुशील संचेती, व्यापार महासंघ अध्यक्ष रूपेश राठौर, हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष कालू भट्ट,भाजपा नेता विशाल चौरसिया आदि ने भी अपनी महती उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। पूज्य मुनि श्री निष्कंप सागर जी ने कहा की जिस उत्साह के साथ आप लोगों ने आज के इस महा आयोजन कों सफ़ल बनाया है ।

यह महामंगल मय आयोजन सम्पूर्णता को प्राप्त होने जा रहा है । आप सभी के उत्साह को देखकर आज बहुत अच्छा लग रहा है। मुनि श्री निष्कंप सागर महाराज ने बताया कि धन से कोई बड़ा नही होता दान देने से बड़ा बनता है ।

साधुओं का आना जाना लगा रहता है । कोई समाज ही ऐसी होती है जो महान पुण्य के उदय से चातुर्मास मिलता है । एक नही दो नही चार चार मुनिराजों को आष्टा की धरती पर चातुर्मास करने के लिए भेजा है ।

सभी को बहुत बहुत आशीर्वाद है ।अब यहां चार माह तक सरस्वती की वर्षा होगी धर्म की गंगा बहेगी । आप सभी इसका भरपूर लाभ ले । यह अवसर बड़े ही महान पुण्य से प्राप्त होने जा रहा है । भावों से ही भाग्योदय का निर्माण हुआ है । शक्ति के अनुसार दान देना चाहिए जैन दर्शन कठोर नही बहुत नरम है बहुत ही पवित्र है ।

इन्ही भावनाओ को लेकर आज अपनी भक्ति को प्रबल करते रहे ।
चार माह तक अपने नगर से बाहर जाने के समस्त काम को ब्रेक लगा दे जब तक मुनि संघ विराजमान रहेगा तब तक हम सभी आपके साथ नगर में चातुर्मास करेंगे । ऐसी नियम लेकर ही यहां से प्रस्थान करें मुनि संघ की आज्ञा के बीना हम सभी बाहर नही जाएंगे ।


मुनि श्री निष्काम सागर जी महाराज ने अपने उदभोदन में बताया कि प्रकति ने अपने अपने कर्मो के हिसाब से सभी को अपना अपना फल भोगने की व्यबस्था बना रखी है जो जहां पर हो वहां संतुष्ट हो यह जरूरी नही होता ।

भक्त की भक्ति सच्ची हो तो देवता भी प्रशन्न हों जाते है । प्रकति ने आपको हर प्रकार की सुविधाएं दे रखी है । अब हम पर निर्भर करता है हम उन सुविधाओ का किस तरह सदउपयोग कर सकते है । एक अच्छा इंसान बनने के लिए आपको जिनेंद्र भगवान की भक्ति करना होती है ।


पूज्य मुनि निष्पक्ष सागर जी महाराज ने कहा कि जैन संस्कृति में सबसे बड़ा उत्सव चतुर्मास का ही होता है। यह चार माह का महान उत्सव का लाभ आष्टा वालो को प्राप्त हुआ है। आचार्य श्री का परोक्ष आशीर्वाद हमे प्राप्त हो रहा है ।

आचार्य श्री समय सागर जी महाराज खजूराहो में विराजमान है उन्ही के साथ ही आष्टा में भी यह कलश स्थापना का महा उत्सव एक साथ संपन्न होने जा रहा है । हमारी चातुर्मास की स्थापना तो हो चुकी है आज समाज की स्थापना होगी ।

कलश तो एक माध्यम है अभी तक जितने भी चातुर्मास हुए है उनसे कहि अधिक भक्ति के साथ यह चातुर्मास सम्पन्न होगा । श्रावक को सबसे पहले बताया गया है दान करो दान देने से ही बारह प्रकार के तप बतलाए गए है ।

श्रावक को यह जो उत्सव में धर्म की प्रभावना के लिए है मार्ग की प्रभावना के लिए है दान की प्रभावना के लिए है । आज कुआ में जो पानी भरा हुआ है उसको निकालने का दिन है ।
मंच का संचालन धीरज भैया जी एवं सुरेंद्र जैन ने किया ।


दोपहर 1 बजे से प्रारम्भ हुए कलश स्थापना के भव्य आयोजन में देश भर से गुरुभक्त रांची, जबलपुर, दमोह, कटनी , सागर ,गुना,भोपाल, इन्दौर,उज्जैन आदि महा नगरों से पधारे गुरुभक्तों ने कार्यक्रम में उपस्थिति देकर भव्यता प्रदान की ।

कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि राय सिंह मेवाड़ा, भाजपा नेत्री श्रीमती ऋतु जैन,नगर अध्यक्ष अतुल शर्मा, भाजपा महामंत्री धनरूपमल जैन, पार्षद कमलेश जैन,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष डॉ मीना सिंघी, विनीत सिंघी वरिष्ठ पत्रकार सुशील संचेती, नरेंद्र गंगवाल,राकेश बैरागी,

हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष कालू भट्ट, पार्षद प्रतिनिधि विशाल चौरसिया,आदि गुरु भक्तजन उपस्थित रहे । समस्त बाहर से पधारे गुरु भक्तो का दिगम्बर जैन पंचायत समिति ने अंगवस्त्र द्वारा बहुमान किया। मुनि श्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य
पंकज कुमार मनोज गोपी सेठी परिवार शांतिनगर को प्राप्त हुआ।

अनिल कुमार ललितपुर सन्तोष कुमार जैन मैना, अतुल कुमार भोपाल शस्त्र भेंट का लाभ,मुकेश जैन उज्वल आष्टा मुकेश बड़जात्या परिवार मनी जैन ललितपुर, मोनू भैया रांची परिवार ने लाभ प्राप्त किया । प्रथम कलश का लांभ कचरुमल मुकेश कुमार उज्वल प्रज्जवल जैन मावा वाले परिवार को प्राप्त हुआ ।

द्वितीय कलश का लाभ. श्रीमती रेशम बाई संजय कुमार विजय जैन परिवार को,तृतीय कलश का लाभ.श्रीमती बादामी बाई सवाईमल सुशील कुमार जैन धवल परिवार को।

चतुर्थ कलश गुलाब चंद सन्दीप कुमार जैन नीलबड़ वाले को।
पंचम कलश समाज के अध्यक्ष श्री मुकेश आनंद अनूप अभय श्रेयांस पोरवाल परिवार को,षष्ठम कलश लाभमल यश कुमार जैन आष्टा


समयंक दर्शन कलश कैलाश चंद जी जैन पनागर , दीपचंद जी संजय सचिन जैन परिवार को,
सम्यक ज्ञान कलश दिलीप शुभम
अनिल सुनील प्रदीप प्रगति परिवार कोअन्य कलशों का लाभ प्राप्त हुआ।

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