आष्टा । हौसलों की उड़ान के साथ आष्टा अनुविभाग के ग्राम मुल्लानी (मंगलपुर) की एक मध्यम परिवार की बेटी जिसकी उम्र 12 साल है एवं वो कक्षा 8 वी की छात्रा है, बचपन से ही उसके ऊंचे ऊंचे सपने रहे है। रोजाना कड़ी मेहनत कर अपने सपनो को पूरा करने,देश का नाम रोशन करने में लगी हुई है।
इस बेटी प्रीति विक्रमसिंह परमार उम्र 12 साल एवं चचेरे भाई चेतन परमार का यूरोप में रूस की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस पर चढ़ाई करने के लिये चयन हुआ है। लेकिन इन दोनों के सामने इस अभियान के खर्चे के रुपये को लेकर आर्थिक परेशानी का पहाड़ पार करना अर्थात करीब 6.50 लाख की व्यवस्था करना बड़ी चुनोती बना था ।
मीडिया प्रभारी सुशील संचेती ने जानकारी देते हुए बताया की बुलंद हौसलों की उक्त बेटी प्रीति एवं भाई चेतन परमार ने इस समस्या को लेकर मप्र सरकार,आष्टा विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर के यहा दस्तक देकर आर्थिक सहायता की गुहार लगाई थी।
बेटी प्रीति के हौंसलो को देखते हुए एवं हिन्दुतान की आन,बान, शान के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को बेटी प्रीति ओर चेतन परमार रूस की सबसे ऊंची चोंटी (18 हजार 510 फीट) पर लहराये इसको लेकर आष्टा विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर ने बेटी का सपना पूरा हो इसके लिये शासन स्तर पर विशेष प्रयास कर मप्र सरकार से 4 लाख रुपये की स्वीकृति कराई ओर आज विधायक कार्यालय पर बेटी प्रीति को स्वीकृत आर्थिक सहायता के चैक विधायक द्वारा सौपे गये।
एवं दोनों का शाल ओढ़ाकर गुलदस्ता भेँट कर स्वागत सम्मान किया एवं बेटी के पैर छुए। विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर ने इस अवसर पर कहा की बेटी प्रीति एवं बेटे चेतन को उनके मिशन में किसी प्रकार की आर्थिक परेशानी नही आने दूंगा।
बेटी को लगातार एथेलेटिक की तैयारी करवाने वाले उनके चचेरे भाई चेतन परमार ने बताया की प्रीति इसके पूर्व मप्र की सबसे ऊंची चोंटी पचमढ़ी में धूपगढ़ पर भी सफलता पूर्वक चढ़ कर तिरंगा फहरा चुकी है।
बेटी प्रीति परमार एवं चेतन परमार के हौसलों को बढ़ाने एवं उसका जो सपना है उसे पूरा करने के लिये विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर ने आज 4 लाख की आर्थिक सहायता के चेक सौपे, उसके प्रति, प्रीति एवं चेतन परमार एवं परिजनों ने आभार व्यक्त किया।