Spread the love

आष्टा । आष्टा नगर के सुभाष नगर में एक स्कूल के कुछ कमरों को किराये पर लेकर इसे महादेव नर्सिंग कालेज के रूप में शुरू कर विद्यार्थियों के प्रवेश कराये,कुछ माह बाद स्कूल संचालक ने उक्त भंवन खाली करा लिया उसके बाद मात्र कागजो पर चलने वाले महादेव नर्सिंग कालेज के पीड़ित ओर परेशान विद्यार्थी

इस मामले को समझने के लिये इसे जरूर देखें-सुने

जब परेशान हो गये तब इस नर्सिंग कालेज के खिलाफ विद्यार्थी अपनी मोटी ली गई फीस वापस करने,4 साल से परीक्षा ना कराने, ड्रेस ट्रेनिग के नाम पर पैसे बसूलने उसके बाद भी ना ड्रेस दी और ना ट्रेनिंग कराई जैसी शिकायतों को लेकर न्याय की मांग के साथ सड़को पर उतरे। इनकी पीड़ा में एनएसयूआई,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पूरा साथ दिया।

सड़को पर आंदोलन हुआ,धरना दिया,तहसील थाने में प्रदर्शन किया। तब इस मामले की गंभीरता को देखते हुए संवेदनशील कलेक्टर श्री प्रवीणसिंह ने एक 4 सदस्यो का जांच दल गठित किया। जांच दल आया बारीकी से जांच ककी,पीड़ितों के बयान लिये तथा निष्कर्ष में बड़ी ढोल की पोल पाई।

जांच रिपोर्ट कलेक्टर सीहोर को सौपी गई। कलेक्टर ने रिपोर्ट का अध्ययन किया जांच के तथ्य देखने के बाद इस मामले के नोडल अधिकारी को महादेव नर्सिंग कालेज के संचालक पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये। उक्त खबर से पीड़ित विद्यार्थियों में खुशी छाई है और कलेक्टर के निर्णय के प्रति आभार व्यक्त किया।

वही अब विद्यार्थी की मांग है कि जो फीस लाखो की जमा की है वो गरीब छात्रों को वापस दिलाई जाए,जो कीमती चार साल इस कॉलेज ने उनके बर्बाद किये उसका मुआवजा दिलाया जाये, कब्जे में रखे सभी के सभी ओरिजनल डाकयोमेन्ट वापस दिलाये,ड्रेस,ट्रेंनिग के नाम पर जो राशि वसूली थी वो भी वापस हो।

जरा इसे भी पूरा देखे और सुने..

संचालक से फीस,बसूली अन्य राशि वापस दिलाये प्रशासन

स्मरण रहे नगर में फर्जी तरीके से संचालित महादेव नर्सिंग कॉलेज के संचालक के खिलाफ छात्र छात्रा एक माह से न्याय के लिये आंदोलन कर रहे थे। इस दौरान शिकायतकर्ता छात्रों को ऑडियो के माध्यम से संचालक तरह तरह की धमकियां तक दे कर उन्हें कही भी ठोक ने तक कि धमकी दे रहा था।

इनको धमकी मिल रही थी,जहाँ मिलोगे ठोक देंगे.!

वही विद्यायर्थी यो के साथ छात्र संगठन एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने भी जमकर हंगामे करते हुऐ महादेव नर्सिंग कॉलेज संचालक हर्ष वर्धन पर एफआईआर की मांग करते हुऐ ज्ञापन सौपे थे । जांच टीम को प्राथमिक जांच में महादेव नर्सिंग कॉलेज का भवन और अस्पताल कहीं भी संचालित होता हुआ नही मिला था तभी जांच समिति समझ चुकी थी की ये कोई छोटा नही बड़ा फ्राड है।

कलेक्टर द्वारा गठित जांच समिति का आष्टा दौरा

वहीं कई बिंदुओं पर जांच टीम ने छात्र छात्राओं के बयान और संचालक से कॉलेज के महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध कराए थे ।
ऐसे में अब जांच टीम के निष्कर्ष पर महादेव नर्सिंग कॉलेज के प्रबंधन पर सिहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने एफआईआर दर्ज करने के नोडल अधिकारी को निर्देश दिए है । अब देखना यह है कि संचालक हर्षवर्धन के खिलाफ किस किस धाराओं में मामला दर्ज होता है।

महादेव नर्सिंग कालेज-अस्पताल खोजता जांच दल

“लगातार छात्रों के आंदोलन,मांगो को कवरेज करने पर नासमझ संचालक पत्रकारो के कैमरे ओर कलम को दबाने के लिये झूठी शिकायतों का अभियान चला रहा था”

महादेव नर्सिंग कॉलेज के फर्जीवाड़े,मोटी फीस वसूली, छात्र-छात्राओं के ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स अपने कब्जे में रखने, कागजों में महादेव नर्सिंग कॉलेज चलने, बताया अस्पताल कहीं भी नहीं मिलने, ट्रेनिंग एवं ड्रेस के नाम बड़ी राशि वसूल करने के आंदोलन को प्रेस के जिन जिम्मेदार चर्चित पत्रकारों ने जब लगातार छात्रों की आवाज को बुलंद किया तब इस नासमझ महादेव नर्सिंग कॉलेज के संचालक ने

उनके कैमरे और कलम को झूठी शिकायते सोशल मीडिया पर डाल कर दबाने के भरसक प्रयास किये,उन पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने की भी कोशिश की लेकिन जैसे ही सोशल मीडिया पर जिम्मेदार प्रेस के साथियों ने पलट वार किया वैसे ही घबराये इस नासमझ संचालक ने प्रेस पर लगाये आरोप की पोस्ट जो डाली थी दूसरे दिन ही इस नासमझ संचालक में सोशल मीडिया से उक्त पोस्ट को डिलीट किया तथा उसके बाद इसकी बोलती भी बंद हो चुकी थी।

You missed

error: Content is protected !!