आष्टा । नव गठित सरकार के राजस्व मंत्री श्री करणसिंह वर्मा के सख्त निर्देशो के तहत एवं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा का सार्वजनिक संदेश के बाद भूमाफियाओं में हडकम्प मचा हुआ है। कलेक्टर श्री प्रवीणसिंह के निर्देशों के बाद पूरे सीहोर जिले में फैला,फला,फुला अवैध कालोनियों के मकड़जाल से जिले को मुक्त करना एक टेढ़ी खीर है।
ना खाऊंगा-ना खाने दूंगा-श्री करणसिंह वर्मा राजस्व मंत्री
लेकिन निर्देशो के बाद जिले में अवैध कालोनियों के खिलाफ धड़ा धड़ कार्यवाही होने से अवैध कालोनियों के मालिकों,कालोनाइजरों में हडकम्प मचा हुआ है,संकट के इस दौर में अभी तक इस अवैध व्यापार के जो संरक्षक थे,जो लंबे समय से इनसे दाना पानी चुग रहे थे,मजे लूट रहे थे वे अब इन बेचारों को मझधार में छोड़ कर भाग गये है।
श्री प्रवीणसिंह कलेक्टर सीहोर ने दिये सख्त निर्देश
सीहोर जिले के आष्टा अनुविभाग में भी अवैध कालोनियों का मकड़जाल आष्टा, जावर,कोठरी,बायपास,डोराबाद, सेमनरी रोड,कन्नौद रोड,मुगली रोड पुराना सीहोर रोड सहित नगर के आस पास दूर दूर तक फैला है और फल फूल रहा है। आष्टा हैडलाइन की खबरो के बाद जिला मुख्यालय से आये निर्देशो के बाद स्थानीय प्रशासन मुस्तेदी से अब अवैध कालोनियों पर कार्यवाही करना शुरू किये हुए है।
अभियान के खिलाफ सीहोर से हुआ श्रीगणेश
“अभी तक करीब 20 अवैध कालोनियों को हुए नोटिश जारी”
अवैध कालोनियों के खिलाफ शुरू हुई कार्यवाही के निर्देश आने के बाद अभी तक पटवारियों की ओर से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर आष्टा अनुविभाग में करीब 20 से अधिक अवैध कालोनियों के कालोनाइजरों को नोटिश जारी किये जा चुके है। अगर पटवारियों की ओर से ओर रिपोर्ट ऐसी कालोनियों की आयेगी तो इस संख्या में इजाफा हो जायेगा।
श्री आनन्दसिह राजावत,अभी तक 20 को नोटिश जारी
इस संबंध में एसडीएम श्री आनन्दसिह राजावत ने बताया कि आष्टा तहसील से करीब सात से आठ अवैध कालोनियों को नोटिश जारी किये है। उन्होंने बताया कि पूर्व में करीब 70 अवैध कालोनियों के मालिकों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी।
आष्टा तहसीलदार श्री पंकज पवैया से जब चर्चा की तो उन्होंने बताया की दो दिन पूर्व सेमनरी रोड पर एक अवैध कालोनी पर कार्यवाही की थी उक्त कालोनी सचिन जैन की है।
सेमनरी रोड पर कार्यवाही करते तहसीलदार पंकज पवैया
आज इसी कड़ी में दूसरी कार्यवाही डोराबाद क्षेत्र में विकसित हुई अवैध कालोनी पर कार्यवाही करते हुए कालोनी में जो कांक्रीट के रोड बनाये थे उस पर जेसीबी का पंजा चला है। तहसीलदार श्री पवैया ने बताया कि डोराबाद की उक्त कालोनी के जिस अंश भाग पर कार्यवाही की गई है वो शाहिल खान के नाम है ।
इस कालोनी का भूमि खसरा नंबर 191/114 रकबा 1.056 हेक्टेयर के अंश भाग 0.528 हे. पर कट रही अवैध कालोनी पर कार्यवाई की गई है। आष्टा तहसील से करीब आठ अवैध कालोनियों को नोटिश जारी किये है,लगातार कार्यवाही जारी रहेगी।
आज डोराबाद में की गई कार्यवाही
“कोठरी सर्कल में 5 अवैध कालोनियों को हुए है नोटिश जारी,नप ने एक पर की थी कार्यवाही”
आष्टा अनुविभाग के कोठरी सर्कल के नायब तहसीलदार श्री मुकेश सांवले ने हमे बताया कि कोठरी सर्कल में 5 अवैध कालोनियों की रिपोर्ट प्राप्त होने पर उन्हें नोटिश जारी किये है। सभी से जवाब मांगा गया है,जवाब के बाद कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। कोठरी में पूर्व में नप ने क्षेत्र में विकसित हुई एक अवैध कालोनी पर कार्यवाही की है। उक्त कालोनी भोपाल निवासी ने विकसित कर काटी है।
कोठरी में अवैध कालोनी पर चला जेसीबी का पंजा
“जावर सर्कल में 7 अवैध कालोनियों को हुए नोटिश जारी,कजलास रोड पर एक कालोनी पर हो चुकी कार्यवाही”
कार्यवाही के चलते नेताओ,भूमाफियाओं,दलालों की तहसील में अचानक बढ़ी सक्रियता
आष्टा अनुविभाग की जावर तहसील सर्कल में जावर तहसील से करीब 7 अवैध कालोनियों की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद नोटिश जारी किये गये है। जावर तहसीलदार श्री अविनाश सोनानिया ने जानकारी देते हुए बताया की शुरू हुए अभियान के बाद पटवारियों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर जावर में 7 अवैध कालोनियों को नोटिश जारी किये गये है,मांगे जवाब के आने के बाद इन पर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। अभी जावर नप की सीमा क्षेत्र में कजलास रोड पर विकसित हुई एक अवैध कालोनी पर कार्यवाही की गई है।
अवैध कालोनियों पर सतत जारी रहेगी कार्यवाही
“मैना सर्कल में नही मिली कोई अवैध कालोनी”
आष्टा अनुविभाग का मैना सर्कल एक मात्र ऐसा सर्कल है जिसमे कोई अवैध कालोनी नही है। मैना सर्कल की प्रभारी नायब तहसीलदार चंचल जैन ने जानकारी देते हुए बताया की मैना सर्कल हकीमाबाद से शुरू होता है,पूरा क्षेत्र खेती किसानी का है। इस सर्कल में कोई अवैध कालोनी की अभी तक किसी भी पटवारी की ओर से ऐसी कोई रिपोर्ट प्राप्त नही हुई है। अगर ऐसी कोई अवैध कालोनी की रिपोर्ट आती है,जानकारी मिलती है तो कार्यवाही की जायेगी।
“अवैध कालोनियों के मालिक खोज रहे है बचने के तरीके”
ये एक ऐसा अवैध कारोबार है जो बिना किसी संरक्षण,संरक्षक के सम्भव ही नही है। जब से अवैध कालोनियों के खिलाफ जांच, कार्यवाही शुरु हुई है तब से ही इस अवैध कारोबार के कॉलोनाइजर परेशान है और जुगाड़ में लगे है कि इस हो रही कार्यवाही से कौन बचा सकता है,कौन संरक्षक बन सकता है,किसका संरक्षण प्राप्त करे। प्रयास तेजी से शुरू है वही हमारी भी पैनी निगाह इन अवैध कारोबारियों पर है.!