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आष्टा । यू तो आष्टा में एक नही अनेकों सामाजिक,धार्मिक,राजनीतिक,व्यापारिक संगठन है,जो समय समय पर अपने स्तर पर अपनी क्षमता अनुसार समाज सेवा के कार्य करते रहते है। कोरोना काल मे भी ये संगठन कही से पीछे नही रहे ये ही आस्था वान आष्टा नगर की पहचान है।

ऐसी ही एक सामाजिक संस्था है आष्टा युवा संगठन जिसके कई सदस्य,संस्था के प्रमुख आनन्द गोस्वामी के नेतृत्व में समाज सेवा के कार्य करते रहे है । आज स्थानीय बजरंग कालोनी में एक महिला ने अज्ञात कारणों से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली ।

सूत्रों से पता चला कि उक्त महिला जिसका नाम यशोदा दुधानिया है अपनी एक 9 साल की बेटी रिमझिम के साथ रहती थी । महिला का अपने पति से तलाक हो जाने से वो अलग रहती थी और पति अलग रहता है।


टीआई श्री रविन्द्र यादव ने बताया की कल रात्रि में महिला यशोदा बाई अपनी बेटी के साथ सोई। सुबाह बेटी रिमझिम उठी तो देखा माँ फांसी के फंदे पर लटकी थी।

मासूम बेटी दौड़ कर पड़ोस में रहने वाले किरायेदार के यहा पहुची ओर बताया,किरायेदार ने मकान मालिक को सूचना दी। फिर पुलिस को सूचना दी । पुलिस मौके पर पहुची ओर महिला के रिश्तेदारों की जानकारी ली तब पहले उसके माता पिता जो कि इंदौर में रहते है उनेह घटना की जानकारी दी एवं उनेह आष्टा आने को कहा ।

तब घर वालो ने कहा हमारा हमारी बेटी से अब कोई संबंध नही है क्योंकि उसने भाग कर हमारी मर्जी के खिलाफ शादी की उसी दिन से हमारा उससे कोई संबंध नहीं रहा ओर उन्होंने आष्टा आने,महिला का शव लेने,अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया।

बाद में पुलिस ने मृतक महिला के पूर्व पति जिसका नाम राधाकिशन दुधानिया है को सूचना दी तब उसने यह कह कर महिला का शव लेने उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया कि उसका तलाक हो चुका है वो कैसे उसका अंतिम संस्कार कर सकता और उसने भी मना कर दिया।

अब पुलिस के सामने बड़ी ही विकट ओर पेचीदी स्तिथि निर्मित हो गई। वही सबसे बड़ी समस्या यह थी की महिला का पीएम के बाद क्या किया जाये। तब वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया। उसके बाद नगर की उक्त सामाजिक संस्था

आष्टा युवा संगठन के आनन्द गोस्वामी ने उक्त महिला का सहारा बन कर पुलिस,नपा के सफाई मित्रों के सहयोग से उस महिला का स्थानीय विश्रामघाट पर आष्टा थाने में पदस्थ महिला एसआई अर्पणा भट्ट, की उपस्तिथि में अंतिम संस्कार किया।

अब उक्त मृतक महिला यशोदा बाई की नो वर्ष की बेटी रिमझिम का क्या होगा,उसकी रहने,खाने,ठहरने,पढ़ाई की क्या व्यवस्था होगी ये एक बड़ा प्रश्न सभी के सामने खड़ा है । आष्टा टीआई श्री रविन्द्र यादव ने बताया कि पुलिस बेटी के हित मे उसके भविष्य के लिये मासूम बेटी रिमझिम की देख रेख,उसकी परवरिश के लिए

एक बार बेटी के नाना नानी के परिवार से चर्चा करेंगे अगर वो तैयार हो जाते है तो बेटी को वहां सोप देंगे नही तो जो कानूनी नियम के तहत होगा वैसा किया जायेगा। आज एक बेसहारा का सहारा बन कर आष्टा युवा संगठन,पुलिस,नपा ने जो कार्य किया उसकी सर्वत्र प्रशंसा होना चाहिये। आष्टा पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।


स्थानीय मुक्ति धाम पर एसआई अर्पणा भट्ट,पुलिस कर्मी विनोद परमार,बंटी, आष्टा युवा संगठन प्रमुख आनंद गोस्वामी,नपा के अमर सांगते ,गोलू घेंघट ,खुशिलाल ,रवि कुशवाह मनोज गेलहोत्रे आदि ने

पूरे हिंदु रितिरिवाज के साथ मृतक महिला यशोदा बाई का अंतिम संस्कार किया
बेटी रिमझिम ने अपनी माँ को मुखग्नि दे कर उसे अंतिम विदाई दी। आज इस महिला यशोदा की मौत के बाद जो जो बाते सामने आई उसने समाज के सामने कई चिंतनीय,विचारणीय प्रश्न भी छोड़े है.!

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