आष्टा। मंगलवार की दोपहर को समीपस्थ ग्राम मैना में ना केवल जैन समाज के लोग अपितु अन्य समाज के लोग भी मैना की सड़कों पर भगवान आदिनाथ सहित अन्य भगवान की प्रतिमाओं के साथ मुनि अजीत सागर महाराज को ससंघ घट यात्रा के जुलूस में अपनी उपस्थिति मानकर कृतझ हो रहे थे। मातृ शक्तियां मंगल कलश लिए हुए घट यात्रा में तेरी जी एवं मुनि संघ के आगे -आगे चल रही थी। वही श्रावक गण भक्ति में लीन होकर नृत्य करते हुए चल रहे थे।
मैना के प्राचीनतम मंदिर से प्रारंभ हुई घट यात्रा ग्राम के प्रमुख मार्गो से होती हुई पुण्य स्थल श्री अयोध्या नगरी पहुंची। घट यात्रा मैं समाज के श्रावक एवं श्राविकाओं व युवाओं के साथ -साथ ग्राम वासियों में भी अपार उत्साह नजर आ रहा था।
मन की शुद्धि सबसे पहले आवश्यक- अजीत सागर महाराज
घट यात्रा का जुलूस जैसे ही श्री मज्जिनेन्द्र भगवान आदिनाथ पंचकल्याणक प्रतिष्ठा गजरथ महोत्सव एवं विश्व शति महायज्ञ स्थल अयोध्या नगरी के द्वार पर पहुंचा तो सौधर्म इंद्र बने अशोक कुमार जैन मैना वालों ने इस स्थल का शुभारंभ रिबिन खोलकर किया।
मुनि अजीत सागर महाराज ने इस पावन अवसर पर अपने आशीर्वचन में कहा कि बाहर की शुद्धि मंत्रोचर व जल से प्रतिष्ठाचार्य वाणी भूषण बाल ब्रह्मचरी विनय भैय्या बंडा वालों ने करा दी है । लेकिन मन की शुद्धि सबसे पहले आवश्यक है ।मन पवित्र करना बहुत जरूरी है।
मुनिश्री ने कहा मन की पवित्रता रहेगी तो यह कार्यक्रम सआनंद, निर्विघ्न संपन्न होगा ।मुनि अजीत सागर महाराज ने कहा कि हमें शासन के निर्देशों का पालन करते हुए 2 गज की दूरी और मास्क चेहरे पर अवश्य लगाना होगा। छोटे बच्चों पर माताएं व उनके परिजन विशेष ध्यान रखें ,क्योंकि यह समय काफी खराब चल रहा है और बच्चों पर कोरोनावायरस का दुष्प्रभाव पड़ रहा है ।
सभी मिलकर इस पंचकल्याणक प्रतिष्ठा के कार्य को कराएं। गंभीरता ,सक्रियता व कर्तव्य समझकर अपने कार्य को करते रहे। घट यात्रा सआनंद संपन्न हुई। वही प्रतिष्ठाचार्य विनय भैय्या ने कहा कि अष्टांहिका पर्व के साथ पंचकल्याणक महोत्सव प्रारंभ हुआ है।आपने कहा कि इस मंडप में प्रवेश करने के पहले बाहर हाथ पैर धोकर, चेहरे पर मास्क लगाकर आए ।
मुख शुद्धि के साथ ही प्रभु की आराधना करें। विनय भैय्या ने आगे कहा कि महिलाएं बिना सिर ढंके इस अयोध्या नगरी के अंदर प्रवेश ना करें। स्वयंसवक स्वयं भी नियमों का पालन करेंगे और कराएंगे। जितनी शुद्धि उतना ही अतिशय इन प्रतिमाओं से आपको मिलेगा। सुबह भगवान को बेदी में विराजित करेंगे ।भोपाल, मुंगावली, अकोदिया सहित अन्य स्थानों से भी भगवान की प्रतिमा प्रतिष्ठा के लिए आई हुई है।
“ध्वजारोहण के साथ आज से पंचकल्याणक प्रारंभ”
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के अध्यक्ष आर्किटेक्ट मयूर जैन एवं कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार जैन मैना वालों ने बताया कि 25 नवंबर को सुबह 6:30 बजे मंगलाष्टक, रक्षा मंत्र ,शांति मंत्र ,अभिषेक, शांतिधारा ,ध्वजारोहण ,पूजन ,8:30 बजे मुनि श्री के मंगल प्रवचन,9:30 बजे श्री याग मंडल विधान, दोपहर 3:30 बजे मुनि संघ के मंगल प्रवचन, 6 बजे गुरु भक्ति, 7 बजे मंगल आरती, शास्त्र प्रवचन, रात्रि 8 बजे गर्भ कल्याणक पूर्व सौ धर्म इंद्र सभा आदि होगी।