आष्टा। रविदास जी का प्रारंभिक जीवन बहुत ही कठिन और असमान हालातों में बिता। हालांकि उन्होंने अपने दृढ़ संघर्ष, प्रेम पर आधारित जीवन व्यतीत किया। शिक्षा और समाज की व्यवस्था में समानता के पक्षधर हुए और अपनी कविताओं द्वारा जातिवाद और असमानता के खिलाफ आवाज उठाई। उन्हें संत रविदास, गुरु रविदास, रैदास और रोहिदास जैसे कई नामों से जाना जाता है।
इस आशय के विचार विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने गल चैराहा स्थित बाबा रामदेव मंदिर में आयोजित संत रविदास जयंती समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। जयंती समारोह में विधायक गोपालसिंह इंजीनियर, नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, नपाउपाध्यक्ष प्रतिनिधि भूरू खां,आदि अतिथि के रूप में मौजूद थे।
ग्राम हरनिया गांव में विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने टीन शेड के लिए 10 लाख,भजन मंडली को वाद्ययंत्र के लिये 15 हजार एवं एक हेण्डपम्प लगवाने की घोषणा की
विधायक श्री इंजीनियर ने संत रविदास जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उपस्थितजनों को जयंती की शुभकामनाएं दी और कहा कि संत रविदास ने लोगों को
बिना भेदभाव के आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी और इसी तरह से वे भक्ति के मार्ग पर चलकर संत रविदास कहलाए। आज विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर जावर,हरनिया गांव,अरनिया गाजी ग्राम में आयोजित संत रविदास जयंती के कार्यक्रमो में शामिल हुए।
जयंती समारोह को नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि रविदास जी ने अपने जीवन के दौरान भगवान के प्रति अपना अद्भुत भक्तिभाव दिखाया। उनके गीत और दोहों में अद्वितीय भगवान के प्रति प्रेम का संदेश है। उन्होंने जातिवाद, असमानता, और मानवता के विरुद्ध लडकर
समाज में एकता और समरसता का प्रचार किया। रविदास जी एक गुरु ही नहीं बल्कि भगवान का रूप थे जिन्होंने सामाजिक सुधार करने के प्रयास किए, समाज सुधाकर के रूप में कार्य किए, शांति बनाए रखने के उपदेश दिए, धार्मिक सुधार कार्य किए और भेदभाव को कम करने का भी प्रयास किया है ।
जो कि उनके लिए कितनी आदर और सम्मान की बात है। इसलिए हम हर साल रविदास जयंती के इस मौके पर रविदास जी को सम्मान देने के लिए रविदास जयंती मनाते है। हम सब यह संकल्प ले कि आज के बाद हम रविदास के उपदेशों का पालन करेंगे और अपने घर, परिवार, नगर, प्रदेश सहित देश को प्रगतिशील बनाने में अपना योगदान देंगे।
जयंती समारोह में पार्षदगण रवि शर्मा, तेजसिंह राठौर, डाॅ. सलीम खान, कमलेश जैन, तारा कटारिया, धनरूपमल जैन, प्रभात धाड़ीवाल, आरीस अली, वीरेन्द्रसिंह ठाकुर, मनीष धारवां, कैलाश बगाना, सुमित मेहता,जावर क्षेत्र में
बाबूलाल पटेल,कल्याणसिंह ठाकुर,सुशील संचेती, राजेन्द्र केशव,विजेन्द्रसिंह ठाकुर,मनोज वैद्य,मुकेश परमार,सोदानसिंह सरपंच,कैलाश सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सहित समाज के वरिष्ठजन मौजूद थे।