आष्टा । आस्था अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले ग्राम रूपेटा निवासी श्रीमती रामकुंवर बाई एवं उसके दो पुत्र लोकेन्द्र एवं विजेन्द्रसिंह ठाकुर अपनी पैतृक जमीन पर खेती करते हैं । इस वर्ष इस खेत पर गेहूं बोया था ।
गेहूं कटने के लिए पक कर तैयार था लेकिन उसके पूर्व ही ग्राम के दबंगों ने पुराना चला आ रहा जमीनी विवाद के चलते इस वर्ष खेत में बोई गई गेहूं की फसल जो कटने को तैयार थी,को रात्रि में आरोपी पक्ष ने ट्रैक्टर से रौंद दिया ।
घटना के बाद सुबह जब महिला एवं उसके पुत्र पहुंचे तब पूरे खेत में गेहूं रौंदा हुआ देखा तब घटना की रिपोर्ट लिखाने पीड़ित लोकेन्द्र एवं इसकी मा रामकुंवर बाई,भाई विजेंद्र पार्वती थाने पहुंचे तथा पुलिस को पूरी घटना से अवगत कराया ।
पर्वती थाना पुलिस ने तत्काल मामले की गम्भीरता को समझा और लोकेंद्र ठाकुर पिता घासीराम ठाकुर निवासी रूपेटा की रिपोर्ट पर आरोपी गजराज सिंह ठाकुर पिता भागीरथ सिंह, हरि सिंह ठाकुर पिता भागीरथ सिंह एवं भादर सिंह पिता हरि सिंह के खिलाफ धारा 294, 323, 506,34 के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच में लिया है ।
घटना की रिपोर्ट लिखने के बाद पीड़ित न्याय का इंतजार कर रहा है । पीड़ित लोकेन्द्रसिंह ठाकुर का कहना है कि उक्त खेत जो करीब एक एकड़ से अधिक का है इस वर्ष हमने खेत मे गेंहू बोया था खेत मे करीब 20 से 25 कुंटल करीब 50 हजार का गेंहू था,जिसे ट्रेक्टर से रौंद कर नष्ट कर दिया।
परिवार के सामने अनाज का संकट तो पैदा हो गया है,आर्थिक नुकसान भी हुआ है। पीड़ित ने हुए नुकसान के मुआवजे की मांग की है। एवं पीड़ितों पर ठोस कार्यवाही की मांग की है। पीड़ित लोकेन्द्रसिंह ठाकुर का कहना है
कि कुछ दिनों पूर्व भी जब मेरी माँ एवं मेरी पत्नी मीरा प्रधान खेत में खड़ी गेहूं की उक्त फसल पकने के बाद उसे काटने गए थे तब भी उनकी माता श्रीमती रामकुंवर बाई के साथ भादरसिंह, चेतन सिंह,जितेन सिंह और बलवान सिंह ने मारपीट की थी ।
तब भी पीड़ित विधवा महिला रामकुंवर बाई ने पार्वती थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी । तब भी पुलिस ने इन चारो के खिलाफ धारा 294,323,506,34 के तहत मामला दर्ज किया था। इन दोनों पक्षो में उक्त जमीन को लेकर लम्बे समय से विवाद चल रहा है,जो न्यायालय में विचाराधीन है।
इस चल रहे जमीनी विवाद में कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है । पर्वती थाना पुलिस को चाहिए कि दर्ज हुई रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए ठोस कार्रवाई करें ताकि भविष्य में कोई बड़ा विवाद उत्पन्न हो सके।