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आष्टा । आत्म कल्याण के लिए धर्म के अनुपालन में त्याग , तपस्या और व्रतों को अंगीकार करके जैन समाज हमे प्रेरणा प्रदान करता है । पूज्य आर्यिका माँ विज्ञान मति माता जी की शिष्या आर्यिका चरणमति माताजी के संघस्थ सानिध्य में जैन समुदाय में अभूतपूर्व धर्म प्रभावना देखने को मिली । जैन समाज के पर्युषण पर्व में यह देखने को भी मिला कि त्याग के लिए भी उत्साह और उत्सव का वातावरण निर्मित हो सकता है । यह कहा जाता है कि तपस्चर्या के अनुमोदन से भी धर्म लाभ प्राप्त होता है हम इस लाभ को लेने के लिए लालायित हैं ।

जैन धर्म के विज्ञान को समझ कर तदनुरूप आचरण की सदैव भावना रहती है । मैँ पावन वर्षा योग और पर्युषण पर्व के बीच जैन श्रावक श्राविकाओं के तप और त्याग की अनुमोदना करता हूँ तथा विगत वर्ष में हुई ज्ञात अज्ञात त्रुटियों के लिए समाजजन से क्षमा याचना करता हूँ । यह उद्गार मध्यप्रदेश कांग्रेस के महासचिव तथा पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने

श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर किला पर तपस्वियों के सामूहिक पारणा तथा क्षमा पर्व के अवसर पर व्यक्त किये । ज्ञात हो कि इस वर्ष आर्यिका रत्न विज्ञान मति माता जी की सुशिष्या पूज्य चरणमति मां तथा संघस्थ आर्यिका शरण मति जी एवम सुवीर मति माता जी के सानिध्य में स्वाध्याय , विधान पूजन और साधना का अभूतपूर्व क्रम चलता रहा है ।

दसलक्षण पर्व के दौरान बड़ी संख्यां में श्रावको ने निर्जला उपवास और त्याग धर्म को अपनाया । आज जैन समाज में परिजनों के उपवास पूर्ण होने पर अपने आवासों पर भी पारणा बुलावे का आयोजन किया जहां बड़ी संख्यां में जैन जैनेतर बन्धुओं ने पहुंच कर तपस्वियों का बहुमान किया । श्रीमती कुसुम अनिल प्रगति , श्रीमती ममता दिलीप जैन श्रीमती स्मिता प्रदीप जैन निर्मल जैन , मनोज जैन शिक्षक , मुकेश जैन , अनूप पोरवाल , शोभा संदीप जैन , श्रीमती संगीता नरेंद्र उमंग , श्रीमती ज्योति आनंद पोरवाल , श्रीमती संगीता अरुण श्रीमोढ , श्रीमती मोनिका मुकेश ,

सर्वेश सुमत स्वास्तिक कु. आस्था जैन किला ,श्रीमती मनीषा विजय जैन किला , श्रीमती मोनिका विजय जैन सहित सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं ने क्रमशः सोलह , दस , पांच और तीन तीन कठोर उपवास माता जी के सानिध्य में किये । पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने अपने साथीगण अजित कुमार जैन , प्रदीप प्रगति, शुभम शर्मा, अजय जैन किला अभिभाषक द्वय सुरेंद्र सिंह परमार,वीरेंद्र सिंह परमार आदि के साथ तपस्वियों के तपका अभिनन्दन अनुमोदन किया ।
दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष आनंद जैन पोरवाल ने बताया कि बहुत वर्षों के बाद एक साथ पर्यूषण पर्व में इतनी अधिक तपस्या हुई हैं ।

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