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आष्टा । हिन्दू धर्म में होली का त्योहार एक प्रमुख त्योहार है। इसे संपूर्ण देश में किसी ना किसी रूप में मनाते हैं।
आष्टा में होली का अपना अलग ही रंग,रूप होता है,आष्टा की 5 दिवसीय होली,रंगपंचमी दूर दूर तक प्रसिद्ध है । होली का डांडा 1 महीने पूर्व गाड़ा जाता है । आज इसकी शुरुआत बसंत ऋतु प्रारंभ होते ही माघ पूर्णिमा को हो जाती है ।

यह जानकारी देते हुए हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष कालू भट्ट ने बताया कि आज पूर्णिमा के दिन शहर के विभिन्न 100 से अधिक स्थानों पर होली का डांडा गड़ा गया है । विधिवत पूजन करके डांडा गाढ़ा गया है। विगत दो सालों से आष्टा में पांच दिवसी होली महादेव होली के रूप में मनाते हैं ।

जिसमें हमारे सीहोर सिद्धपुर नगरी के राष्ट्रीय संत पंडित प्रदीप मिश्रा शामिल होते हैं इस वर्ष भी बड़े ही धूमधाम से होली मनाई जाएगी। कालू भट्ट ने बताया कि होली के उत्सव का पहला काम होली का डांडा चौराहे पर गाड़ना होता है। होली का डांडा एक प्रकार का पौधा होता है, जिसे सेम का पौधा कहते हैं।


हालांकि कई जगहों पर एक स्थान पर दो डांडा स्थापित किए जाते हैं। जिनमें से एक डांडा होलिका का प्रतीक तो दूसरा डांडा प्रहलाद का प्रतीक माना जाता है। इसके बाद इन डंडों को गंगाजल से शुद्ध करके के बाद इन डांडों के इर्द-गिर्द गोबर के उपले, लकड़ियां, घास और जलाने वाली अन्य चीजें इकट्ठा की जाती है और इन्हें धीरे-धीरे बड़ा किया जाता है और अंत में होलिका दहन वाले दिन इसे जला दिया जाता है।

और फिर होली का दहन वाले दिन शौक वाली गैर निकलेगी और इसकी विधिवत पांच दिवसीय शुरुआत हो जाएगी । होली के पंचदिवसिय रंग पर्व के पहले दिन धुलेंडी पर नगर में विभिन्न समाजों,मोहल्लों की शोक गेर निकलती है,जो गमी वाले परिवारों के बीच पहुचते है वहा रंग गुलाल किया जाता है। शाम को गल चौराहे पर गल की जत्रा भराती है।

“विनयांजलि एवं गुणानुवाद सभा 25 फरवरी रविवार को दोपहर 1 बजे दिव्योदय जैन तीर्थ किला मंदिर आष्टा पर

विगत दिवस परम् पूज्य संत शिरोमणि,वात्सल्य दिवाकर चलते फिरते सिद्धो सम गुरुदेव पूज्य आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महामुनिराज का समतापूर्वक समाधि मरण हुआ ।

परम् पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य पूज्य मुनि श्री भूतबलि सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में आचार्य श्री के श्री चरणों मे विनयांजलि एवं गुणानुवाद सभा का आयोजन दिनांक २५ फरवरी दिन रविवार दोपहर १ बजे से किला मंदिर में रखा गया है ।

इस अवसर पर नगर के जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिको एवं पूज्य मुनि संघ के द्वारा उदभोदन एवं विनयांजलि दी जायेगी
श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति, समस्त दिगम्बर जैन मंदिर समिति,मुनि सेवा समिति,
सकल दिगम्बर जैन समाज आष्टा ने सभी से पधारने की अपील की है।

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