“राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा पहुंचे सुराणा निवास पर पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश सुराणा के स्वास्थ्य के लिए जानकारी शीघ्र स्वस्थ होने की,की कामना”
मध्यप्रदेश सरकार के राजस्व मंत्री श्री करणसिंह वर्मा आज आष्टा आये एवं सुरणा निवास पहुचे। आष्टा पहुचे मंत्री श्री वर्मा पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश सुराणा के निवास पर पहुचे एवं उनसे मुलाकात कर उनके स्वास्थ की जानकारी ली एवम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
“आत्मा से प्यार करों,शरीर से नहीं – मुनि भूतबलि सागर
दया करो और दया भाव रखें — मुनि सागर महाराज”
भगवान अनेक गुणों के भंडार है।कितनी भी भक्ति, आराधना करें,वह लघु बनकर करें। भगवान के सामने भक्त बनकर, जिनवाणी के सामने बेटा बनकर और गुरु के सामने शिष्य बनकर बैठे।आत्मा से प्यार करों,शरीर से नहीं।दया करो और दया भाव रखें। गुणी का गुणगान करें। गुणों का कोई अंत नहीं, भगवान अनेक गुणों से युक्त है।
भक्ति भावना रखें, लघु बनकर रहने से ज्ञान बढ़ेगा।धन बढ़ने से घमंड नहीं आना चाहिए।कोयल बसंत ऋतु में बोलने के लिए मजबूर हो जाती है।गुणी व्यक्ति को देखकर विनय भाव आना चाहिए। सम्यकदृष्टि लघु होता है और स्वयं को छोटा समझता है। किसी के अवगुण है तो उन्हें ही बताएं, अन्य को नहीं और गुणी व्यक्ति के गुणगान सभी के सामने करना चाहिए।
व्यक्ति को कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर मुनि भूतबलि सागर महाराज ने आशीष वचन देते हुए कहीं। मुनिश्री ने कहा कि अवगुणी की खिल्ली नहीं उड़ानी चाहिए। आचरण देखें,मौन रहना सोना है, बोलने वाला चांदी है। लोगों में अज्ञानता अधिक भरी है। शाकाहारी होकर भी शाकाहार को समझ नहीं पा रहे हैं। ज्ञान का अंत होता जा रहा है और अज्ञानता बढ़ती जा रही है। भोजन और भोग में अंतर है। आत्मा को पवित्र बनाएं।
अनुराग करना है तो मोक्ष से करें, संसार से नहीं। आत्मा चैतन्य स्वरूप है। भक्ति में बहुत शक्ति है। कभी भी अहम न करें।समय से पहले नहीं मिलता। उपादान और निमित्त से काम होता है अच्छे काम काल करे सो आज करे। जिसका काम हो रहा है उसके भाग्य बलवान है और जिसका काम नहीं हो रहा उसका भाग्य बलवान नहीं है।
वर्तमान में मुनि बनना जरूरी है,समवर निर्जरा जरूरी है। उचित यही है कि पुरुषार्थ करें। मुनि की सेवा करने का फल मिलता है। भाग्य पुण्य से बनता है और धर्म से दूर नहीं होना चाहिए।स्वार्थी नहीं बने। जन्म,जरा, मृत्यु की दवा सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक चारित्र है।
कौरव जैसा स्वार्थ नहीं,पांडव जैसा स्वार्थ रखें। विषय भोग नहीं बढ़ाए,कम करें।आज व्यक्ति की तृष्णा नहीं घट रही है।भोग का त्यागकर ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें। तभी कल्याण होगा। सीमा बनाकर त्याग करें। मुनिश्री ने कहा समंतभद्र ने भाव निर्मल बनाकर शरीर से मोह छोड़ दिया। बच्चों को प्यार करों, लेकिन उनके मुंह में मुंह नहीं डालना चाहिए।
“कुशवाह समाज का प्रदेश स्तरीय युवक युवती परिचय सम्मेलन भोपाल में होगा आयोजित”
दिनांक 31 मार्च 2024 दिन रविवार को प्रातः 10ः30 बजे से स्थान मानस भवन पॉलिटेक्निक चैराहा भोपाल में प्रदेश स्तरीय युवक युवती परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया है। इस मौके पर आष्टा में श्री गोपाल सिंह कुशवाह प्रदेश महामंत्री कुशवाहा समाज बंधुओ को आमंत्रण पत्र देने हेतु पहुचे और सभी कुशवाह समाज बंधुओ को कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आमंत्रण पत्र दिया एंव अपने विवाह योग युवक युवती प्रत्याशी के (बायोडाटा) हेतु निवेदन किया। सभी कुशवाहा बांधुओ ने प्रदेश महामंत्री गोपालसिंह कुशवाह का स्वागत सत्कार किया। इस अवसर पर सीहोर जिला अध्यक्ष नरेंद्र कुशवाह, युवा संगठन सीहोर जिला अध्यक्ष रवि कुशवाह, उपाध्यक्ष गोपाल कुशवाह, कुशवाह, समाज के वरिष्ठ किशोरीलाल कुशवाह,
लवकुश जयंती के पूर्व अध्यक्ष जगदीश कुशवाह, गब्बू कुशवाह, आष्टा तहसील पूर्व अध्यक्ष राजकुमार कुशवाह ठेकेदार, सुरेश कुशवाहा (शिक्षक), मुकेश कुशवाह पटेल, श्री सुरेश कुशवाहा, राजेश कुशवाहा, भीमा कुशवाह, मनोज कुशवाहा पटेल, नारायण कुशवाह, भगत सिंह कुशवाह, श्री चंदर कुशवाहा (नाकेदार साहब), प्रेम कुशवाहा, श्री कैलाश कुशवाहा (काका), प्रकाश कुशवाहा (होटल),
कुशवाहा समाज पूर्व अध्यक्ष भेरूलाल कुशवाह, कैलाश कुशवाहा, चैनसिंह कुशवाह, श्री माखनलाल कुशवाह, कैलाश कुशवाह पूर्व जिला अध्यक्ष, केसरीमल कुशवाह, घनश्याम कुशवाह, बृजेश कुशवाह, मोटू कुशवाह, हरि कुशवाह टेंट,
घनश्याम कुशवाह, भागीरथ कुशवाह, कन्हैया कुशवाह उस्ताद, अर्जुन कुशवाह ऑटो डील, धरम मोतीलाल जी कुशवाह कृषि उपज मंडी आष्टा, श्री दुलीचंद कुशवाहा अन्नपूर्णा कंपलेक्स, श्री प्रकाश कुशवाहा, कालू कुशवाह, सेवाराम कुशवाहा, लीलाधर कुशवाह एवं आष्टा नगर के सभी कुशवाह मौजूद रहे।