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आष्टा। जहां चातुर्मास के दौरान साधु -संतों का सानिध्य प्राप्त होता है, वहां त्याग – तपस्या की बारिश की तरह झड़ी लगती है। श्रीमती साधना संतोष कुमार देशलहरा की पुत्रवधू एवं पौत्री श्रीमती सोनम देशलहरा एवं कुमारी समृद्धि देशलहरा ने साध्वी
किरण बाला जी आदि ठाणा 5 की प्रेरणा से अठाई तप अर्थात आठ उपवास की कठिन तपस्या सोमवार को पूर्ण की। वहीं उनके सुपुत्र पीयूष देशलहरा ने तेला अर्थात तीन उपवास की तपस्या सोमवार 22 जुलाई को पूर्ण की ।इन सभी का पारणा 23 जुलाई मंगलवार को होगा।


चार महीने तक चातुर्मास के दौरान अधिक से अधिक धर्म – आराधना और उपवास के तेले की लड़ी अर्थात तीन उपवास एवं आयंबिल की तपस्या आदि नगर के श्री महावीर भवन स्थानक में चातुर्मास हेतु विराजित पूज्य महासती किरण बाला जी महाराज साहब जी, स्वाध्याय प्रेमी पूज्य महासती शीतल जी, तत्व जिज्ञासु पूज्य महासती रेणु प्रभा जी, सेवाभावी पूज्य महासती अनंत गुणा जी एवं पूज्य महासती कृतज्ञा जी ठाणा – 5 की प्रेरणा से हो रही है।


श्राविका संघ अध्यक्ष श्रीमती साधना आनंद रांका ने 5 उपवास की तपस्या कर और अधिक उपवास के भाव है। पूज्य महासती किरण बाला जी आदि ठाणा 5 के पावन सानिध्य में गुरुवार 11 जुलाई से सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे का अखंड णमोकार महामंत्र का जाप श्रावक -श्राविकाओं ने 15 जुलाई तक किया।अब उपवास की तपस्या चल रही है।

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