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आष्टा । स्थानीय शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल आष्टा में आज प्रातः गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया गया जिसमें स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने समस्त गुरुजनों का सम्मान किया ।

संस्था प्राचार्य सुनील शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज विद्यालय में प्रार्थना सभा में शिक्षकों के द्वारा गुरु पूर्णिमा के महत्व एवं पारंपरिक गुरु शिष्य की संस्कृति पर प्रकाश डाला गया।

इस दौरान गुरुकुल व्यवस्था एवं वर्तमान व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने विद्यार्थियों को अपने-अपने विचारों से अवगत कराया।

वहीं प्राचार्य सुनील शर्मा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा सनातन धर्म संस्कृति है। सनातन संस्कृति में आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं।

हमारे धर्म ग्रंथों में जो हमें अज्ञानता से प्रकाश की ओर ले जाए उसे गुरु कहा जाता है।

गुरु की कृपा से ईश्वर का साक्षात्कार होता है गुरु की कृपा बिना कुछ भी संभव नहीं है। अतः हमारे भारतवर्ष में गुरु पूर्णिमा का पर्व प्रतिवर्ष गुरुओं को समर्पित रहता है।

इस दिन सभी बड़े वृद्ध अपने अपने गुरुओं की आराधना कर गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाते हैं हमारे मालवा क्षेत्र में गुरु पूर्णिमा को भैरू पूजन के नाम से भी जाना जाता है जिसमें समस्त लोग अपने इष्ट का पूजन करते हैं।

उक्त बातें विद्यार्थियों को समझाते हुए शिक्षक साथियों को भी अवगत कराया कि हमें भी अपने कर्तव्य को ईमानदारी से निभाना चाहिए।

व अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए। इस अवसर पर सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा पर शिक्षक श्री जितेंद्र पटेल एवं राजेंद्र पिपलोदिया द्वारा दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण किया गया। वहीं विद्यार्थियों ने बारी-बारी से अपने सभी शिक्षकों का पूजन कर उन्हें गुरु पूर्णिमा की बधाई प्रेषित की।

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