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आष्टा । श्री मालव गिरनार तीर्थ किला मन्दिर जी मे विराजित तीर्थधिपति भगवान श्री नेमिनाथ जी की कृपा,आचार्य भगवंत श्री राजतिलक सूरीश्वर जी महाराज साहब के आशीर्वाद एवं चातुर्मास हेतु विराजित तपोनिधि साध्वी भगवंत श्री हर्षपूर्णा श्रीजी महाराज साहब आदि ठाना 5 की प्रेरणा से सुश्राविका श्रीमति प्रेमबाई संचेती की पुत्रवधू श्रीमति अर्चना (अंजू) नवनीत संचेती की 30 उपवास की कठिन तपस्या आज पूर्ण हुई।

तपस्या निमित्त आज 12 अक्टूबर गुरुवार को प्रातः 9.30 बजे श्री नेमिनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर किला से तपस्वी का विशाल वरघोड़ा निकला । जो नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ भगवती पैलेस कन्नौद रोड पहुचा। यहा पर तपस्वी का बहुमान सहित अन्य कार्यक्रम सम्पन्न हुए। आज प्रातः किला मन्दिर जी से प्रारम्भ हुआ वरघोड़ा भवानी चौक, बड़ा बाजार,गंज,गल चौराहा,कॉलोनी चौराहा,कन्नौद रोड,मंडी गेट से होता हुआ भगवती पैलेस पहुचा।

सुसज्जित बग्गी में बैठी तपस्वी अर्चना नवनीत संचेती का पूरे नगर में स्थान स्थान और नगर के नागरिको,संगठनों,समाज बंधुओं सहित कई परिवारों ने स्वागत सम्मान किया। वही वरघोड़े में समाज के युवा रजत बेदी में विराजित भगवान की बेदी को अपने कंधों पर लिये पूजन की पोशाक में चल रहे थे। वही आज भटिंडा पंजाब के आये बेंड के कलाकारों ने वरघोड़े में चौराहे चौराहे पर अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया।

गांधी चौक पर ललित नागोरी,संतोष झंवर, रूपेश राठौर मित्र मंडली ने,गल चौराहे पर समाजसेवी रायसिंह मेवाडा मित्र मंडली ने,बड़ा बाजार में सोनी समाज ने एवं भगवती पैलेस में श्रीसंघ ने,राजाराम बड़ेभाई मित्र मंडली ने तपस्वी का स्वागत किया।

“सुश्राविका अर्चना संचेती का प्रभुप्रेमी संघ द्वारा स्वागत किया गया”

जिन शासन की सुश्राविका श्रीमती अर्चना नवनीत संचेती द्वारा आत्मशुद्धी तथा आत्मकल्याण की भावना से सभी आहारो एवं अन्न जल का त्याग कर लगातार 30 उपवास मासक्षमण तपस्या की पूर्णाहुति पर आज श्वेताम्बर जैन मंदिर किला से रजतवेदी में विराजित प्रभु महावीर जी की

प्रतिमा की अगवाई में पूज्य साधवी मण्डल हर्षपूर्णाजी म.सा., तत्वरसा जी म.सा., अध्यात्महर्षा जी म.सा., संयमरक्षिता जी म.सा., जिनेशप्रियाजी म.सा. के सानिध्य में वरघोड़ा (शोभायात्रा) नगर के प्रमुख मार्गो से निकाली गई ।

जिसका प्रभुप्रेमी संघ ने स्थानीय कन्नौद रोड़ परमार लॉ चेम्बर पर भावभीना अभिनंदन किया। प्रभुप्रेमी संघ के संयोजक कैलाश परमार, महासचिव प्रदीप जैन प्रगति ने रजतवेदी मे विराजित प्रभु महावीर जी के दर्शन कर साधवी मण्डल की चरण वंदना की तथा तपस्वी श्रीमती अर्चना नवनीत संचेती की कठीन तपस्या की अनुमोदना करते हुए उनको शाल, श्रीफल, मोती माला तथा श्रद्धा निधि भैंट की।

इस अवसर पर श्वेताम्बर जैन समाज के महासचिव अभिषेक सुराणा एडवोकेट, पूर्व पार्षद बाबूलाल मालवीय, राजेन्द्रसिंह दरबार, मेडिकल एसोसिएशन के राहुल सुराणा, वरिष्ठ एडवोकेट वीरेन्द्रसिंह परमार, व्यापार महासंघ के सचिव पल्लव प्रगति एडवोकेट आदि ने प्रभुप्रेमी संघ की ओर से तपस्वी श्रीमती अर्चना नवनीत संचेती का अभिनंदन कर रजतवेदी में विराजित प्रभु महावीर जी के दर्शन कर साधवी मण्डल से आर्शीवाद प्राप्त किया।

“मुनिश्री मार्दव सागर महाराज के सानिध्य में
11 दिवसीय नवदेवता विधान 14 अक्टूबर से…
घट यात्रा के साथ प्रारंभ होगा 11 दिवसीय नवदेवता विधान… मुनि श्री के कैशलोच भी होंगे 14 को”

श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर अरिहंत पुरम आष्टा में चातुर्मास हेतु विराजित मुनि श्री 108 मार्दव सागर जी महाराज के सानिध्य में 14 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक भव्य नवदेवता विधान आयोजित किया गया है।

उक्त विधान का शुभारंभ घट यात्रा के साथ मुनि श्री के सानिध्य में किया जाएगा। मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मेन्द्र जैन अमलाह एवं प्रवक्ता अजय जैन (शिक्षक) ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि आष्टा नगर में प्रथम बार 11 दिवसीय नवदेवता विधान का आयोजन मुनिश्री मार्दव सागर महाराज के पावन सानिध्य में किया जा रहा है।

उक्त आयोजन की शुरुआत 14 अक्टूबर को प्रातः 7 बजे घट यात्रा के साथ होगी ।दोपहर में मुनि श्री 108 मार्दव सागर जी महाराज के केशलोंच होंगे। साथ ही विधान के विभिन्न पात्रों का चयन बोली के माध्यम से किया जाएगा । उक्त विधान के दौरान प्रतिदिन सुबह शांतिधारा, अभिषेक होगा ।तत्पश्चात मुनि श्री के संघस्थ ब्रह्मचारी श्री लखमीचंद जी, डॉ. राजेंद्र जी, संतोष जी, प्रशांत जी व

विधानचार्य पंडित श्री वीरेंद्र कुमार जी शास्त्री गैरतगंज द्वारा विधान संपन्न करवाया जाएगा । सांध्यकालीन बैला में गुरुभक्ति, आरती, शास्त्र वाचन के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।श्री चंद्रप्रभ मंदिर समिति अरिहंत पुरम के अध्यक्ष धर्मेंद्र जैन, महामंत्री आशीष जैन ने सभी धर्मप्रेमी बंधुओ से आग्रह किया है कि समस्त आयोजन में सम्मिलित होकर धर्म लाभ ले ।

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