आष्टा। आष्टा वाले धर्म और संतों में आस्था रखने वाले आप काफी पुण्यशाली है। हम किधर जा रहे थे और इधर आ गए,आप लोगों का पुण्य और स्नेह हमें इस धरा पर ले आया। आप सभी का पुण्य बढ़ता रहे। धर्म में रुचि ओर बढ़ाए। आनंद ही आनंद आएगा।
श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा अयोध्या में हो गई है,आप सभी प्रेरणा लेकर अहिंसा के पथ पर अग्रसर होकर आत्म कल्याण करें।
उक्त बातें मुनिश्री भूतबलि सागर महाराज ने नगर आगमन के पश्चात श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर आशीष वचन देते हुए कहीं।
वहीं मुनि सागर महाराज ने मंगल विहार के दौरान कहा कि संतों के चरण नहीं आचरण पकड़ना चाहिए। मुनिश्री भूतबलि सागर महाराज का ससंघ मंगल नगर प्रवेश रविवार को सुबह 10 बजे हुआ।
बाईपास पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव कैलाश परमार ने अपने साथियों के साथ तो इंदौर नाका पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष जीवनसिंह मंडलोई ,समाज के संरक्षक दिलीप सेठी,धनरुपमल जैन, मनोज जैन
अध्यक्ष आनंद पोरवाल, यतेंद्र श्री मोड़, महामंत्री कैलाशचंद जैन, धर्मेंद्र जैन अमलाह, मुकेश बडजात्या, सुरेंद्र जैन, अनिल प्रगति, पवन जैन , रमेशचंद्र जैन,पत्रकार नरेन्द्र गंगवाल आदि ने अगवानी की। मुनि संघ के नगर प्रवेश के अवसर पर सुमत जैन, जितेन्द्र जैन, अनूप जैन, नरेन्द्र उमंग,संदीप श्रीमोड
कनक जैन , हेमंत जैन,संतोष जैन जादूगर, शरद जैन, प्रदीप पोरवाल, दिलीप लक्ष्यपति, सुनील प्रगति,शुभम शर्मा, कोमल जैन, विमल जैन अजमेरा, महेंद्र जादूगर, श्रीपाल जैन, मुकेश जैन सहित बड़ी संख्या में समाज के श्रावक- श्राविकाएं उपस्थित थे।